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इयोन मॉर्गन ने की धोनी और युवराज की तारीफ

इयोन मॉर्गन ने 102 रनों की धुआंधार पारी खेली लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिलवा पाए।

user-circle cricketcountry.com Written by Press Trust of India
Last Updated on - January 20, 2017 12:50 PM IST

इयोन मॉर्गन  © Getty Images
इयोन मॉर्गन © Getty Images

भारत और इंग्लैंड के बीच कटक में खेले गए दूसरे वनडे मैच में टीम इंडिया ने 15 रनों से जीत दर्ज करते हुए तीन मैचों की वनडे सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली। सीरीज का अंतिम मैच 22 जनवरी को कोलकाता में खेला जाएगा। कटक वनडे में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने 50 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 381 रन बनाए। भारत की ओर से युवराज सिंह ने सर्वाधिक 150 और एमएस धोनी ने 134 रनों की पारी खेली। इस दौरान दोनों ने चौथे विकेट के लिए रिकॉर्ड 256 रनों की साझेदारी निभाई। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड टीम 50 ओवरों में 366/8 का स्कोर ही बना पाई और 15 रनों से मैच हार गई। इंग्लैंड को एक समय इयोग मॉर्गन ने 102 रनों की पारी खेलकर जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया था। लेकिन इसी बीच बुमराह ने उन्हें रन आउट कर दिया और इंग्लैंड की रही- सही उम्मीदों पर पानी फेर दिया। भारत की ओर से रविचंद्रन अश्विन ने 3 विकेट निकाले और जीत में अहम भूमिका निभाई।

मोर्गन ने कहा, “हम फिर से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाए। इतना करीब पहुंचकर जीत हासिल नहीं करना निराशाजनक है। धोनी और युवराज के लिए गेंदबाजी करना मुश्किल था। हमने बाद में अच्छी चुनौती पेश की। हमें विश्वास था कि हम लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। विश्वास था लेकिन हमारे पास उसके लायक कौशल नहीं था।” युवराज को उनकी जबरदस्त पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने कहा कि यह उनकी सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक थी। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा, “घरेलू सत्र में मैं गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहा था। मैंने और धोनी ने स्थिति को अच्छी तरह से परखा और नए सिरे से शुरुआत की। हमने सही समय पर हमलावर तेवर अपनाए। हम साझेदारी बनाए रखना चाहते थे और फिर हमने कई शॉट खेले। हम 340 से 350 रन के स्कोर तक पहुंचने के बारे में सोच रहे थे।”  [ये भी पढ़ें: जीत के बाद भी खुश नहीं कप्तान विराट कोहली]

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युवराज ने कहा, “यह संभवत: मेरी सर्वश्रेष्ठ पारी है। मैंने निचले क्रम के बल्लेबाज के रूप में शुरूआत की थी लेकिन ऊपरी क्रम में आने पर आपको अधिक गेंदें खेलने को मिलती हैं। मेरे लिए 150 रन लक्ष्य था। जब आप 30 के पार हो जाते हो तो आपको अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।”