Akhilesh Tripathi
पत्रकारिता में करियर की शुरुआत आर्यन टीवी (पटना) से हुई, फिर ईनाडु डिजीटल (ईटीवी हैदराबाद) में लगभग एक साल का ...Read More
Written by Akhilesh Tripathi
Last Updated on - December 30, 2024 5:00 PM IST
Rohit sharma on Yashasvi Jaiwal out controversy: यशस्वी जायसवाल को मेलबर्न टेस्ट में विवादास्पद तरीके से आउट दिये जाने के फैसले ने हंगामा खड़ा कर दिया है. इस विवाद पर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की भी प्रतिक्रिया आई है. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने गेंद के इस बायें हाथ के बल्लेबाज को ‘छ्रकर’ निकलने का ‘अनुमान’ लगाते हुए कहा कि तकनीक से जुड़े ऐसे करीबी मामलों में फैसले अकसर उनकी टीम के खिलाफ जाते हैं.
स्निको (आवाज की रीडिंग दिखाने वाली तकनीक) पर कोई हरकत नहीं दिखने के बाद भी तीसरे अंपायर सैकत शरफुद्दौला ने जायसवाल को आउट करार दिया, वह उस समय 84 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे.
जायसवाल तेज गेंदबाज पैट कमिंस की शॉर्ट-पिच गेंद पर हुक करने की कोशिश में चूक गए, गेंद विकेटकीपर एलेक्स कैरी के दस्तानों में जाने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने कैच आउट की अपील की लेकिन मैदान अंपायर जोएल विल्सन ने बल्लेबाज को नॉट आउट दिया. ऑस्ट्रेलिया के कप्तान कमिंस ने इस फैसले के खिलाफ रिव्यू लिया और तीसरे अंपायर सैकत ने स्निको में कोई हरकत नहीं दिखने के बावजूद जायसवाल के बल्ले या ग्लव्स से टकराकर गेंद के ‘डिफ्लेक्ट (दिशा में मामूली बदलाव)’ होने का हवाला देकर उन्हें आउट करार दिया, उनके इस फैसले के बाद मेलबर्न क्रिकेट मैदान में मौजूद भारतीय प्रशंसक ‘बेईमान-बेईमान’ के नारे लगाने लगे.
जायसवाल 208 गेंद में 84 रन बनाकर आउट हुए, उनके आउट होते ही भारत की मैच बचाने की उम्मीद खत्म हो गयी और टीम दूसरी पारी में जीत के लिए 340 रन का पीछा करते हुए महज 155 रन पर आउट हो गई, ऑस्ट्रेलिया ने 184 रन की जीत के साथ पांच मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली. तीसरे अंपायर के फैसले के बाद जायसवाल ने मैदानी अंपायर से बातचीत भी की लेकिन उन्हें पवेलियन की तरफ लौटना पड़ा।
रोहित संवाददाता सम्मेलन में इस बारे में पूछे जाने पर भावुक होने की जगह ज्यादा व्यावहारिक दिखे. उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि इसका क्या मतलब निकाला जाए क्योंकि तकनीक ने कुछ भी नहीं दिखाया लेकिन आंखों से ऐसा लग रहा था गेंद उसे छूकर निकली है. उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि अंपायर तकनीक का उपयोग कैसे करना चाहते हैं, लेकिन पूरी निष्पक्षता से मुझे लगता है कि उन्होंने गेंद को छुआ था.
#RohitSharma shares his thoughts on the use of technology in crucial decisions during today’s match. #AUSvINDOnStar 👉 5th Test, Day 1 | FRI, 3rd JAN, 4:30 AM | #ToughestRivalry #BorderGavaskarTrophy pic.twitter.com/Hyq9tExZZj
— Star Sports (@StarSportsIndia) December 30, 2024
भारतीय कप्तान ने हालांकि इस बात पर निराशा जतायी कि उनकी टीम को अक्सर ऐसे फैसलों का खामियाजा भुगतना पड़ता है. रोहित ने कहा, यह उस तकनीक के बारे में है जिसके बारे में हम सभी जानते हैं कि वह 100 प्रतिशत नहीं है, लेकिन फिर भी हम वास्तव में उस पर बहुत अधिक गौर नहीं करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, यह सिर्फ इतना है कि हमें अक्सर इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। ऐसा लगातार हो रहा है, इसलिए हम थोड़े दुर्भाग्यशाली रहे हैं.
यह घटना पर्थ में शुरुआती टेस्ट में इसी तरह के विवाद के बाद हुई है, जहां सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल के आउट होने पर बहस छिड़ गई थी. ऑस्ट्रेलिया की अपील के बाद मैदानी अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने राहुल के पक्ष में फैसला सुनाया था, घरेलू टीम ने फैसले को चुनौती देने के लिए डीआरएस का इस्तेमाल किया.
थर्ड अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ ने ‘स्प्लिट-स्क्रीन व्यू’ का लाभ नहीं मिलने के बावजूद मैदान अंपायर के फैसले को पलट दिया था. ‘स्प्लिट-स्क्रीन व्यू’ से उन्हें यह स्पष्ट तस्वीर मिल जाती कि क्या मिचेल स्टार्क की गेंद ने वास्तव में बल्ले को छुआ था या स्निको की आवाज गेंद के पैड के टकराने से आयी थी.
This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
Strictly Necessary Cookie should be enabled at all times so that we can save your preferences for cookie settings.
If you disable this cookie, we will not be able to save your preferences. This means that every time you visit this website you will need to enable or disable cookies again.