This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
टेस्ट में 3 से कम टेस्ट मैचों की सीरीज न खेली जाए, MCC का बड़ा सुझाव
टेस्ट क्रिकेट को लेकर MCC ने कई बड़े सुझाव दिए हैं जिसमें कम से कम 3 मैचों की टेस्ट सीरीज भी शामिल है.
Written by Vanson Soral
Last Updated on - February 10, 2024 9:57 AM IST

केप टाउन। मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) की वर्ल्ड क्रिकेट काउंसिल (डब्ल्यूसीसी) ने कहा है कि वह 2028 से अगले आईसीसी फ्यूचर टूर्स प्रोग्राम (एफटीपी) में कम से कम तीन टेस्ट मैच खेलने की सिफारिश करती है. समिति की पिछले सप्ताह केप टाउन में बैठक हुई थी, जिसकी मेजबानी साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ ने की थी, जो एसए20 के कमिश्नर भी हैं.
ऑस्ट्रेलिया ने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली, जो 1-1 से बराबरी पर समाप्त हुई और उसे न्यूजीलैंड में भी इसी तरह की दो मैचों की सीरीज खेलनी है. इसके अलावा, भारत ने दिसंबर 2023-जनवरी 2024 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज भी खेली, जो दोनों टीमों के बीच सामान्य तीन मैचों की सीरीज से एक बदलाव था.
टेस्ट सीरीज में कम से कम 3 मैच
डब्ल्यूसीसी ने अपने बयान में कहा, “यह बैठक ब्रिस्बेन और हैदराबाद में खेले गए दो शानदार पुरुष टेस्ट मैचों के तुरंत बाद हुई, जिसने टेस्ट मैच प्रारूप के समर्थकों को उत्साहित किया, फिर भी उन्हें ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्ट इंडीज दो मैच सीरीज में संभावित तीसरे मैच के निर्णायक की अनुपस्थिति पर निराशा हुई.
बयान में आगे कहा गया, “वर्तमान में खेले जा रहे रोमांचक टेस्ट क्रिकेट और खेल के पारंपरिक प्रारूप को बनाए रखने के महत्व के समर्थन में, डब्ल्यूसीसी ने सिफारिश की है कि पुरुषों की टेस्ट सीरीज़ 2028 से अगले आईसीसी फ्यूचर टूर्स प्रोग्राम (एफटीपी) से कम से कम तीन मैच खेले जाएँ.”
भारत का ऋणी है क्रिकेट
डब्ल्यूसीसी ने आईसीसी सदस्य देशों के बीच असमानता पर भी बात की और खेल को ऐसे क्षेत्रों में ले जाने की बात की जहां यह नहीं खेला जाता. इसमें कहा गया, ‘‘यह खेल भारत के प्रति कृतज्ञता का ऋणी है क्योंकि क्रिकेट के प्रति जुनून से वैश्विक खेल में धन आता है.” इसके अनुसार, ‘‘लेकिन भारत पर यह निर्भरता के बावजूद खेल को अपने वैश्विक विकास को सुनिश्चित करने के लिए नये बाजारों की पहचान करने की जरूरत है क्योंकि ऐसे समय में मौजूदा चक्र से आगे मीडिया अधिकारों की कोई गारंटी नहीं है. ’’
TRENDING NOW
हाल में वेस्टइंडीज क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने दावा किया था कि उनकी टीम का यात्रा खर्च बोर्ड के बजट का एक हिस्सा है. मौजूदा स्थिति में घरेलू टीम को सीरीज से सभी मीडिया अधिकार से मिलने वाला राजस्व रखने का अधिकार है लेकिन डब्ल्यूसीसी चाहता है कि इसकी समीक्षा की जाये.