Saurav Kumar
पत्रकारिता की शुरुआत साल 2019 से हुई. शुरुआत से ही खेल की खबरें पढ़ना पसंद थी. खासतौर पर क्रिकेट खेलना, देखना और ...Read More
Written by Saurav Kumar
Last Updated on - May 23, 2025 10:13 PM IST
PBKS vs DC: आईपीएल 2025 में शनिवार को दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) और पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) की भिड़ंत होगी. यह मुकाबला आईपीएल निलंबन से पहले रद्द हुए मैच का रिमैच है, लेकिन हालात अब पूरी तरह बदल चुके हैं. पीबीकेएस पहले ही प्लेऑफ के लिए क्वालिफाई कर चुकी है, इसलिए उनके लिए अब टॉप-2 में जगह बनाना बेहद अहम है. वहीं डीसी जो अब प्लेऑफ़ की दौड़ से बाहर हो चुकी है, सिर्फ सम्मान के लिए खेलते हुए अपने सीजन का सकारात्मक अंत करना चाहेगी. आइए जानते हैं इस मैच से जुड़े कुछ अहम आंकड़े जिनका मैच पर प्रभाव पड़ सकता है.
पंजाब किंग्स इस मैच में जीत के साथ टॉप-2 में जगह पक्की करने की कोशिश करेगी, जो 2014 के बाद उनकी पहली टॉप-4 फिनिश हो सकती है. दिल्ली के लिए यह मैच सम्मान की उम्मीद बचाए रखने का मौका है, लेकिन उनकी राह मुश्किल नजर आती है.
शीर्ष क्रम की टक्कर एक दिलचस्प मुकाबला पेश करने वाली है, जहां दो टीमों की बल्लेबाजी ताकत में जमीन-आसमान का फर्क नजर आता है. पीबीकेएस का शीर्ष क्रम इस सीजन में शानदार फॉर्म में रहा है, जिनकी औसत 36.5 है जो लीग में गुजरात टाइटंस (58.3), लखनऊ सुपर जायंट्स (40.5) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (37.3) के बाद चौथे नंबर पर है. दूसरी ओर डीसी की शुरुआत बेहद कमजोर रही है, जहां उनके शीर्ष तीन बल्लेबाजों की औसत केवल 27.1 रही है जो चेन्नई सुपर किंग्स (23.2) और कोलकाता नाइट राइडर्स (26.2) के बाद सबसे कम है. ऐसे में यह मुकाबला रणनीतिक रूप से अहम होगा, जहां पीबीकेएस अपनी मजबूत शुरुआत का फायदा उठाकर डीसी पर दबाव बनाना चाहेगी.
पीबीकेएस की ओपनिंग जोड़ी प्रभसिमरन सिंह और प्रियांश आर्य टीम की कामयाबी की बड़ी वजह बनकर उभरी है. आक्रामकता और निरंतरता का बेहतरीन मिश्रण पेश करते हुए इस जोड़ी ने लगभग हर मैच में पावरप्ले में टीम को शानदार शुरुआत दिलाई है. दोनों बल्लेबाज अब तक सीजन में 350 से ज्यादा रन बना चुके हैं, और प्रभसिमरन तो 500 रन के आंकड़े के करीब पहुंचते दिख रहे हैं.
इस ओपनिंग जोड़ी का प्रदर्शन सीधे तौर पर टीम के नतीजों को प्रभावित करता है. जब इन दोनों में से कोई भी बल्लेबाज 45+ रन बनाता है, तो पीबीकेएस ने अब तक कोई मुकाबला नहीं गंवाया है (5 जीत, 1 बिना नतीजे वाला मैच). लेकिन जब दोनों में से कोई भी 45 रन का आंकड़ा पार नहीं कर पाता, तो पीबीकेएस ने छह में से तीन मुकाबले गंवाए हैं.
पीबीकेएस की पावरप्ले गेंदबाजी में जबरदस्त बदलाव देखने को मिला है. शुरुआती पांच मुकाबलों में टीम सिर्फ चार विकेट निकाल सकी थी वह भी 9.8 की इकॉनमी और 73.8 के औसत के साथ, जो बेहद महंगे और बेअसर प्रदर्शन को दर्शाता है. लेकिन इसके बाद पीबीकेएस ने अपने गेंदबाजी आक्रमण में बड़ा सुधार किया और अगली सात पारियों में उन्होंने 14 विकेट चटकाए, वो भी 8.8 की इकॉनमी और केवल 23 के औसत के साथ. यह सुधार पीबीकेएस के लिए गेमचेंजर साबित हुआ है. हालांकि, राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ पिछला मुकाबला अपवाद रहा, जहां यशस्वी जायसवाल की आक्रामक बल्लेबाजी के चलते पीबीकेएस की गेंदबाजी बेअसर दिखी और आरआर ने सिर्फ एक विकेट खोकर पावरप्ले में 89 रन बना दिए.
सीजन में पावरप्ले में सबसे बेहतर इकॉनमी की बात करें, तो आरसीबी 8.5 की इकॉनमी के साथ शीर्ष पर है, जबकि मुंबई इंडियंस और केकेआर 9.0 की इकॉनमी के साथ बराबरी पर हैं. पीबीकेएस भी अब इस सूची में 9.2 की इकॉनमी के साथ अपनी जगह बना चुका है.
डीसी की पावरप्ले गेंदबाजी लगातार उनकी सबसे बड़ी कमजोरी साबित हो रही है. इस सीजन में उन्होंने पावरप्ले में 9.7 की इकॉनमी रेट से रन लुटाए हैं, जो लीग की चौथी सबसे महंगी इकॉनमी है. डीसी के लिए एकमात्र राहत स्पिनर विप्रज निगम रहे हैं, जिनकी स्ट्राइक रेट 14 रही है, जो इस चरण में किसी भी गेंदबाज के मुक़ाबले सबसे प्रभावी है. वहीं दूसरी ओर अन्य तेज गेंदबाज जैसे मुकेश कुमार और दुष्मंत चमीरा पावरप्ले में कोई प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे हैं. लगातार शुरुआती विकेट नहीं ले पाने की वजह से डीसी हर बार बैकफ़ुट पर आ जाती है और विरोधी टीमों को तेज शुरुआत करने का मौका देती है.
This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
Strictly Necessary Cookie should be enabled at all times so that we can save your preferences for cookie settings.
If you disable this cookie, we will not be able to save your preferences. This means that every time you visit this website you will need to enable or disable cookies again.