Cricket Country Staff
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Written by Cricket Country Staff
Last Updated on - February 26, 2024 9:50 PM IST
रांची. रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज की. अपने घरेलू मैदान पर भारत की लगातार 17वीं टेस्ट सीरीज जीत है. वहीं इस जीत के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने घरेलू मैदान पर टेस्ट श्रृंखला जीतने पर पर्याप्त मान्यता नहीं मिलने और हार की स्थिति में पूरी ताकत से टीम के पीछे पड़ने की आलोचकों की प्रवृत्ति पर अफसोस जताया.
रोहित ने स्थल, विरोधियों या परिस्थितियों के बारे में सोचे बिना टेस्ट सीरीज जीतने के महत्व पर जोर दिया। भारत के इंग्लैंड को हराकर घरेलू मैदान पर लगातार 17वीं सीरीज जीतने के बाद भारतीय कप्तान ने यह राय रखी. रोहित ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, स्वदेश में और विदेश में, आप दोनों के बीच अंतर कर सकते हैं लेकिन अगर आप स्वदेश में जीतते हैं तो इसके बारे में ज्यादा बात नहीं की जाती है. यह ऐसा है जैसे अरे नहीं, भारत को घर पर जीतना ही चाहिए.
उन्होंने कहा, हर सीरीज जीतना महतवपूर्ण होता है, चाहे आप किसी भी टीम के खिलाफ खेलें, जब भी आप खेलें, टेस्ट श्रृंखला जीतना, टेस्ट श्रृंखला जीतना ही होता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस देश या किन परिस्थितियों में खेल रहे हैं.
घरेलू सरजमीं पर एक और सीरीज जीतने के बाद रोहित इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं थे कि शानदार प्रदर्शन के बाद वनडे विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों दिल तोड़ने वाली हार की भरपाई हो जाएगी. उन्होंने कहा, यह कठिन है, पांच मैचों की सीरीज खेलना आसान नहीं है, यही तो टेस्ट क्रिकेट है. आप अपना रास्ता ढूंढते हैं, लड़ते रहिए, आप चाहे किसी भी प्रतिस्पर्धा का सामना करें, बल्ले से या गेंद से, आपको पांच से सात सप्ताह की अवधि में लगातार ऐसा करना होगा. रोहित ने कहा, तो यह काफी सुखद है, लेकिन फिर मैं विश्व कप और इस श्रृंखला की जीत की तुलना नहीं करना चाहता क्योंकि दोनों अलग-अलग प्रारूप हैं, लेकिन मैं इस परिणाम से काफी खुश हूं.
सीरीज जीतने के बाद भारत तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का ब्रेक बढ़ सकता है. रोहित ने अपने मुख्य तेज गेंदबाज के बारे में कहा, मुझे कोई जानकारी नहीं है, हमने बैठकर चर्चा नहीं की है. बुमराह को कार्यभार प्रबंधन के तहत चौथे टेस्ट से आराम दिया गया था.
रोहित ने उच्चतम स्तर पर धैर्य और जज्बा दिखाने के लिए यशस्वी जायसवाल, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान और आकाश दीप जैसे युवाओं की प्रशंसा की. भारतीय कप्तान ने कहा, ये लोग आए हैं और उन्होंने अपना काम बखूबी किया है, उन्होंने जिम्मेदारी बखूबी निभाई है और मेरा मतलब है कि अनुभवहीन खिलाड़ियों के साथ इस तरह के प्रदर्शन से आप काफी गर्व महसूस कर सकते हैं. रोहित ने कहा, आप कुछ भी कहें, टेस्ट क्रिकेट में अलग-अलग तरह की चुनौतियां, अलग-अलग तरह के दबाव होते हैं, लेकिन इनमें से कुछ (युवा खिलाड़ी) पूरी सीरीज में जिस तरह से दबाव से निपटे हैं, वह शानदार रहा है.
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