×

'तमाम परेशानी के बावजूद हमें भारत के खिलाफ मजबूत मानसिक स्थिति के साथ उतरना होगा'

साउथ अफ्रीका विश्‍व कप में अपने पहले दो मैच हार चुकी है।

user-circle cricketcountry.com Written by Press Trust of India
Last Updated on - June 4, 2019 9:58 PM IST

दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद साहसिक रवैया अपनाते हुए मंगलवार को अपने खिलाड़ियों को हतोत्साहित नहीं होने और मनोबल बनाये रखने की सलाह दी।

दक्षिण अफ्रीकी टीम के साथ आईसीसी विश्व कप में कुछ भी सही होता नहीं दिख रहा क्योंकि टीम को बुधवार को भारत के खिलाफ अहम मुकाबले में मैदान में उतरना है और उससे पहले उनके सबसे अनुभवी गेंदबाज डेल स्टेन चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गये।

स्टेन के अलावा टीम के युवा तेज गेंदबाज लुंगी एंगिडी भी चोट के कारण भारत के खिलाफ मैदान में नहीं उतर पायेंगे। इससे पहले टीम को मेजबान इंग्लैंड और रैंकिंग में नीचले पायदान पर काबिज बांग्लादेश के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी।

पढ़ें:- CWC 2019: वर्ल्‍ड कप टीम से चहल की होगी छुट्टी, जडेजा को मिलेंगे लगातार मौके !

टीम के युवा खिलाड़ियों का हौसला कम हो रहा लेकिन विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज भारत के खिलाफ मुकाबले से पहले कप्तान डु प्लेसिस ने उनकी हौसलाअफजाई की।

मैच पूर्व संध्या पर डु प्लेसिस ने कहा, ‘‘मेरे लिए यह टीम में नैसर्गिक चीज है जब आपको लगता है कि टीम का मनोबल कम हो रहा है और जाहिर तौर पर पहली बार विश्व कप में खेल रहे युवा खिलाड़ी हतोत्साहित हो सकते हैं लेकिन हम अगले दो दिन इसे खुद पर हावी नहीं होने देंगे।’’

पढ़ें:- दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन विश्व कप से बाहर

उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे लिये यह जरूरी है कि हम मजबूती से डटे रहें। अगर हमारा ध्यान भंग होता है तो टीम लड़खड़ा सकती है और दुर्भाग्य से हम ऐसे स्थिति में नहीं हैं जहां इसे झेल सके।’’

डुप्लेसिस को लगता है कि जिस चीज को नियंत्रित किया जा सकता है उसे नियंत्रित करना सर्वोपरि है और ऐसा करने की ही कोशिश कर रहे ताकि अगले सात मैचों में से छह जीत सुनिश्चित की जा सके।

पढ़ें:- मैं टीम की जीत के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं: विराट कोहली

TRENDING NOW

उन्होंने कहा, ‘‘ नतीजों पर हमारा नियंत्रण नहीं है। हम मैच के परिणाम को नियंत्रित नहीं कर सकते है। हम इस बात को नियंत्रित कर सकते है कि मानसिक रूप से कितने मजबूत है। हम किस तरह से अभ्यास कर रहे है। ड्रेसिंग रूम में हमारा व्यवहार कैसा है, क्या वह सकारात्मक है?’’