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रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में बड़ा उलटफेर, विदर्भ ने कर्नाटक को 5 रन से हराया
पहली बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंची विदर्भ की टीम
Written by Anoop Dev Singh
Published: Dec 21, 2017, 11:18 AM (IST)
Edited: Dec 21, 2017, 12:46 PM (IST)


कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स मैदान पर रणजी ट्रॉफी इतिहास का सबसे रोमांचक सेमीफाइनल खेला गया। रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में विदर्भ ने बड़ा उलटफेर करते हुए कर्नाटक को 5 रनों से हरा दिया। कर्नाटक को फाइनल में पहुंचने के लिए 198 रनों की दरकार थी लेकिन विदर्भ के गेंदबाजों ने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए कर्नाटक के मजबूत बैटिंग ऑर्डर को ध्वस्त करते हुए 192 रनों पर ऑल आउट कर दिया। विदर्भ की ओर से मीडियम पेसर रजनीश गुरबानी ने 7 विकेट झटके, सिद्धेश नेरल को 2 और उमेश यादव को 1 विकेट मिला। विदर्भ के लिए ये जीत बेहद बड़ी कामयाबी है क्योंकि उसने रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहली बार जगह बनाई है।
विदर्भ ने कैसे जीता मैच
रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में विदर्भ ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में सिर्फ 185 रन बनाए। जिसके बाद कर्नाटक ने करुण नायर के 153 रनों की मदद से पहली पारी में 301 रन बनाए और 116 रनों की अहम बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में विदर्भ ने अच्छा प्रदर्शन किया और स्कोर बोर्ड पर 313 रन लगाए और कर्नाटक को 198 रनों का लक्ष्य दिया। कर्नाटक की मजबूत बैटिंग लाइन अप के लिए ये लक्ष्य कुछ भी नहीं था। मगर विदर्भ के गेंदबाज खासकर रजनीश गुरबानी ने कर्नाटक के बल्लेबाजों की कलई खोल दी। उन्होंने मैच के चौथे दिन कर्नाटक के 7 विकेट 111 रन पर गिरा दिए।
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रोमांचक रहा पांचवां दिन
सेमीफाइनल के आखिरी दिन विदर्भ को जीत के लिए 3 विकेट की दरकार थी और वहीं कर्नाटक को 87 रन चाहिए थे। कप्तान विनय कुमार ने श्रेयस गोपाल के साथ पारी को आगे भी बढ़ाया लेकिन गुरबानी ने विनय कुमार को 36 रन पर आउट कर दिया। इसके बाद अभिमन्यु मिथुन ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 5 चौके लगा दिए और कर्नाटक को जीत के करीब पहुंचा दिया। मगर विदर्भ के गेंदबाज गुरबानी ने एक बार फिर पलटवार किया और उन्हें 189 के स्कोर पर आउट कर दिया। इसके बाद 3 रन और बने ही थे कि गुरबानी ने अपने 7वें विकेट के तौर पर श्रीनाथ अरविंद को आउट कर विदर्भ को ऐतिहासिक जीत दिला दी।
रणजी के सबसे रोमांचक मैच
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आपको बता दें रणजी ट्रॉफी के नॉक आउट मुकाबलों की बात करें तो ये मुकाबला सबसे रोमांचक मुकाबलों में से एक है। 1990-91 में हरियाणा और मुंबई के बीच हुए फाइनल मैच में जीत का अंतर महज दो रन था। इसके बाद साल 1992-93 में कर्नाटक और मध्य प्रदेश के बीच प्री क्वार्टर फाइनल मैच के नतीजे का अंतर 5 रन था। अब गुरुवार को विदर्भ ने कर्नाटक को 5 रन से हराकर इस मुकाबले को रणजी ट्रॉफी इतिहास का सबसे रोमांचक सेमीफाइनल बना दिया।