This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
दो साल बाद अपने गृह राज्य बंगाल में रिद्धिमान साहा की वापसी, कहा- मैं हमेशा वर्तमान में जीता हूं
साहा ने कहा, अभी मेरा ध्यान बंगाल प्रो टी20 और टीम को नॉकआउट तक पहुंचाने पर है, मैं जहां भी खेला, हमेशा अपना शत प्रतिशत से अधिक दिया है.
Written by Press Trust of India
Last Updated on - June 12, 2024 12:12 PM IST

कोलकाता. सार्वजनिक हुए विवाद के दो साल बाद अपने गृह राज्य बंगाल में वापसी करने वाले अनुभवी रिद्धिमान साहा ने मंगलवार को भावुक होते कहा कि उन्होंने कभी भी मुड़कर अतीत को नहीं देखा है और वह वर्तमान पर ही ध्यान लगाते हैं.
इस साल के अंत में वह 40 साल के हो जायेंगे.पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली और अपनी पत्नी रोमी के साथ बातचीत के बाद ही साहा अपने गृह राज्य लौटने पर सहमत हुए. साहा मंगलवार को ईडन गार्डन्स में शुरू से हो रहे बंगाल प्रो टी 20 लीग में रश्मि मेदिनीपुर विजार्ड्स के लिए ‘मार्की’ खिलाड़ी होंगे.
मैं हमेशा वर्तमान में जीता हूं: साहा
त्रिपुरा से बंगाल लौटने के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत के दौरान साहा ने भावुक होकर कहा, मैं अभी तक बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के अधिकारियों से नहीं मिला हूं, लेकिन अभ्यास के दौरान ड्रेसिंग रूम में गया था और कुर्सियों के रंग बदल गये हैं। यह अलग दिख रहा है. उन्होंने कहा, मैंने कभी अतीत को नहीं देखा है, मैं हमेशा वर्तमान में जीता हूं, मैंने यहीं से अपना सफर शुरू किया था, अब जब मैं वापस आ गया हूं तो मैं बंगाल की टीम में मौका पाने की पूरी कोशिश करूंगा. साहा ने कहा, लेकिन अभी मेरा ध्यान बंगाल प्रो टी20 और टीम को नॉकआउट तक पहुंचाने पर है, मैं जहां भी खेला, हमेशा अपना शत प्रतिशत से अधिक दिया है.
TRENDING NOW
2022 के शुरु में साहा को श्रीलंका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए बाहर कर दिया गया था जिसके बाद शांत रहने वाले विकेटकीपर ने खुलासा किया था कि तब बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) के अध्यक्ष गांगुली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अर्धशतक के बाद उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में जगह देने का आश्वासन दिया था, लेकिन बाद में टीम प्रबंधन ने उन्हें सूचित किया कि उन्हें नहीं चुना जायेगा और कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें संन्यास लेने का सुझाव भी दिया था.