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फाइनल के लिए लॉर्ड्स की परंपरा में बदलाव, स्टेडियम में जमकर होगा 'भांगड़ा'

फाइनल मुकाबले में प्रशंसक अब ढोल के साथ खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ाएंगे

user-circle cricketcountry.com Written by Manoj Shukla
Last Published on - July 23, 2017 10:23 AM IST

भारतीय प्रशंसक © Getty Images (File Photos)
भारतीय प्रशंसक © Getty Images (File Photos)

आईसीसी महिला विश्व कप के फाइनल के लिए लॉर्ड्स के ऐतिहासिक स्टेडियम की परंपरा में बदलाव को मंजूरी दे दी गई है। लॉर्ड्स के मैदान में अब भारतीय प्रशंसक फाइनल मैच में ढोल ले जा सकेंगे। भारतीय टीम की हौसला अफजाई के लिए प्रशंसक ढोल-नगाड़ों के साथ स्टेडियम में पहुंचते हैं लेकिन लॉर्ड्स में इससे पहले ढोल ले जाने की अनुमति नहीं थी लेकिन अब फाइनल मुकाबले के लिए प्रशंसकों को इसकी अनुमति दे दी गई है। आईसीसी के साथ एमसीसी की बैठक के बाद इस फैसले को फाइनल मैच के लिए मंजूरी दे दी गई। ये भी पढ़ें: फाइनल से पहले ‘तेंदुलकर’ की गेंदों पर भारतीय टीम ने किया बल्लेबाजी अभ्यास

इंग्लैंड की बार्मी-आर्मी (इंग्लैंड के प्रशंसकों का समूह) को भी फाइनल के लिए ट्रंपेट की मंजूरी दे दी है। जो आमतौर पर लॉर्ड्स में प्रतिबंधित रहता है। एमसीसी ने फाइनल मैच के लिए टिकट बिक्री के दौरान ढोल और ट्रंपेट को भी मंजूरी दे दी जो आमतौर पर एमसीसी के दूसरे मैचों के लिए प्रतिबंधित रहते हैं। हालांकि इस दौरान भारतीय प्रशंसकों ने एमसीसी से कई और चीजों को स्टेडियम में ले जाने की अनुमति मांगी थी लेकिन एमसीसी ने सिर्फ ढोल के लिए अपनी सहमित दी।

वहीं फाइनल मुकाबले से पहले भारतीय टीम ने नेट्स पर जमकर पसीना बहाया। इस दौरान भारत की कप्तान मिताली राज ने आधे बल्ले से अभ्यास कर सभी को हैरानी में डाल दिया। फाइनल से पहले मिताली ने नेट्स पर जमकर पसीना बहाया लेकिन इस दौरान मिताली आधे बल्ले के साथ अभ्यास करती नजर आईं। मिताली आधे बल्ले से भी गेंदों को काफी अच्छे से खेल रहीं थीं। माना जा रहा है कि लॉर्ड्स में गेंद काफी उछाल ले सकती है और इसी को ध्यान में रखकर मिताली ने इस तरह का अभ्यास किया।

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फाइनल मुकाबले से पहले भारतीय कप्तान मिताली राज ने उम्मीद जताई है कि इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप फाइनल में लॉर्ड्स के मैदान पर रनों का अंबार लगेगा। मिताली ने कहा, “विकेट को देखकर लगता है कि यहां काफी रन बन सकते हैं और अगर किसी मैदान पर आप पहले भी रन बना चुके होते हैं तो आपका हौसला काफी बढ़ जाता है। हालांकि रन बनाने के लिए आपको मेहनत करनी पड़ती है।”