×

Ashes में इंग्लैंड की हार के लिए आईपीएल को दोष देना बेवकूफी: Kevin Pietersen

केविन पीटरसन ने कहा कि इंग्लैंड की टेस्ट टीम में खेलने वाले सिर्फ 3 खिलाड़ी ही आईपीएल में खेलते हैं. ऐसे में अपनी हार के लिए आप IPL को दोषी कैसे ठहरा सकते हो.

user-circle cricketcountry.com Written by India.com Staff
Last Published on - January 21, 2022 7:20 PM IST

हाल ही में संपन्न हुई एशेज सीरीज (Ashes 2021-22) में इंग्लैंड की बुरी तरह हार हुई. इंग्लिश टीम 5 टेस्ट की इस सीरीज में 0-4 से हार गई. इंग्लैंड में इस हार के लिए भारत की टी20 क्रिकेट लीग इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को दोष दे रहे हैं. लेकिन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज केविन पीटरसन (Kevin Pietersen) आईपीएल को दोष देना ‘बेवकूफी’ करार दिया है.

इंग्लैंड के पूर्व महान खिलाड़ी डेविड गॉवर टीम की एशेज में हार के बाद ‘बेहद खफा’ थे. उन्होंने कहा कि मौजूदा कप्तान जो रूट (Joe Root) के पास ऐसे खिलाड़ी थे, जो आईपीएल के कारण ‘अनुपलब्ध’ थे.

एशेज सीरीज को 2005, 2009, 2010-11 और 2013 में जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे पीटरसन ने इस पर हंसते हुए कहा, ‘यह बेवकूफी है. आप इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट के गर्त में जाने के लिए आईपीएल को दोष नहीं दे सकते. यह पागलपन है. मैंने इस पर काफी प्रतिक्रिया दी है. इसके लिए इंग्लैंड की क्रिकेट प्रणाली में कमी है. काउंटी क्रिकेट में कुछ खामी है.”

यहां ‘लीजेंड्स लीग क्रिकेट’ में ‘वर्ल्ड जायंट्स’ का प्रतिनिधित्व कर रहे पीटरसन ने गुरुवार को कहा, ‘इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को दोष देना पागलपन है क्योंकि अगर आप टेस्ट टीम पर नजर डालते हैं, तो शायद (बेन) स्टोक्स (जॉनी) बेयरस्टो और (जोस) बटलर ही आईपीएल में खेलते हैं.’

आईपीएल में दिल्ली की फ्रैंचाइजी का हिस्सा रहे पीटरसन ने कहा, ‘शायद ही टेस्ट टीम का कोई खिलाड़ी आईपीएल खेलता हो. तो आप आईपीएल को कैसे दोष दे सकते हैं? आप आईपीएल को दोष नहीं दे सकते. यह पागलपन है.’

वन्यजीव संरक्षणवादी पीटरसन ने एक-सींग वाले गैंडों को बचाने की मुहिम में वैश्विक नेतृत्वकर्ता के रूप में भारत की सराहना की. उन्होंने इससे पहले भारत के वन्यजीवों के अवैध शिकार पर नकेल कसने और उनकी रक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की थी.

उन्होंने कहा, ‘एक संरक्षणवादी होने के नाते, मैं अफ्रीका में बहुत समय बिताता हूं. वहां गैंडों की आबादी घट रही है और भारत में गैंडों की आबादी बढ़ रही है. भारत इस मामले में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है.’

TRENDING NOW

(इनपुट: भाषा)