Devbrat Bajpai
देवब्रत वाजपेयी क्रिकेटकंट्री हिंदी के साथ senior correspondent के पद पर कार्यरत हैं
Written by Devbrat Bajpai
Last Updated on - February 13, 2016 12:00 PM IST
भारत और श्रीलंका के बीच विशाखापत्तनम में खेला जाने वाला तीसरा टी20 मैच दोनों टीमों के लिए अहम मैच है और इस मैच को जीतते हुए कोई एक टीम सीरीज की हकदार होगी। भारतीय टीम के लिए इस सीरीज की शुरुआत किसी बुरे सपने की तरह रही थी जब उनकी बल्लेबाजी पुणे की घास वाली पिच पर एक दम से ढह गई थी। लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने रांची में खेले गए दूसरे टी20 मैच में जबरदस्त वापसी की और विपक्षी टीम को हर विभाग में ध्वस्त करते हुए श्रृंखला में 1-1 से बराबरी की। दोनों मैचों में भारतीय बल्लेबाजी का विश्लेषण करें तो पता चलता है कि पहले मैच में भारतीय बल्लेबाजों से श्रीलंका के नए नवेले गेंदबाजों को पढ़ने में गलती हो गई थी जिसकी कसर उन्होंने दूसरे मैच में जमकर निकाली। रांची में भारतीय बल्लेबाजों ने जबरदस्त हिटिंग की। रोहित और धवन के द्वारा धुआंधार शुरुआत देने के बाद मध्यक्रम में पहली बार बैटिंग क्रम में ऊपर भेजे गए हार्दिक पांड्या ने अच्छे हाथ दिखाए और महज 12 गेंदों में 27 रन ठोंक डाले। वहीं सुरेश रैना ने 19 गेदों में 31 रन ठोंकते हुए अच्छा योगदान दिया। इस दौरान युवराज सिंह ही एक मात्र बल्लेबाज रहे जो डेथ ओवरों में पहली ही गेंद पर चलते बने। भारत बनाम श्रीलंका दूसरा टी20 मैच फुल स्कोरकार्ड जानने के लिए क्लिक करें…
वहीं श्रीलंकाई गेंदबाज कसुन रजिथा जो पहले मैच में भारतीय बल्लेबाजों के लिए एक बड़ा खतरा साबित हुए थे। रांची में खेले गए दूसरे टी20 मैच में बेअसर नजर आए और 4 ओवरों में 45 रन लुटा दिए। बहरहाल, थिसारा परेरा ने हैट-ट्रिक जरूर ली, लेकिन वह भी रनों का बहाव रोकने में ज्यादा सफल नहीं हो पाए। सिर्फ दुसामंथ चमीरा ही कुछ हद तक रनों का बहाव रोकने में सफल हो सके। इस मैच में लगभग हर भारतीय खिलाड़ी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और वहीं गेंदबाजों ने भी निराश नहीं किया। रविचंद्रन अश्विन ने बेहतरीन गेंदबाजी का मुजाहिरा पेश किया और 4 ओवरों में 13 रन देकर 3 विकेट लिए। वीडियो: थिसारा परेरा व टी20 क्रिकेट में अन्य हैट-ट्रिक लेने वाले गेंदबाज
वहीं आशीष नेहरा, जसप्रीत बुमराह, और रवींद्र जडेजा ने दो-दो विकेट लिए। भारतीय गेंदबाजों के आगे एक बार फिर से श्रीलंकाई आक्रमण लड़खड़ाता नजर आया। दिलशान के शून्य पर आउट होने के बाद भारतीय खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई और यहीं से मैच औंधे मुंह गिर पड़ा। उनके शीर्ष के बल्लेबाज व्यक्तिगत स्कोर 5 भी नहीं बना सके। हालांकि मध्यक्रम में चार बल्लेबाजों दिनेश चंडीमल, चमारा कपुगेदरा, मिलिंदा सिरीवर्धना और दसुन शनाका ने जरूर अपना दम दिखाया। लेकिन इसका मैच पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
सीरीज के दूसरे मैच में ही श्रीलंकाई गेंदबाजों के गैर-अनुभवी होने का पर्दाफाश हो गया। जो हवा उन्होंने पहले मैच के बाद बनाई थी अब उसका नामोनिशान नहीं बचा है। ऐसे में अब वह विशाखापत्तनम में होने वाले अंतिम मैच में एक भिन्न रणनीति के साथ मैदान में उतरते हुए भारतीय टीम के खिलाफ कड़ी चुनौती पेश करना चाहेंगे। वहीं भारत को अपना विजयी रथ आगे बढ़ाने के लिए कुछ ज्यादा अलग करने की जरूरत नहीं है। ऐसे में भारतीय खिलाड़ी अपने स्वभाविक खेल को जारी रखते हुए श्रृंखला को अपने नाम करने को आतुर होंगे।
This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
Strictly Necessary Cookie should be enabled at all times so that we can save your preferences for cookie settings.
If you disable this cookie, we will not be able to save your preferences. This means that every time you visit this website you will need to enable or disable cookies again.