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‘परफेक्ट 10’ हो सकता है कभी न हो या कल भी हो सकता है: अनिल कुंबले

टीम इंडिया के वर्तमान कोच और पूर्व खिलाड़ी के नाम दर्ज है एक ही पारी में 10 विकेट लेने का शानदार रिकॉर्ड।

user-circle cricketcountry.com Written by Press Trust of India
Last Updated on - February 8, 2017 11:07 AM IST

अनिल कुंबले © Getty Images
अनिल कुंबले © Getty Images

लगता है जैसे यह कल की बात हो लेकिन अनिल कुंबले का “परफेक्ट 10” का रिकार्ड आज 18 साल पूरे कर गया और इस महान स्पिनर ने उस घटना को याद किया जिसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ उपलब्धियों में शामिल किया जाता है। अठारह साल पहले सात फरवरी के ही दिन कुंबले टेस्ट मैच की एक पारी में सभी दस विकेट लेने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज बने थे। उन्होंने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान की उस शाम को जैसे ही वसीम अकरम ने फारवर्ड शार्ट लेग पर खड़े वीवीएस लक्ष्मण को कैच थमाया, कुंबले के नाम पर यह अनोखा रिकार्ड दर्ज हो गया। ये भी पढ़ें: टी20 मैच में दिल्ली के मोहित अहलावत ने बनाए 300 रन

अब कुंबले 46 साल के हैं और भारतीय टीम के मुख्य कोच हैं और दुनिया जानती है कि 74 रन देकर दस विकेट का जादुई आंकड़ा भारत की तरफ से सर्वाधिक विकेट लेने वाले इस गेंदबाज के लिये क्या मायने रखता है। उनका आधिकारिक ट्विटर हैंडल “1074” इसका सबूत है। कुंबले ने अपनी उस विशिष्ट उपलब्धि को याद करते हुए कहा, “अठारह साल पहले जब मैं क्षेत्ररक्षण के लिये उतरने से पहले ड्रेसिंग रूम में बैठा था तो मैंने नहीं सोचा था कि मैं दस विकेट हासिल करूंगा। यह ऐसी चीजें जो कभी कभार ही होती है। क्रिकेट की किसी बड़ी उपलब्धि की वषर्गांठ मनाना भी अच्छा है।” पिछले 18 साल में कोई भी अन्य गेंदबाज पारी में दस विकेट नहीं ले पाया। कुंबले ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उनके प्रशंसक हर साल इस विशिष्ट उपलब्धि को याद करते हैं। ये भी पढ़ें: केन विलियमसन ने भारत दौरे के लिए ऑस्ट्रेलिया को चेताया

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उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि लोग हर साल इस दिन को याद करते हैं और हम भी उपलब्धियों का जश्न मनाते हैं। यह दुर्लभ उपलब्धि है लेकिन ऐसा कल भी हो सकता हैं।” कुंबले से पहले इंग्लैंड के जिम लेकर ने 1956 में ओल्ड ट्रैफर्ड में यह उपलब्धि हासिल की थी।