Jay Jaiswal
जय जायसवाल क्रिकेटकंट्री हिंदी में बतौर सीनियर राइटर कार्यरत हैं
Written by Jay Jaiswal
Last Published on - February 20, 2016 4:14 PM IST
साल 2016 में शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम एशिया कप के खिताब पर छठी बार कब्जा जमाने के लिए तैयार है। भारतीय टीम ने इस साल ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में मात देने के बाद श्रीलंका को भी अपनी धरती पर परास्त किया। भारतीय टीम इस समय बेहतरीन फॉर्म में है और कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी टीम की इस शानदार फॉर्म को पूरी तरह भुनाना और टी20 विश्व कप 2016 जीतकर भारत को दूसरी बार टी20 विश्व चैंपियन बनाना चाहेंगे। लेकिन फिलहाल धोनी के धुरंधरों के सामने एशिया की चुनौती है। भारतीय टीम इस चुनौती को जीत कर ही विश्व कप के लिए जाना चाहेगी।
पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश जैसी टीमें एशिया कप में भारत को टक्कर देंगी। लेकिन क्या वाकई इन टीमों में वो कूवत है कि भारतीय टीम को हरा सके? इस साल अगर इन तीनों के प्रदर्शन को देखें तो श्रीलंका को अभी हाल ही में भारत ने धूल चटाई है, तो पाकिस्तान टीम भी न्यूजीलैंड से करारी शिकस्त झेल कर हिस्सा लेने आई है। बांग्लादेश को जिंबाब्वे के खिलाफ सीरीज जीतने के लिए मशक्कत करनी पड़ी और अंत में सीरीज बराबरी पर छूटा। ऐसे में ये तीनों टीमें फॉर्म में चल रही भारतीय टीम के सामने कितनी बड़ी चुनौती देंगे ये देखने वाली बात होगी। ALSO READ: एशिया कप 2011-12(वीडियो): जब विराट कोहली के आगे नतमस्तक हुआ पाकिस्तान
फिलहाल भारतीय टीम के लिए एशिया कप विश्व कप से पहले एक प्रेक्टिस सीरीज की तरह ही है जिसमें टीम अपनी कमियों को दूर करना चाहेगी। बल्लेबाजी में टॉप ऑर्डर की बात करें तो रोहित शर्मा, शिखर धवन और विराट कोहली मौजूदा दौर में किस तरह की क्रिकेट खेल रहे हैं ये बताने की जरूरत नहीं है। तीनों का शानदार फॉर्म में होना भारतीय टीम की कप जीतने की उम्मीदों को आसमान पर पहुंचा देता है। मध्य क्रम में सुरेश रैना भी कमाल की बल्लेबाजी कर रहे हैं। तो अगर देखें तो भारतीय टीम के चार शुरूआती बल्लेबाज जबरदस्त फॉर्म में हैं और इन चारों से निपटने में ही पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश के पसीने निकल जाएंगे। ALSO READ: जानें एशिया कप का इतिहास और इसके रिकॉर्ड्स
नंबर 5 और नंबर 6 पर धोनी और युवराज के बल्ले से रन ना निकल पाना भारत के लिए चिंता का विषय है। धोनी और युवराज ने ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाफ हालिया सीरीज में बल्ले से प्रभावित नहीं किया है। विश्व कप को ध्यान में रखते हुए इन दोनों को इस सीरीज में अपनी फॉर्म पा लेनी होगी। धोनी के बाद हार्दिक पांड्या के पास आक्रामक शॉट लगाने की क्षमता भारतीय टीम को अंतिम ओवर में अतिरिक्त 20-25 रनों का फायदा दे सकती है। रविन्द्र जडेजा और अश्विन भी बल्लेबाजी कर सकते हैं। तो इस लिहाज से देखें तो युवराज और धोनी को छोड़ कर टीम की बल्लेबाजी में कोई कमी नहीं नजर आ रही। नंबर 9 तक बल्लेबाजी रखने वाली भारतीय टीम का सामने विपक्षी गेंदबाज किस तरह से गेंदबाजी करेंगे ये सोच-सोच कर उनकी हालत खराब हो चुकी होगी। ALSO READ: वनडे क्रिकेट की पांच सबसे सफल ओपनिंग जोड़ियां
गेंदबाजी में स्पिन की कमान रविचन्द्रन अश्विन के हाथों में होगी। एशियाई पिचों पर अश्विन क्या कर सकते हैं ये किसी से छुपा नहीं है। बुमराह के आ जाने से भारतीय तेज गेंदबाजी बेहतर दिख रही है। पेस और यार्कर के दम पर बुमराह ने बहुत जल्दी ही नाम कमा लिया है। उनके सीनियर साथी आशीष नेहरा अपने करियर की बेहतरीन दौर में हैं। नेहरा की 140 की स्पीड के साथ स्विंग बल्लेबाजों को आक्रामक शाट लगाने से रोकेगी। हार्दिक पांड्या के आ जाने से गेंदबाजी आक्रमण को संतुलन मिला है। युवराज और रैना की पार्ट टाइम स्पिन गेंदबाजी में विकल्प को जोड़ती है।
तो अगर देखें तो भारतीय टीम एशिया कप में प्रभुत्व के लिए पूरी तरह से तैयार है। बस दर्शकों को युवराज और धोनी के बल्ले से रन की उम्मीद होगी क्योंकि अगर ये दोनों भी फॉर्म में आ गए तो एशिया कप के अलावा टी20 विश्व कप का ताज भी भारत के अलावा शायद ही कही और जा पाएगा।
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