This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
'टेस्ट सीरीज में अहम भूमिका निभा सकते थे भुवनेश्वर कुमार'
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट 1 अगस्त से बर्मिंघम में खेला जाएगा।
Written by Kamlesh Rai
Last Updated on - July 22, 2018 2:00 PM IST

विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया इस समय इंग्लैंड के दौरे पर गई है। टी-20 और वनडे सीरीज खत्म होने के बाद दोनों टीमों की नजरें अब आगामी टेस्ट सीरीज पर टिक गई हैं। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का मानना है कि तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का चोटिल होना भारत के लिए बड़ा झटका है।
[link-to-post url=”https://www.cricketcountry.com/hi/news/pak-vs-zim-5th-odi-fakhar-zaman-becomes-the-fastest-cricketer-to-score-1000-odi-runs-728205″][/link-to-post]
भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच में 1 अगस्त से बर्मिंघम में खेला जाएगा। भारतीय सेलेक्टर्स ने शुरू के तीन टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टेस्ट टीम की घोषणा कर दी है जिसमें चोट की वजह से भुवी को टीम से बाहर रखा गया है।
वेबसाइट क्रिकट्रेकर के मुताबिक सचिन तेंदुलकर ने कहा, ‘ भुवी का चोटिल होना भारत के लिए बड़ा झटका है। मुझे उनसे बहुत उम्मीदें थी। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। गेंद को स्विंग कराने की उनकी क्षमता को देखते हुए वह टेस्ट सीरीज में काफी अहम भूमिका निभा सकते थे।’
मौजूदा इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम ने तीन मैचों की टी-20 सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी जबकि वनडे सीरीज उसने 1-2 से गंवाई थी।
निचले क्रम में रन बनाने में भी माहिर हैं भुवी
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर ने कहा कि भुवी यदि टीम में होते तो वो निचले क्रम में आकर रन बना सकते थे। तेंदुलकर ने वर्ष 2014 के टीम इंडिया की इंग्लैंड दौरे को याद करते हुए कहा, ‘ भुवी ने उस समय निचले क्रम पर उतरकर रन भी बनाए थे। वह कुछ अहम साझेदारी भी निभा सकते थे।
पीठ में चोट से परेशान हैं पेसर भुवनेश्वर
TRENDING NOW
भारतीय टीम ने भुवनेश्वर को सीरीज के तीसरे और अंतिम वनडे में अंतिम एकादश टीम में शामिल किया था। लेकिन उनकी पीठ की चोट दोबारा उभर आई। जिसके बाद उन्हें स्वदेश लौटने को कहा गया।