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'DRS जैसी चीजों को समझने के लिए रिषभ पंत को समय देने की जरूरत'
बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज में भारत की कप्तानी कर रहे रोहित शर्मा ने रिषभ पंत का बचाव किया।
Written by Press Trust of India
Last Published on - November 4, 2019 12:51 PM IST

जब सटीक ‘रिव्यू’ की बात आती है तो महेंद्र सिंह धोनी का नाम एकदम से जेहन में आ जाता लेकिन सीमित ओवरों फॉर्मेट में उनके उत्तराधिकारी रिषभ पंत बांग्लादेश के खिलाफ दिल्ली में खेले गए पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में इस मोर्चे पर पूरी तरह से नाकाम रहे जिसके लिए कप्तान रोहित शर्मा ने उनका बचाव किया।
मैच के दसवें ओवर की आखिरी गेंद पर लिया गया डीआरएस का फैसले भारत के खिलाफ गया और आखिर में ये गलती टीम को महंगी पड़ी और उसे पहली बार बांग्लादेश से हार का सामना करना पड़ा।
एक ही ओवर में हुई दो बड़ी गलतियां
लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल के इस ओवर की तीसरी गेंद पर मुशफिकुर रहीम एलबीडब्ल्यू आउट थे लेकिन भारत ने ‘रिव्यू’ नहीं लिया। गेंदबाज या विकेटकीपर पंत ने इसके लिए कप्तान को कोई सलाह भी नहीं दी। रहीम तब छह रन पर खेल रहे थे और बाद में वो 60 रन बनाकर नाबाद रहे।
इसी ओवर की आखिरी गेंद पर सौम्य सरकार के खिलाफ पंत ने विकेट के पीछे कैच की अपील की जिसे अंपायर ने ठुकरा दिया। पंत ने रोहित पर ‘डीआरएस’ के लिए दबाव बनाया लेकिन ‘रिव्यू’ से स्पष्ट हो गया कि गेंद बल्ले से लगकर नहीं गयी थी। दर्शकों ने भी ‘धोनी—धोनी’ की गूंज से पंत को गलती का अहसास कराया।
‘समय के साथ सही फैसला करना सीख जाएंगे पंत’
रोहित ने बाद में स्वीकार किया कि इस तरह के ‘रिव्यू’ में कप्तान पूरी तरह से गेंदबाज और विकेटकीपर पर निर्भर होता है लेकिन उन्होंने भरोसा जताया कि पंत अभी युवा है और वो समय के साथ बेहतर फैसले करना सीख जाएगा।
उन्होंने कहा, “जब आप फैसला करने की सही स्थिति में नहीं होते हैं तो आपको फैसला लेने के लिए अपने गेंदबाज और विकेटकीपर पर भरोसा करना होता है। रिषभ अभी युवा है और उसने बमुश्किल 10 से 12 टी20 (असल में 21) मैच खेले हैं, इसलिए उसे इस तरह की चीजों को समझने के लिए समय देने की जरूरत है।”
रोहित ने कहा, “वो इस तरह के फैसला कर सकता है या नहीं इस पर अभी निर्णय करना जल्दबाजी होगी। उसे ऐसे फैसले करने के लिए हमें समय देना होगा। यही बात गेंदबाज पर भी लागू होती है। जब कप्तान फैसला करने के लिए सही स्थिति में नहीं होता है तो गेंदबाज और विकेटकीपर मिलकर फैसला करते हैं।”
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भारतीय कप्तान ने हालांकि माना कि अगर मुशफिकुर रहीम के खिलाफ ‘रिव्यू’ लेने में गलती नहीं की होती तो टीम ये मैच जीत सकती थी। उन्होंने कहा, “हमने मैदान पर कुछ फैसले अच्छे नहीं किए जो कि हमारे खिलाफ गये और आखिर में उस बल्लेबाज (रहीम) ने अर्धशतक जमाया। फैसला करने में हम यहां पर कमजोर साबित हुए। हमने रिव्यू लेने में गलती की। उसने (रहीम) पहली गेंद बैकफुट पर खेली और हमें लगा कि वह लेग साइड की तरफ जा रही है। अगली गेंद फ्रंट फुट पर थी लेकिन हम ये भूल गए कि वो कितनी शार्ट थी।”