Cricket Country Staff
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Written by Cricket Country Staff
Last Updated on - September 26, 2016 12:22 PM IST
भारत न्यूजीलैंड टेस्ट मैच के चौथे दिन केन विलियम्सन का विकेट लेकर रविचन्द्रन अश्विन सबसे तेज भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। अगर विश्व क्रिक्रेट की बात करें तो अश्विन आस्ट्रेलियन गेंदबाज सीवी ग्रिमेट के बाद दूसरे नंबर पर हैं। कानपुर टेस्ट के तीसरे दिन तक अश्विन 197 का आंकड़ा पार कर चुके थे। मैच शुरू होने के साथ ही अश्विन ने पहले मार्टिन गप्टिल को मुरली विजय के हाथों कैच करवाया। उसके बाद टॉम लेथम को एलबीडबल्यू कर पवेलियन वापस भेजा। इसके बाद अश्विन काफी देर तक संघर्ष करते दिखे। कई बार अपील करने पर भी उन्हें सफलता हासिल नहीं हुई। आखिरकार 17वें ओवर की पांचवी गेंद पर अश्विन ने कप्तान विलियम्सन को आउट किया और टेस्ट क्रिक्रेट में इस कीर्तिमान तक पहुंच गए। टी20 से लाइम लाइट मे आए अश्विन ने अपने पहले ही टेस्ट मैच में 9 विकेट लेकर जता दिया था कि उनमें टेस्ट क्रिक्रेट खेलने की क्षमता है। टेस्ट मे 25.20 की एवरेज से अश्विन ने कुल 200 विकेट लिए हैं।
अश्विन भारत के मैचविनर खिलाड़ियों में से एक है, न्यूजीलैंड के खिलाफ चल रहे मैच में भी पहले दिन की खराब बल्लेबाजी के बाद भारत की वापसी कराने में अश्विन की अहम भूमिका रही है। इस सूची में शीर्ष पर हैं आस्ट्रेलिया के सीवी ग्रेमिट, जिन्होंने 36 मैचों में ही 200 विकेट का आंकड़ा पार कर लिया था। ग्रेमिट ने साउथ अक्रीका के खिलाफ मैच में ये कीर्तिमान हासिल किया था। ग्रेमिट ने कुल 37 मैच ही खेले हैं जिनमें उन्होंने 216 विकेट लिए हैं। इसके अलावा वकार युनिस, डेनियस लिली, डेल स्टेन, सर इयान बॉथम और मुथैया मुरलीधरन जैसे दिग्गजों ने भी इस सूची में जगह बनाई है। अश्विन इस समय भारतीय टेस्ट टीम में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। अश्विन के बाद रविन्द्र जडेजा ने सबसे ज्यादा 138 विकेट लिए हैं। पिछले कई सालों में अश्विन भारतीय टीम के प्रमुख गेंदबाज बनकर उभरें हैं। साथ ही अश्विन ने कई बार अपनी बल्लेबाजी से टीम को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला है। यही कारण है कि टेस्ट, वनडे या टी20 हो धोनी हमेशा ही अश्विन को टीम में जगह देते हैं और इस बात को टेस्ट कप्तान कोहली भी समझते हैं। वो जानते हैं कि अश्विन टीम के लिए ट्रंम कार्ड हैं जो किसी भी स्थिती में चल जाता है।
1-हरभजन सिंह
भारत के सफल ऑफ स्पिन गेंदबाजों में गिने जाने वाले हरभजन सिंह, जिन्हें टरबनेटर के नाम से भी जाना जाता है ने जिम्बांबे के खिलाफ 2005 में अपने 200 टेस्ट विकेट पूरे किए थे। बुलवाओ में हुए इस टेस्ट मैच की पहली इनिंग में हरभजन को एक भी विकेट नहीं मिल पाया था। पर दूसरी इनिंग में लगातार चार विकेट लेकर हरभजन ने टेस्ट में अपने 200 विकेट पूरे किए। हरभजन ने टेस्ट विकेट में 400 विकेट लेने का कीर्तिमान भी अपने नाम किया है। हरभजन ऐसे अकेले गेंदबाज हैं जिन्होंने टेस्ट मैच में हैट्रिक ली है। क्रिक्रेट के तीनों फॉर्मेट में भारत के प्रमुख स्पिनर हरभजन को आखिरी बार आईपीएल 2016 में मुंबई इंडियन्स की तरफ से खेलते देखा गया।
2-अनिल कुंबले
वहीं भारतीय टीम के पूर्व टेस्ट कप्तान और मौजूदा कोच अनिल कुंबले नें भी जिम्बांबे के खिलाफ 7 विकेट लेकर 200 विकेट अपने नाम किए थे। जंबो नाम से मशहूर अनिल कुंबले के नाम टेस्ट क्रिक्रेट में 10 विकेट लेने का रिकार्ड भी है। पाकिस्तान खिलाफ दूसरे टेस्ट में कोटला के मैदान पर कुंबले ने गेंदबाजी का सबसे मुश्किल रिकार्ड बनाया। कुंबले ने कुल 132 मैच में कुल 619 विकेट लिए हैं। कुंबले मुथैया मुरलीधरन और शेन वार्न के बाद टेस्ट क्रिक्रेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज है। इंडिया का ये बेहतरीन लेग स्पिनर अब कोच के रूप में अपनी नई भूमिका को बखूबी निभा रहा है। कुंबले के कोच बनने के बाद भारत वेस्ट इंडीज के अपने पहले दौरे से सफल होकर लौटी।
3-बीएस चन्द्रशेखर
इसी लिस्ट में अगला नाम है भगवत चन्द्रशेखर का, जो कि भारत के सबसे खास गेंदबाजों में से एक थे। अनिल कुंबले भगवत चन्द्रशेखर को अपना आदर्श मानते थे। बचपन में पोलियो होने की वजह से चन्द्रशेखर का दायां हाथ कमजोर रह गया था। पर मुश्किलों से हार न मानने वाले चन्द्रा ने इसे ही अपनी ताकत बनाया। वो सीधे हाथ से ही गेंदबाजी करते थे। गुगली उनकी सबसे पसंददीदा गेंद हुआ करती थी। जिसे कई बार बल्लेबाज समझ ही नहीं पाते थे। 30 दिसंबर 1977 को मेलबर्न में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में उन्होंने अपने 200 विकेट पूरे किए। इस मैच में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी चन्द्रशेखर ही थे। उन्होंने दोनो पारियों में छह-छह विकेट लिए। भारत वो मैच 222 रनों से जीता था। उस मैच के बाद भी चन्द्रा की गेंद को आस्ट्रेलियन बल्लेबाज कभी भूल नहीं पाए।
4-कपिल देव
भारत के सबसे कामयाब कप्तान कपिल देव के नाम के बिना ये लिस्ट अधूरी है। 11 मार्च 1983 को वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेलते हुए हरियाणा हरीकेन ने अपने 200 विकेट पूरे किए। ये साल कई मायनों में खास था क्योंकि इसी साल वेस्ट इंडीज के खिलाफ लोर्ड्स में भारत ने अपना पहला विश्वकप जीता था। कपिल देव ने टेस्ट क्रिक्रेट में 131 मैचों में कुल 434 विकेट लिए हैं। इस मैच में कपिल ने 3 विकेट लिए थे और एक शतकीय पारी भी खेली थी। उस समय भारतीय टीम में न तो तेज गेंदबाज होते थे न ही ऑलराउंडर। ऐसा कहा जाता था कि भारत की जमीन पर तेज गेंदबाज पैदा ही नहीं हो सकता। ऐसे में कपिल टीम के अकेले ऑलराउंडर तेज गेंदबाज थे। कपिल ने अपने करियर में बल्ले और गेंद से कई बार टीम को जीत दिलाई है। साल 2000 में कपिल 10 महीनों तक भारत के कोच भी रहे थे। बाद में मनोज प्रभाकर के उनपर फिक्सिंग के आरोप लगाने पर उन्होंने कोच के पर से इस्तीफा दे दिया था।
5-बिशन सिंह बेदी
भारत के लेफ्ट आर्म स्पिनर बिशन सिंह बेदी, जिन्होंने कल ही अपना 70वां जन्मदिन मनाया है भी 200 विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में शामिल। बेदी भारत के सबसे खतरनाक लेफ्ट आर्म स्पिनर हुआ करते थे। बेदी 67 मैचों में 266 टेस्ट विकेट लिए हैं। 14 जनवरी 1977 को इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में बेदी ने अपना 200वां विकेट चटकाया था। बेदी ने इस मैच ने 4 विकेट लिए थे, हालांकि भारत ये मैच हार गया था। गेंद के उछाल, पेस और स्पिन की मदद से बेदी बल्लेबाजों को चकमा देते थे। बेदी ने कई बार भारतीय टीम को जीत दिलाई है। बेदी आज भी क्रिक्रेट से जुड़े है, और क्रिक्रेट से जुड़े मामलों पर हमेशा ही अपनी प्रतिक्रिया देते रहते हैं। कई बार इसे लेकर बेदी बीसीसीआई और आईसीसी से भी भिड़ जाते हैं। उनका मानना है कि क्रिक्रट की बेहतरी के लिए वो हमेशा कोशिश करते रहेंगे।
6-जे श्रीनाथ
दांए हाथ के तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने 3 नवंबर 2001 को साउथ अफ्रीका में अपने करियर के 200 विकेट पूरे किए थे। श्रीनाथ ने कुल 67 टेस्ट मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने 236 विकेट चटकाएं हैं। कपिल देव के बाद भारत के सबसे तेज गेंदबाज श्रीनाथ में ने इस मैच में 5 विकेट लिए थे। 1996-97 एहमदाबाद में श्रीनाथ ने अपने करियर का सबसे बेहतरीन स्पेल भी साउथ अफ्रीका के खिलाफ डाला। इस मैच में उन्होंने 21 रन देकर साउथ अफ्रीका के 6 विकेट लिए। इस सीरीज में एलेन डॉलेन्ड (20) के बाद सबसे ज्यादा 18 विकेट लिए थे।
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