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पूर्व पाकिस्तानी कप्तान को नहीं है अपनी टीम पर भरोसा, IND vs PAK से पहले दिया बड़ा बयान

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और दिग्गज ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी को अपने टीम पर जीतने का भरोसा नहीं है.

user-circle cricketcountry.com Written by Saurav Kumar
Last Updated on - February 21, 2025 11:15 PM IST

Shahid Afridi on IND vs PAK Clash: पाकिस्तान के दिग्गज ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी का मानना ​​है कि भारत स्पष्ट रूप से ज्यादा मजबूत टीम है क्योंकि उसके पास अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी की तुलना में काफी मैच विजेता खिलाड़ी हैं इसलिए आगामी चैंपियंस ट्रॉफी के बड़े मुकाबले में सामूहिक प्रयास ही इस चीज को खत्म करने का सबसे अच्छा तरीका होगा.

पाकिस्तान को कराची में चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ़ 60 रन की करारी हार झेलनी पड़ी जिसके बाद उसके लिए भारत के खिलाफ मैच में जीत दर्ज करना काफी अहम होगा. वहीं दूसरी ओर भारत ने बृहस्पतिवार को बांग्लादेश के खिलाफ छह विकेट से जीत दर्ज की और वह जीत के बाद इस ‘हाई-वोल्टेज’ मुकाबले में उतरेगा.

भारत के पास कई मैच विनर मौजूद हैं

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान अफरीदी ने ‘जियो हॉटस्टार’ के ‘ग्रेटेस्ट राइवलरी रिटर्न्स’ एपिसोड में कहा, ‘‘अगर हम ‘मैच विजेताओं’ की बात करें तो मैं कहूंगा कि भारत के पास पाकिस्तान की तुलना में ज्यादा ‘मैच विजेता’ हैं. मैच विजेता वह होता है जो अकेले दम पर मैच जीतना जानता हो. अभी पाकिस्तान में हमारे पास ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं. ’’

उन्होंने कहा कि भारत के मध्य और निचले क्रम ने टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई है जबकि पाकिस्तान के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता. अफरीदी ने कहा, ‘‘भारत की ताकत उसके मध्य और निचले क्रम में है जो उसे मैच जिताता रहा है. लंबे समय से हम खिलाड़ियों को मौके दे रहे हैं लेकिन कोई भी लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया है. ’’

भारत हमेशा काफी मजबूत

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ खिलाड़ियों ने कुछ मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन हमारे पास ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं जो एक साल, दो साल या 50-60 मैच तक अपना प्रदर्शन बरकरार रख पाए हों. इस मामले में हम भारत की तुलना में थोड़े कमज़ोर हैं जो इस मायने में बहुत मजबूत है. ’’

अफ़रीदी ने कहा कि पाकिस्तान की टीम के हर खिलाड़ी को अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी को हराने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा. उन्होंने कहा, ‘‘भारत के खिलाफ जीतने के लिए सबसे अहम सामूहिक प्रदर्शन है – चाहे बल्लेबाज हों, गेंदबाज हों या स्पिनर – हर किसी का योगदान महत्वपूर्ण है.’’

हालांकि भारत के विश्व कप विजेता ऑलराउंडर युवराज सिंह को लगता है कि पाकिस्तान का पलड़ा भारी रहेगा क्योंकि उन्होंने अपना बहुत सारा क्रिकेट दुबई में खेला है. लाहौर में 2009 में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान को अपने घरेलू मैच संयुक्त अरब अमीरात में खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा.

प्रेशर सही से हैंडल करने वाली टीम को मिलेगी जीत

युवराज ने कहा, ‘‘मुझे वास्तव में लगता है कि पाकिस्तान को फायदा मिलेगा क्योंकि उनका ‘बेस’ दुबई में है. उन्होंने वहां बहुत सारा क्रिकेट खेला है और वे वहां की परिस्थितियों को अच्छी तरह समझते हैं. धीमे विकेटों पर भारतीय और पाकिस्तानी खिलाड़ी सर्वश्रेष्ठ हैं जिन्होंने हमेशा स्पिन को अच्छी तरह से खेला है. ’’ युवराज अफरीदी की इस बात से सहमत हैं कि भारत के पास अधिक मैच विजेता हैं. उन्होंने कहा कि स्थिति के अनुसार ढलना और दबाव को हावी नहीं होने देना इस मुकाबले में बड़ी भूमिका निभाएगा.

उन्होंने कहा, ‘‘आप मैच विजेताओं के बारे में बात करते हैं. मैं शाहिद अफरीदी से सहमत हूं कि हमारे पास अधिक मैच विजेता हैं. लेकिन मेरा मानना ​​है कि भले ही पाकिस्तान के पास कम मैच विजेता हों, फिर भी एक खिलाड़ी खेल को अपने पक्ष में कर सकता है. ’’

युवराज ने कहा, ‘‘भारत-पाकिस्तान मुकाबला केवल मैच विजेताओं के बारे में नहीं है. यह उस पल में खेलने, स्थिति के अनुसार ढलने और अपेक्षाओं को अपने ऊपर हावी नहीं होने देने के बारे में है. जो टीम यह बेहतर करेगी वह अपने देश के लिए मैच जीतेगी. ’’ उन्होंने यह भी कहा कि कप्तान रोहित शर्मा का फॉर्म कोई चिंता का विषय नहीं है क्योंकि वह विराट कोहली के साथ मैच विजेता हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘रोहित शर्मा, चाहे फॉर्म में हों या नहीं, मेरे लिए इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. मैं हमेशा अपने मैच विजेता खिलाड़ियों का समर्थन करता हूं. वनडे क्रिकेट में वह विराट कोहली के साथ बल्लेबाज के तौर पर भारत के सबसे बड़े मैच विनर रहे हैं. ’’

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युवराज ने कहा, ‘‘अगर रोहित संघर्ष कर रहे हैं लेकिन फिर भी रन बनाते हैं तो यह विपक्ष के लिए खतरनाक है. अगर वह फॉर्म में हैं तो वह 60 गेंदों में शतक बना सकते हैं. यही उनकी खूबी है, एक बार जब वह चल पड़ते हैं तो वह सिर्फ चौके नहीं मारते, वह छक्कों के साथ सीमारेखा पार कराते हैं. ’’