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सहवाग-गंभीर-भज्‍जी को भी कप्‍तान से उतना सहयोग नहीं मिला जिसके वो हकदार थे, सामने आई युवी की टीस

युवराज सिंह ने बताया कि टी20 विश्‍व कप 2014 के फाइनल मैच के दौरान वो जानबूझ कर आउट होना चाहते थे. जानें क्‍या है पूरा मामला.

user-circle cricketcountry.com Written by India.com Staff
Last Published on - May 1, 2022 5:03 PM IST

भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) का मानना है कि उन्‍हें अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में कप्‍तान और टीम मैनेजमेंट से उतना सहयोग नहीं मिला जितना मिलना चाहिए था. युवी का कहना है कि हरभजन सिंह, वीवीएस लक्ष्‍मण, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे दिग्‍गज क्रिकेटर्स का करियर सपोर्ट की कमी के चलते ही खत्‍म हो गया. बाएं हाथ के इस बल्‍लेबाज का इशारा साफ तौर पर पूर्व कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की तरफ ही है. युवी के अंतरराष्‍ट्रीय करियर का अंत धोनी की कप्‍तानी के दौरान ही हुआ है.

न्‍यूज18 से बातचीत के दौरान युवराज सिंह ने कहा, “आप महेंद्र सिंह धोनी के करियर को देखिए. उन्‍हें अपने करियर के अंतिम दौर में विराट कोहली (Virat Kohli) और रवि शास्‍त्री (Ravi Shastri) से पूरा सहयोग मिला. वो उन्‍हें विश्‍व कप तक लेकर गए. वो मैच को अंत तक लेकर गए और भारत के लिए 350 मैच खेले. मुझे लगता है कि एक खिलाड़ी के लिए सपोर्ट काफी जरूरी है. भारतीय क्रिकेट में हर किसी को सपोर्ट नहीं मिला है.”

उन्‍होंने कहा, “भारतीय टीम में कई महान क्रिकेटर्स ने अपनी सेवा दी है. हरभजन सिंह, वीवीएस लक्ष्‍मण, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर का करियर ऐसे ही खत्‍म हो गया. आप सोचिए कि आप बल्‍लेबाजी कर रहे हैं और आपके ऊपर सिर पर टीम से निकाले जाने की तलवार लटकी हो. ऐसे में आप कैसे प्रदर्शन कर सकते हैं.”

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युवराज सिंह ने कहा, “जब टी20 विश्‍व कप 2022 का फाइनल चल रहा था तो मैं रन नहीं बना पा रहा था. मैंने ऑफ स्पिन को खेलने की कोशिश की और वो डॉट बॉल हो गई. मैंने आउट होने का भी प्रयास किया लेकिन ऐसा नहीं कर पाया. हर किसी को लगा मेरा करियर खत्‍म हो गया है. मुझे भी लगने लगा कि मेरा करियर खत्‍म हो गया है. यह जीवन है, जिसे आपको स्‍वीकारना होगा. जब आप अच्‍छे दौर को स्‍वीकारते हो तो हार को भी स्‍वीकारना होगा. मैं बहाना नहीं बना रहा हूं लेकिन उस वक्‍त मुझे टीम से समर्थन नहीं मिला.”