Saurav Kumar
पत्रकारिता की शुरुआत साल 2019 से हुई. शुरुआत से ही खेल की खबरें पढ़ना पसंद थी. खासतौर पर क्रिकेट खेलना, देखना और ...Read More
Written by Saurav Kumar
Last Updated on - January 15, 2025 6:56 PM IST
India beat Ireland: भारतीय महिला टीम ने बुधवार को यहां स्मृति मंधाना के 70 गेंद में सबसे तेज शतक और प्रतिका रावल के पहले सैकड़े के दम पर कई रिकॉर्ड बनाते हुए आयरलैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 304 रन की अपनी सबसे बड़ी जीत से श्रृंखला 3-0 से अपने नाम की.
स्मृति 135 रन (80 गेंद, 12 चौके, सात छक्के) बनाकर सबसे तेज शतक जड़ने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बनीं. उनकी और प्रतिका की 129 गेंद में 154 रन (20 चौके, एक छक्का) की पारी से भारत ने पांच विकेट पर 435 रन बनाए जिससे टीम 50 ओवर के प्रारूप में अब तक के अपने सर्वोच्च स्कोर तक पहुंची.
यह किसी भी (पुरुष और महिला) भारतीय टीम का वनडे में सर्वोच्च स्कोर है. वनडे में भारतीय पुरुष टीम का सबसे बड़ा स्कोर पांच विकेट पर 418 रन है जो उसने 2011 में इंदौर में वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाया था. मैच का नतीजा महज औपचारिकता रह गया था. भारत ने आयरलैंड को 31.4 ओवरों में सिर्फ 131 रन पर ढेर कर दिया.
कार्यवाहक कप्तान स्मृति और प्रतिका ने पहले विकेट के लिए 26.4 ओवर में 233 रन की साझेदारी निभाई. फिर भारतीय गेंदबाजों में स्पिनर तनुजा कंवर (31 रन देकर दो विकेट) और दीप्ति शर्मा (27 रन देकर तीन विकेट) ने मिलकर आयरलैंड की कम अनुभवी टीम के पांच विकेट झटककर उसे आउट करने में अहम भूमिका निभाई.
𝙏𝙝𝙖𝙩 𝙒𝙞𝙣𝙣𝙞𝙣𝙜 𝙁𝙚𝙚𝙡𝙞𝙣𝙜! 🏆
— BCCI Women (@BCCIWomen) January 15, 2025
Congratulations to the Smriti Mandhana-led #TeamIndia on the series win at the Niranjan Shah Stadium, Rajkot! 👏 👏#INDvIRE | @mandhana_smriti | @IDFCFIRSTBank pic.twitter.com/mNW0blx4tJ
आयरलैंड की टीम की शुरूआत काफी खराब रही जिसने 24 रन तक दो विकेट गंवा दिये थे लेकिन ओर्ला प्रेंडरगास्ट (36 रन) और सारा फोर्ब्स (41 रन) के तीसरे विकेट के लिए 64 रन से टीम 88 रन तक पहुंची. पर तनुजा के प्रेंडरगास्ट को आउट करने के बाद भारतीयों ने आयरलैंड के बल्लेबाजी क्रम की सात खिलाड़ियों को महज 33 रन के अंदर समेट दिया.
इससे भारतीय टीम रनों के लिहाज से अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज करने में कामयाब रही. इससे पहले टीम ने 2017 में दक्षिण अफ्रीका में इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 249 रन से जीत दर्ज की थी. इससे पहले स्मृति ने सिर्फ 70 गेंद पर अपना 10वां वनडे शतक जड़ा. अपनी इस शानदारी पारी की मदद से स्मृति ने हरमनप्रीत कौर के पिछले साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 87 गेंद पर बनाए गए शतक को भी पीछे छोड़ दिया. इस तरह भारतीय महिला टीम पहली बार 400 रन के आंकड़े तक पहुंची. इससे टीम ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के साथ एलीट सूची में शामिल होने में कामयाब रही. यह महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में चौथा सर्वोच्च स्कोर भी है.
स्मृति ने 39 गेंद में अपना 31वां वनडे अर्धशतक पूरा किया और बाएं हाथ की इस बल्लेबाज ने हवाई शॉट लगाने से भी गुरेज नहीं किया. उनकी पारी में सात छक्के और 12 चौके जड़े थे. वहीं रेलवे का प्रतिनिधित्व करने वाली दिल्ली की क्रिकेटर प्रतिका ने अपनी कप्तान का पूरा साथ निभाते हुए शानदार पारी खेली. उन्होंने अपनी छठी ही पारी में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक जड़कर इस मैच को और भी खास बना दिया. उन्होंने 129 गेंद में 154 रन बनाए.
वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछली श्रृंखला में पदार्पण करने वाली 24 वर्षीय खिलाड़ी ने चार पारियों में तीन अर्धशतक जड़े थे. इस बार उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने 100 गेंद में शतक जड़कर शानदार प्रदर्शन किया. प्रतिका ने धैर्य और आक्रामकता का सही मेल दिखाया और अपनी पारी के दौरान 12 चौके और एक छक्का जड़ा. दोनों के बीच 233 रन की साझेदारी से यह जोड़ी महिला वनडे में 200 रन की भागीदारी करने वाली चौथी भारतीय जोड़ी बन गई.
पिछली बार दीप्ति शर्मा और पूनम राउत ने 2017 में आयरलैंड के खिलाफ पहले विकेट के लिए रिकॉर्ड 320 रन की साझेदारी निभाई थी. यह तीसरा मौका था जब दोनों भारतीय सलामी बल्लेबाजों ने महिला वनडे में शतक जड़े हों. इससे पहले 1999 में रेश्मा गांधी और मिताली राज तथा दीप्ति और राउत ने आयरलैंड के खिलाफ शतक जड़े थे.
भारतीय जोड़ी ने पावरप्ले के दौरान 90 रन और अगले 10 ओवर में 67 रन जोड़े जिससे स्कोरिंग गति तेज रही. इस तरह दोनों ने पिछली छह पारियों में से चौथी बार 100 रन की भागीदारी बनाई. स्मृति ने कैलेंडर वर्ष का अपना पहला शतक अर्लेन कैली की गेंद पर शानदार ड्राइव के साथ पूरा किया. स्मृति ने इसी गेंदबाज के ओवर में लगातार दो छक्के जड़े.
तीसरे नंबर पर उतारी गईं विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष ने भी फॉर्म में वापसी की और 37 गेंद में अर्धशतक बनाया. यह वनडे में उनका पांचवां अर्धशतक था. आयरलैंड ने सात गेंदबाजों का इस्तेमाल किया लेकिन ये सभी भारत की बल्लेबाजों के सामने संघर्ष करती दिखीं. वहीं खराब क्षेत्ररक्षण ने उनकी परेशानी और बढ़ा दी.
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