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किस्सा: जब Yashpal Sharma की बल्लेबाजी ने किया Dilip Kumar को प्रभावित, खुद कर दी भारतीय क्रिकेटर की सिफारिश
यशपाल शर्मा ने भारत की ओर से 37 टेस्ट और 42 वनडे मैच खेले थे. उन्होंने अपने करियर में 2 अंतर्राष्ट्रीय शतक भी जड़े.
Written by India.com Staff
Last Published on - July 14, 2021 9:28 AM IST

भारत के पूर्व बल्लेबाज और 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य यशपाल शर्मा (Yashpal Sharma), जिनका मंगलवार (15 जुलाई) को निधन हो गया ने राष्ट्रीय टीम में चयन का श्रेय बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार (Dilip Kumar) को दिया था. दिलीप कुमार का भी पिछले हफ्ते ही 98 साल की उम्र में निधन हो गया. शर्मा ने हाल ही में वेबसाइट नवभारत गोल्ड को बताया था, कभी-कभी भविष्य की प्रतिभाएं अन्य क्षेत्रों के लोगों द्वारा चुनी जाती है. आप उन्हें दिलीप साहब (उनका स्क्रीन नाम) कहते हैं, मैं उन्हें यूसुफ साहब (उनका मूल नाम) से पुकारा करता हूं. यूसुफ साहब मेरे जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ लेकर आए थे. मुझे याद है कि मैं एक रणजी ट्रॉफी खिलाड़ी था और उस वर्ष मेरी टीम पंजाब ने नॉकआउट में जगह बनाई थी जहां उसे उत्तर प्रदेश खेला था.
यशपाल ने आगे कहा, मैं पहली पारी में पहले ही 100 रन बना चुका था और दूसरी पारी में 80 रन पर नाबाद था. वब मैच का अंतिम दिन था. अचानक, मैंने गेट पर 2-3 बड़ी कारें देखीं. कुछ लोग नीचे उतर गए और लगभग सभी उनमें से सफेद कपड़े पहने हुए थे. मैंने सोचा कि यह कोई स्थानीय राजनेता होगा, जिसे क्रिकेट पसंद होगा. वे वहां एक मंच पर बैठ गए. फिर दिलीप कुमार का निमंत्रण आया.
यशपाल याद करते हैं, जब मैंने दूसरी पारी में अपना शतक पूरा किया, तो उन सबने तालियां बजाईं. मैं यूसुफ साहब से पहले कभी नहीं मिला था. एक मैच अधिकारी ने बाद में आकर कहा ‘हमें प्रशासनिक बॉक्स में जाना है और किसी से मिलना है.’ जब मैं पहुंचा तो मानो मेरे शब्द खत्म हो गए हों. क्योंकि युसूफ साहब ठीक मेरे सामने थे. उन्होंने कुछ मिनटों के लिए मेरा हाथ हिलाया और कहा कि उन्हें मेरी बल्लेबाजी पसंद है.
शर्मा ने कहा, दिलीप साहब ने कहा, ‘आपके पास टेम्परामेंट है. यह स्पष्ट है कि आप प्रतिभाशाली हैं और मैं आपके बारे में किसी से बात करूंगा’. सच कहूं तो बहुत अच्छा लगा कि कोई इतना बड़ा मुझसे बात कर रहा था. उसके बाद मैं उनसे कभी नहीं मिला.
चार साल के भीतर, शर्मा ने 1977 में दक्षिण क्षेत्र के खिलाफ दलीप ट्रॉफी में पदार्पण किया और उस मैच में 173 रन बनाए. शर्मा ने कहा, 1978 में, ईरानी ट्रॉफी में शेष भारत के लिए खेलते समय, मैं 87 रन पर था जब मैं बल्लेबाजी के बाद बाहर आया. मैं स्वर्गीय राज सिंह डूंगरपुर जी (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष) से मिला. उन्होंने मुझसे कहा कि हमने आप पर नजर रखी है. उन्होंने (डूंगरपुर) मुझे केवल इतना बताया कि कुछ साल पहले यूसुफ साहब ने मेरे नाम की सिफारिश की थी. मैं रोमांचित था कि बॉलीवुड का एक सितारा, जो मुझे जानता तक नहीं था उन्होंने मेरे नाम की सिफारिश की थी और उनसे कहा था कि ‘इस युवा बल्लेबाज में प्रतिभा और टेम्परामेंट है, उसके लिए मौका देखो.
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शर्मा ने अगली बार मुंबई (तब बॉम्बे) में एक टेस्ट मैच के आराम के दिन दिलीप कुमार से मुलाकात की. दिवंगत अभिनेता ने उन्हें फिल्म क्रांति के शूटिंग सेट पर आने के लिए कहा था, जिसमें मनोज कुमार भी थे. उन्होंने उन्हें टेस्ट क्रिकेटर बनने पर बधाई दी थी. शर्मा ने कहा था, ‘उसके बाद मैं उनसे कभी नहीं मिल सका. लेकिन मैं उनका हमेशा आभारी रहूंगा.’ (IANS)