×

"पुजारा का नाम ना ले पाने की वजह से उन्हें 'स्टीव' बोलते थे यॉर्कशायर के खिलाड़ी"

भारतीय टेस्ट टीम के प्रमुख बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा यॉर्कशायर के लिए काउंटी क्रिकेट खेलते हैं।

user-circle cricketcountry.com Written by Cricket Country Staff
Last Published on - December 5, 2020 3:48 PM IST

कई पूर्व खिलाड़ियों के बयानों के बाद नस्लवाद के आरोपों से घिर चुके यॉर्कशर काउंटी क्लब के पूर्व कर्मचारियों ने बताया भारत के चेतेश्वर पुजारा को भी एशियाई होने और उनके रंग के कारण ‘ स्टीव’ बुलाया जाता था।

वेस्टइंडीज के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी टीनो बेस्ट और पाकिस्तान के राणा नावेद उल हसन ने रफीक के आरोपों के समर्थन में सबू पेश किए हैं। उनके आरोपों की जांच चल रही है। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के अनुसार यॉर्कशर के दो पूर्व कर्मचारियों ताज बट और टोनी बाउरी ने क्लब में संस्थागत नस्लवाद के खिलाफ सबूत दिए हैं।

यॉर्कशायर क्रिकेट फाउंडेशन के साथ सामुदायिक विकास अधिकारी के तौर पर काम कर चुके बट ने कहा, ‘‘एशियाई समुदाय का जिक्र करते समय बार बार टैक्सी चालकों और रेस्तरां में काम करने वालों का हवाला दिया जाता था। एशियाई मूल के हर शख्स को वो ‘स्टीव’ बुलाते थे। भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को भी स्टीव कहा जाता था क्योंकि वो उनके नाम का उच्चारण नहीं कर पाते थे।’’

न्यूजीलैंड दौरे पर बढ़ते हुए कोरोना मामलों की जांच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड

बट ने छह महीने के भीतर ही इस्तीफा दे दिया था। बाउरी 1996 तक कोच के रूप में काम करते रहे और 1996 से 2011 तक यॉर्कायर क्रिकेट बोर्ड में सांस्कृतिक विविधता अधिकारी रहे। बाद में उन्हें अश्वेत समुदायों में खेल के विकास के लिए क्रिकेट विकास प्रबंधक बना दिया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘कई युवाओं को ड्रेसिंग रूम के माहौल में सामंजस्य बिठाने में दिक्कत हुई क्योंकि उन पर नस्लवादी टिप्पणियां की जाती थी। इसका असर उनके प्रदर्शन पर पड़ा और उन पर परेशानियां खड़ी करनी के आरोप लगाए गए।’’

TRENDING NOW

दो साल पहले यॉर्कशर काउंटी छोड़ने वाले रफीक ने तो यहां तक कहा कि इस कड़वे अनुभव से तंग आकर उन्होंने आत्महत्या तक करने की सोच ली थी।