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IPL 2019: 12वें सीजन की चैंपियन मुंबई के सफर पर एक नजर
रोहित शर्मा की कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने चौथी बार आईपीएल खिताब जीता।
Written by Cricket Country Staff
Last Updated on - May 13, 2019 3:15 PM IST

फेवरेट टीम के टाइटल के साथ इंडियन प्रीमियर लीग से 12वें सीजन की शुरुआत करने वाली मुंबई इंडियंस ने एक बार फिर खिताब पर कब्जा किया। हैदराबाद में खेले गए फाइनल मैच में चेन्नई को हराकर मुंबई ने अपना चौथा खिताब जीता और चार बार आईपीएल ट्रॉफी जीतने वाली पहली टीम बनी।
मुंबई की टीम के लिए 12वां सीजन शानदार रहा। एमआई ने अपने 14 लीग मैचों में से 9 में जीत हासिल कर अंकतालिका में पहला स्थान हासिल किया और पहले क्वालिफायर में जीत हासिल कर सीधे फाइनल में पहुंच गई। 12वें सीजन में मुंबई की जीत का सबसे बड़ा कारण रहा- किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर ना होना।
फाइनल मैच जीतने के बाद मुंबई की टीम को लगा बड़ा झटका
जहां बाकी टीमों में कोई ना कोई ऐसा खिलाड़ी जरूर था जिस पर उनके बल्लेबाजी का गेंदबाजी क्रम का ज्यादातर भार था। वहीं मुंबई टीम ने वास्तव में साझा प्रयास दिखाया। बल्लेबाजी हो, गेंदबाजी या फील्डिंग मुंबई टीम ने सभी विभागों पर काम किया। 12वें सीजन में रोहित शर्मा एंड कंपनी के आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं।
मुंबई के टॉप तीन बल्लेबाज:
मुंबई के लिए 12वें सीजन में सबसे ज्यादा रन दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक ने बनाए। सलामी बल्लेबाज की जिम्मेदारी निभाते हुए डी कॉक ने 16 मैचों में 132.91 की स्ट्राइक रेट से 529 रन बनाए। जिसमें चार अर्धशतक और एक शतक शामिल है। गौर करने वाली बात है कि मुंबई टीम ने इसी सीजन डी कॉक को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम से ट्रेड किया।
मुंबई के दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज रहे सूर्यकुमार यादव, जिन्होंने 15 पारियों में 130.86 की स्ट्राइक रेट से 424 रन बनाए। यादव ने पिछले सीजन भी 500 से ज्यादा रन बनाए थे और उसी फॉर्म को 12वें सीजन में भी बरकरार रहे।
2018 के आईपीएल सीजन में खराब फॉर्म से जूझ रहे कप्तान रोहित शर्मा 12वें सीजन में धीरे धीरे फॉर्म में लौट आए। रोहित के लिए सीजन की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी लेकिन डी कॉक का शानदार फॉर्म मुंबई के कप्तान के लिए राहत बना। जिसकी वजह से रोहित को सेट होने का समय मिलता रहा और टूर्नामेंट के दूसरे हिस्से में रोहित फॉर्म में लौट आए। रोहित ने 15 मैचों में दो अर्धशतकों की मदद से 405 रन बनाए जो कि पिछले सीजन से काफी बेहतर है।
आज के समय में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक हैं बुमराह: सचिन तेंदुलकर
मुंबई के टॉप तीन गेंदबाज:
12वें सीजन में भी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह मुंबई के सबसे अहम गेंदबाज के रूप में उभरे। विश्व कप से पहले वर्कलोड मैनेजमेंट औक फिटनेस की परेशानियों के बीच बुमराह ने अपनी लाजवाब गेंदबाजी जारी रखी। हालांकि इस बीच एक मैच में वो चोटिल भी हुए लेकिन कोई गंभीर समस्या नहीं हुई। बुमराह ने 16 मैचों में 6.63 की अच्छी इकोनॉमी रेट से 19 विकेट लिए।
मुंबई के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज रहे सीनियर क्रिकेटर लसिथ मलिंगा 35 साल की उम्र में भी मलिंगा ने शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि राष्ट्रीय टीम के साथ कुछ प्रतिबद्धताओं के चलते मलिंगा कुछ मैच मिस जरूर किए लेकिन आखिर में मुंबई को खिताबी जीत दिलाने में बड़ी भूमिका उन्हीं की रही। मलिंगा ने 12 मैचों में 16 विकेट हासिल किए।
भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या 16 मैचों में 14 विकेट लेकर मुंबई के तीसरे सबसे सफल गेंदबाज बने। हालांकि कप्तान रोहित ने पांड्या से इस सीजन पूरे चार ओवर के स्पेल बहुत कम कराए। मुंबई के लिए पांड्या की मुख्य भूमिका पिंच हिटर की रही, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया। ऐसे में उनकी गेंदबाजी टीम के लिए प्लस प्वाइंट रही।
सीजन की खोज:
11वें आईपीएल सीजन में मुंबई इंडियंस को पंजाब के मयंक मारकंडे के रूप में एक नया मैच विनर खिलाड़ी मिला था। हालांकि एक-दो मैचों के बाद मयंक की चमक कम होने लगी, जिसके चलते इस सीजन उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिला। हालांकि 12वें सीजन में मुंबई टीम को मारकंडे के विकल्प के तौर पर राहुल चाहर के रूप में एक शानदार स्पिन गेंदबाज मिला। बीच टूर्नामेंट में मुंबई के लिए डेब्यू करने वाले चाहर ने 13 मैचों में कुल 13 विकेट लेकर सचिन तेंदुलकर जैसे सीनियर खिलाड़ियों को प्रभावित किया।
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खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन और रोहित शर्मा की बेहतरीन कप्तानी के दम पर मुंबई एक बार फिर विजेता के रूप में सामने आई। 2013, 2015 और 2017 के बाद 2019 में खिताब जीतकर मुंबई ने अपनी जीत का क्रम भी बरकरार रखा। चौथा खिताब जीतने के बाद मुंबई यकीनन आईपीएल की सबसे सफल टीम बन चुकी है।