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ऑस्‍ट्रेलिया से निपटने के लिए डेल स्‍टेन ने भारतीय गेंदबाजों को दी ये सलाह

भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्‍ट सीरीज छह दिसंबर से शुरू हो रही है।

user-circle cricketcountry.com Written by Cricket Country Staff
Last Updated on - December 4, 2018 6:51 PM IST

भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच टेस्‍ट सीरीज के दौरान ऑस्‍ट्रेलियाई टीम पूरी तरह से अपने मजबूत गेंदबाजी लाइनअप के भरोसे है। ऑस्‍ट्रेलियाई कंडीशन में मिशेल स्‍टार्क, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड की तिकड़ी भारत के खिलाफ काफी घातक साबित हो सकती है। वहीं, जसप्रीत बुमराह, इशान शर्मा और मोहम्‍मद शमी की मौजूदगी से भारतीय अटैक भी किसी से कम नहीं है। साउथ अफ्रीका के गेंदबाज डेल स्‍टेन ने भारत को ऑस्‍ट्रेलियाई कंडीशन में कंगारुओं से निपटने के लिए सलाह दी है।

डेल स्‍टेन ने एनडीटीवी से बातचीत के दौरान कहा, “जब भी आप ऑस्‍ट्रेलिया का सामना करने के लिए मैदान में उतरते हो तो ये काफी मुश्किल होता है। बतौर गेंदबाज आप अपनी लेंथ का ध्‍यान रखें अाैर सीधी गेंद फेंककर बल्‍लेबाजों पर दबाव बनाए। बल्‍लेबाज के लिए स्थितियां हमेशा ही मुश्किल होती हैं। अगर आप फाइन लेग पर फील्डिंग कर रहे हो तो ये सुनिश्चित करो कि आपके पास 12वां खिलाड़ी भी मौजूद रहे क्‍योंकि मैच देखने आए लोग अपशब्‍दों का इस्‍तेमाल करने लगते हैं।”

चोट के कारण डेल स्‍टेन दो साल तक टीम से बाहर रहे। उन्‍होंने कहा कहा, “पिछले दो साल काफी मुश्किल रहे। करियर के दो साल मैं खेल से दूर रहा। मैंने 13-14 साल बिना इंजरी के क्रिकेट खेला है। चोट के समय में खुद को प्रेरित रखना काफी मुश्किल होता है।”

डेल स्‍टेन से पूछा गया कि सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली में से किसे गेंदबाजी करना उन्‍हें मुश्किल लगा। इसपर उन्‍होंने कहा, “सचिन के समय से अब खेल काफी बदल गया है। वनडे क्रिकेट में सबसे पहले दोहरा शतक लगाने वाले वो पहले खिलाड़ी हैं। मैं भारत में जब भी सचिन को गेंदबाजी करता था उनकी स्‍ट्राइकरेट 100 की रहती थी। उन दिनों आमतौर पर वनडे में एक खिलाड़ी की स्‍ट्राइकरेट 80 की ही रहती थी। आजकल हर कोई 100 की स्‍ट्राइकरेट से रन बनाता है।”

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स्‍टेन ने कहा, “आज के समय में कई सचिन मौजूद है। विराट एक शानदार खिलाड़ी है। अगर सचिन ने अपने समय में उस तरह बल्‍लेबाजी करता जिस तरह विराट कर रहा है तो दोनों एक जैसे होते।”