Devbrat Bajpai
देवब्रत वाजपेयी क्रिकेटकंट्री हिंदी के साथ senior correspondent के पद पर कार्यरत हैं
Written by Devbrat Bajpai
Last Updated on - June 17, 2017 4:53 PM IST
साल 1985 में ऑस्ट्रेलिया में वर्ल्ड चैपियनशिप का आयोजन किया गया। यह टू्र्नामेंट यूरोपियों के ऑस्ट्रेलिया में बसे रहने के 150 साल पूरे करने के अवसर पर सेलिब्रेशन के तौर पर आयोजित किया गया। इस टूर्नामेंट में उस समय सभी टेस्ट दर्जा प्राप्त टीमों ने भाग लिया। मैच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड और मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए। इसी टू्र्नामेंट में पहली बार मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में डे- नाइट मैच खेले गए। इस समय टीम इंडिया वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम थी। इस लिहाज से सबकी नजरें थीं कि इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया कैसा प्रदर्शन करती है।
टूर्नांमेंट का सफर: टूर्नामेंट राउंड रॉबिन स्टेज के आधार पर खेला गया। दो ग्रुप में चार और तीन टीमें बांटी गईं। ए ग्रुप में- भारत, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड की टीमें थीं। बी ग्रुप में- वेस्ट इंडीज, न्यू जीलैंड, और श्री लंका की टीमें थीं। ग्रुप ए में टीम इंडिया ने अपने तीनों मैच जीते और सेमीफाइनल में प्रवेश किया। वहीं दूसरी टीम पाकिस्तान ने अपने दो मैच जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। ग्रुप ए में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमें फिसड्डी साबित हुईं। ग्रुप बी से सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज पहुंची।
टीम इंडिया का सेमीफाइनल में मुकाबला न्यूजीलैंड से हुआ। मुकाबले को टीम इंडिया ने 7 विकेट से जीत लिया। और शान से फाइनल में प्रवेश किया। वहीं दूसरे सेमीफाइनल में पाकिस्तान ने वेस्टइंडीज को 7 विकेट से हरा दिया और फाइनल में प्रवेश किया। [ये भी पढ़ें: आईपीएल मे हैट्रिक लेने वाले शीर्ष गेंदबाज]
फाइनल में टीम इंडिया: फाइनल में भारत और पाकिस्तान टीम टीमें एक बार फिर से आमने- सामने थीं। इसके पहले टीम इंडिया ने पाकिस्तान को लीग मैच में 6 विकेट से हरा दिया था। इसलिए फाइनल को जीतते हुए पाकिस्तान टीम इंडिया से बदला लेना चाहता था। अंततः फाइनल 10 मार्च 1985 को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया।
पाकिस्तान टीम के कप्तान जावेद मियांदाद ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 9 विकेट के नुकसान पर 176 का स्कोर बनाया। पाकिस्तान की ओर से कप्तान जावेद मियांदाद ने 92 गेंदों में सर्वाधिक 48 रन बनाए। उनके अलावा इमरान खान ने 35, वसीम रजा ने 21 और मुदस्सर नजर ने 14 रन बनाए। वहीं पांच बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए। गेंदबाजी में कपिल देव ने सर्वाधिक 23 रन देकर 3 विकेट निकाले। वहीं चेतन शर्मा ने 17 रन देकर 1 विकेट, लक्ष्मण सिवाकृष्णन ने भी 35 रन देकर 3 विकेट लिए।
जवाब में 177 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को शानदार शुरुआत मिली। पहले विकेट के लिए रवि शास्त्री(63) और क्रिस श्रीकांत(67) ने 103 रन जोड़े। पहला विकेट इमरान खान ने श्रीकांत(67) के रूप में गिराया। वन डाउन पर बल्लेबाजी करने के लिए मोहम्मद अजहरुद्दीन आए। अजहरुद्दीन 25 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें ताहिर नक्कान ने आउट किया। इस तरह टीम इंडिया का दूसरा विकेट 142 पर गिर गया। इसके बाद टीम इंडिया का कोई विकेट नहीं गिरा। अंततः टीम इंडिया ने 47.1 ओवरों में मैच 2 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया और वर्ल्ड चैंपियनशिप जीत ली।
भारत के रवि शास्त्री इस टूर्नामेंट में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे। उन्हें ऑडी दी गई। उस जमाने में किसी के पास ऑडी होना बहुत बड़ी बात होती थी। मैच के बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने पूरे मैदान में ऑडी में बैठकर सैर की थी। हाल ही में एक इंटरव्यू में जब रवि शास्त्री से पूछा गया था कि वह ऑडी कहां है तो उन्होंने कहा था कि वह आज भी उनके पास है।
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