This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
Imran Khan के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने से PCB को राहत, जानिए कैसे?
इमरान खान ने साल 2018 में पाकिस्तान की बागडोर संभाली थी, जिसके बाद से उनको सबसे बड़े राजनीतिक संकट का सामना करना पड़ रहा है.
Written by India.com Staff
Last Published on - April 3, 2022 7:56 PM IST

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने मुल्क की राजनीति में बड़ी उथल-पुथल मचा दी है. विपक्ष द्वारा नेशनल असेंबली में इमरान खान नीत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले खान ने राष्ट्रपति से संसद भंग करने की सिफारिश कर बहुमत से दूर होने के बावजूद बाजी पलट दी. पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी (Arif Alvi) ने प्रधानमंत्री इमरान खान की सलाह पर रविवार को नेशनल असेंबली भंग कर दी, जिससे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को बड़ी राहत मिली है.
इमरान खान ने राष्ट्रपति को मध्यावधि चुनाव कराने की सलाह दी है. पीसीबी सूत्र ने पीटीआई से कहा, ‘‘राहत का यह अहसास अस्थायी है, लेकिन फिलहाल इसका मतलब है कि जब तक अगले चुनाव होते हैं, तब तक हम अपना काम पहले की तरह ही सुचारू रूप से कर सकते हैं.’’
साल 2018 में पाकिस्तान की बागडोर संभालने के बाद से इमरान खान को सबसे बड़े राजनीतिक संकट का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उनकी पार्टी के सांसदों द्वारा बगावती तेवर अपनाए जाने और गठबंधन सहयोगियों में दरार के चलते खान की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं.
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त करने वाले इमरान खान 2018 में नया पाकिस्तान बनाने का वादा कर सत्ता में आए थे. हालांकि, वह मंहगाई समेत आम जनता की बुनियादी समस्याओं को दूर करने में नाकाम रहे.
TRENDING NOW
करीब 21 साल तक क्रिकेट मैदान में अपनी पारी खेलने वाले इमरान खान का 26 वर्षों का राजनीतिक सफर उतार-चढ़ाव भरा रहा है. सत्ता में रहने के दौरान इमरान खान पर अधिकतर विपक्षी नेताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करने के आरोप लगते रहे हैं.