×

मैं समाचार पत्र नहीं पढ़ता, पता नहीं होता आसपास क्या हो रहा है

‘‘मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तब करता हूं जब धैर्य बरकरार रखता हूं। दुखी और परेशान होने का कोई मतलब नहीं है।’’

user-circle cricketcountry.com Written by Press Trust of India
Last Published on - March 11, 2019 12:24 PM IST

भारतीय टीम के ओपनर शिखर धवन के आलोचक जब भी उन पर हावी होने लगते हैं तो यह बल्लेबाज शानदार तरीके से वापसी करता है। उन्होंने कहा कि खराब दौर के दौरान हो रही आलोचना को अधिक तवज्जो नहीं देकर वह मुश्किल समय से उबरने में सफल रहते हैं।

पिछले छह महीने से इंटरनेशनल शतक जड़ने में नाकाम रहे धवन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रविवार को चौथे वनडे में करियर की सर्वश्रेष्ठ 143 रन की पारी खेली लेकिन भारत को जीत नहीं दिला पाए। धवन से जब यह पूछा गया कि आलोचना पर वह क्या प्रतिक्रिया देते हैं तो उन्होंने कहा कि अपनी दुनिया में जीने से उन्हें मानसिक रूप से शांत रहने में मदद मिलती है।

पढ़ें:- माही भाई से रिषभ पंत की तुलना नहीं कर सकते: शिखर धवन

धवन ने भारत की चार विकेट से हार के बाद कहा, ‘‘सबसे पहले तो मैं समाचार पत्र नहीं पढ़ता और मैं ऐसी सूचना नहीं लेता जो मैं लेना नहीं चाहता। इसलिए मुझे नहीं पता होता कि मेरे आसपास क्या हो रहा है और मैं अपनी दुनिया में जीता हूं। इसलिए मैं फैसला करता हूं कि मेरे विचार किस दिशा में जाएंगे।’’

बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा, ‘‘मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तब करता हूं जब धैर्य बरकरार रखता हूं। दुखी और परेशान होने का कोई मतलब नहीं है। जब मुझे पीड़ा महसूस होती है तो मैं तेजी से आगे बढ़ जाता हूं और मुझे नहीं पता होता कि लोग क्या लिख रहे हैं। मैं सुनिश्चित करता हूं कि मैं सकारात्मक रहूं और अपनी प्रक्रिया पर आगे बढ़ता रहूं।’’

पढ़ें:- खुशी है कि मेरे ‘स्मार्ट वर्क’ ने मुझे अच्छे नतीजे दिलाए: शिखर धवन

इस ‘प्रक्रिया’ के बारे में पूछने पर धवन ने कहा, ‘‘जब मैं स्वयं से बात करता हूं तो मैं यह सुनिश्चित करने का प्रयास करता हूं मैं नकारात्मक सोच को रोक सकूं। मैं हकीकत को स्वीकार करता हूं और आगे बढ़ता हूं। अगर कुछ हो रहा है तो मैं उसमें रोड़ा नहीं अटकाता। अगर यह अच्छा है, तो फिर अच्छा है।’’

TRENDING NOW

धवन ने कहा, ‘‘अगर मैं अपने सारे कौशल का इस्तेमाल करूं, अपनी फिटनेस का ख्याल रखूं और सही मानसिकता रखूं तो फिर मैं इसका लुत्फ उठा सकता हूं।’’