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बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष स्नेहाशीष ने की बंगाल प्रो टी20 लीग की घोषणा

बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष स्नेहाशीष गांगुली ने कहा कि इस लीग में दूसरे प्रदेश के खिलाड़ियो को खेलने की इजाजत नही दी गई. स्नेहा शीष ने कहा कि हम आईपीएल के कई फ्रेंचाइजी टीमों के सम्पर्क में है जो इस में हिस्सा ले सके.

user-circle cricketcountry.com Written by Bhaskar Tiwari
Last Updated on - April 3, 2024 12:53 PM IST

आईपीएल के तर्ज पर बंगाल क्रिकेट संघ अपनी घरेलु लीग शुरु करने जा रही है . इसकी जानकारी कैब के अध्यक्ष स्नेहाशीष गांगुली ने दी है. बंगाल प्रो टी20 लीग में कुल आठ पुरुष टीम और इतनी ही महिला टीम भी भाग लेंगी. ये लीग 21 दिन तक खेला जाएगा जिसकी शुरुआत जून के महीने से होगी. इस लीग में आईपीएल के नियमों के जैसे नियम होगें और उनका पालन भी किया जाएगा.

बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष स्नेहाशीष गांगुली ने कहा कि इस लीग में दूसरे प्रदेश के खिलाड़ियो को खेलने की इजाजत नही दी गई. स्नेहा शीष ने कहा कि हम आईपीएल के कई फ्रेंचाइजी टीमों के सम्पर्क में है जो इस में हिस्सा ले सके.

कितनी टीमें और कहा खेली जाएगी ये लीग

कैब के अध्यक्ष स्नेहाशीष ने बताया की इसमें आठ पुरुष और आठ ही महिला टीम इस लीग का हिस्सा होगी. उन्होंने कहा कि पुरुष की टीम इर्डन गार्डन के मैदान पर अपना मैच खेंलेगी तो वही महिला टीम अपने मैच जाधवपुर विश्वविद्यालय के दूसरे परिसर में महिला टीम खेलते हुए नजर आएंगी. पुरुष लीग में हर टीम में 17 खिलाड़ी एक टीम का हिस्सा होंगे तो वही महिला लीग में एक टीम में 16 खिलाड़ी हिस्सा ले सकती है. इस लीग में ना तो बाहर के खिलाड़ी हिस्सा ले सकते है ना तो कोई बाहरी कोच इस लीग में भाग ले सकता है. कैब के अध्यक्ष स्नेहाशीष ने कहा की इस लीग का खर्चा बंगाल क्रिकेट संघ नही उठाएगी. इस लीग में सभी खिलाड़ियो की एक वेतन सीमा तय होगी.

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पहले किन – किन राज्यों ने शुरु की है ऐसी लीग

भारत में लगातार क्रिकेट को ज्यादा जगह और ज्यादा लोंगो तक ले जाने के लिए हर राज्य अपने यहा पर टी20 लीग का ओयाजन करवा रही है. बंगाल क्रिकेट संघ से पहले भी कई राज्यों ने इस तरह की लीग की शुरुआत अपने – अपने राज्यों में की है. सबसे पहले भारत में तमिलनाडु क्रिकेट संघ ने इसकी शुरुआत की थी जिसके बाद कर्नाटक, मुंबई, उत्तर प्रदेश , पंजाब जैसे राज्य क्रिकेट संघों ने भी इसकी शुरुआत की है. इन लीग के शुरु होने से ज्यादा खिलाड़ियो को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है. इन लीगों से राज्य संघो की कमाई भी बढ़ रही है.