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ऑस्ट्रेलिया में इंडिया ए पर लगा बॉल टेंपरिंग का गंभीर आरोप, अंपायर से भिड़े इशान किशन

नियम के अनुसार, भारत ए के खिलाड़ियों ने जानबूझकर अगर गेंद की स्थिति में बदलाव किया है, तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की आचार संहिता के तहत खिलाड़ियों को बैन का सामना करना पड़ सकता है.

user-circle cricketcountry.com Written by Akhilesh Tripathi
Last Updated on - November 3, 2024 8:12 AM IST

इंडिया ए की टीम को ऑस्ट्रेलिया ए के हाथों पहले अनऑफिसियल टेस्ट में सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा. नेथन मैकस्वीनी के नाबाद 88 रन और बो वेब्स्टर के नाबाद 61 रन की मदद से ऑस्ट्रेलिया ए ने इंडिया ए के 225 रन के लक्ष्य को हासिल कर लिया. इस मैच में इंडिया ए पर बॉल टेंपरिंग का गंभीर आरोप लगा है. मैच के दौरान इशान किशन और अंपायर शॉन क्रेग के बीच तीखी बहस हुई है.

ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ मैच के चौथे दिन कथित बॉल-टैम्परिंग की घटना को लेकर अंपायर शॉन क्रेग के साथ इशान किशन की तीखी बहस हुई. इस बहस के बाद भारत ए के विकेटकीपर इशान किशन को अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है. ग्रेट बैरियर रीफ एरिना में रविवार को खेल शुरू होने पर विवाद तब शुरू हुआ जब क्रेग ने मैच की गेंद को बदलने पर जोर दिया क्योंकि उस पर खरोंच के निशान दिखाई दे रहे थे, जिसके लिए अंपायर ने भारतीय टीम की हरकतों को जिम्मेदार ठहराया. इस निर्णय से खिलाड़ियों और अधिकारियों के बीच गरमागरम बहस छिड़ गई, अंपायर शॉन क्रेग ने इस पर नाराजगी जताई.

स्टंप माइक में कैद हुई आवाज

स्टंप माइक पर अंपायर शॉन क्रेग की आवाज आई, अब और चर्चा नहीं, चलो खेलते हैं, यह कोई चर्चा नहीं है. हालांकि, इशान किशन ने इस फैसले पर सवाल उठाते हुए पूछा,तो हमें इस गेंद से खेलना होगा? यह बहुत ही बेवकूफी भरा फैसला है. इशान की इस टिप्पणी पर क्रेग ने तुरंत फटकार लगाई और उन्हें चेतावनी देते हुए कहा, माफ करें,असहमति के लिए आपको रिपोर्ट किया जाएगा, यह अनुचित व्यवहार है. क्रेग ने यह कहने में संकोच नहीं किया कि भारत ए के खिलाड़ियों ने गेंद की स्थिति के साथ छेड़छाड़ की थी, जिसके बाद गेंद बदली गई. यह कहते भी सुना गया, आप इसे खरोंचते हैं, हम गेंद बदलते हैं, यह आपकी हरकतों के कारण है कि हमने गेंद बदली है.

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नियम के अनुसार, भारत ए के खिलाड़ियों ने जानबूझकर अगर गेंद की स्थिति में बदलाव किया है, तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की आचार संहिता के तहत इसमें शामिल खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है.