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Written by Cricket Country Staff
Last Updated on - December 22, 2016 4:52 PM IST
साल 2016 में विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया अजेय रही और 18 टेस्ट में बिना किसी हार के बड़ी से बड़ी टीमों को धूल चटा दी। ऐसे में विराट कोहली का लक्ष्य अगले सालों में भी विजय पताका लहराने का होगा। लेकिन गौर करने वाली बात है कि साल 2018 विराट की टीम के लिए बहुत चुनौतियां से भरा रहने वाला है। क्योंकि इस साल में टीम इंडिया इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगी। गौर करने वाली बात है कि पिछली बार जब टीम इंडिया ने इन तीनों देशों की सरजमीं पर टेस्ट सीरीज खेली थी तो उसे मुंह की खानी पड़ी थी। चूंकि, उस समय टीम इंडिया के कप्तान धोनी थे और अब विराट कोहली टीम इंडिया के फुल टाइम कप्तान हैं ऐसे में विराट कोहली 2018 में इन मैदानों पर बहुत कुछ साबित करना चाहेंगे।
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज को 4-0 से जीतने के बाद कोहली ने कहा था कि अभी टीम ने कुछ खास हासिल नहीं किया है और उनके लक्ष्य इससे बड़े हैं। जाहिर है कि कोहली के दिमाग में इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया की पिचों पर जीत दर्ज करने की योजना उमड़- घुमड़ कर रही हो और इसी रास्ते उनके दिमाग में विश्व कप 2019 में जीत हासिल करने की लालसा भी कुलाचें मार रही हों। उल्लेखनीय है कि भारत ने आज तक ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की सरजमीं पर टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। और अगर कोहली यह उपलब्धि हासिल करने में कामयाब हो जाते हैं तो वह यह कारनामा करने वाले टीम इंडिया के पहले कप्तान होंगे। इंग्लैंड में टीम इंडिया ने अब तक कुल 17 टेस्ट सीरीजें खेली हैं जिसमें उसे तीन में जीत और 13 में हार मिली है। वहीं एस सीरीज ड्रॉ रही है। ये भी पढ़ें: आईसीसी ने घोषित की वनडे और टेस्ट टीम ऑफ द ईयर, टेस्ट में कोहली को नहीं मिली जगह
इंग्लैंड में भारत ने वैसे 57 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उसे छह मैचों में जीत मिली है। भारतीय टीम को अभी जनवरी में इंग्लैंड के खिलाफ ही अपनी सरजमीं पर तीन वनडे और तीन टी20 खेलने हैं। वहीं इसके बाद टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फरवरी- मार्च में चार टेस्ट मैचों की सीरीज अपनी ही सरजमीं पर खेलेगी। ऑस्ट्रेलिया पिछले कुछ समय से उपमहाद्वीप में लड़खड़ाती रही है। ऐसे में उनके सामने विराट कोहली एंड कंपनी के साथ मुकाबला करना कतई आसान नहीं होगा। इसके बाद टीम इंडिया जून में चैंपियंस ट्रॉफी इंग्लैंड में खेलने जाएगी और फिर जून में वेस्टइंडीज में पांच वनडे और एक टी20I मैच खेलेगी।
टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम लंबे अर्से बाद पहले विदेशी दौरे पर अगस्त 2017 में श्रीलंका जाएगी जहां उसे तीन टेस्ट मैचों के अलावा पांच वनडे और एक टी20 भी खेलना है। भारतीय टीम को अक्टूबर 2017 में आस्ट्रेलिया की पांच वनडे के लिये मेजबानी करनी है। आईसीसी के भविष्य के दौरा कार्यक्रम के अनुसार भारत को अगले साल नवंबर-दिसंबर में तीन टेस्ट, पांच वनडे और दो टी20 के लिये पाकिस्तान की मेजबानी करनी है जो वर्तमान हालात में संभव नहीं
लगती है।
ऐसे में भारत किसी अन्य टीम के साथ श्रृंखला खेलने की योजना बना सकता है। भारत की टेस्ट टीम की असली परीक्षा जनवरी 2018 से शुरू होगी जब वह चार टेस्ट मैच, पांच वनडे और दो टी20 खेलने के लिये दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर जाएगी। भारत ने अब तक दक्षिण अफ्रीका में छह टेस्ट श्रृंखलाएं खेली हैं जिनमें से पांच में उसे हार मिली जबकि एक बराबरी पर छूटी थी। भारत ने दक्षिण अफ्रीका में कुल 17 टेस्ट मैच खेले हैं जिनमें से उसे दो में जीत और आठ में हार मिली है।
इन आंकड़ों से साफ हो जाता है कि भारत के लिये दक्षिण अफ्रीका की तेज पिचों पर खेलना कितना मुश्किल रहा है, लेकिन संभवत: कोहली इन्हीं पिचों पर खेलने के लिये अपने खिलाडिय़ों को तैयार कर रहे हैं। भारतीय टीम को मार्च 2018 में तीन टेस्ट, पांच वनडे और एक टी20 के लिये श्रीलंका की मेजबानी करनी है और इसके बाद जून में उसे एशिया कप खेलना है। इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट के तुरंत बाद उसे पांच टेस्ट मैच खेलने के लिये इंग्लैंड का दौरा करना है और इसमें कोई संदेह नहीं कि अंग्रेज टीम तब वर्तमान श्रृंखला की हार का बदला लेने के लिये आतुर रहेगी।
इस दौरे में भारत पांच वनडे और एक टी20 मैच भी खेलेगा। इंग्लैंड से लौटकर भारत तीन टेस्ट, एक वनडे और एक टी20 के लिये वेस्टइंडीज की मेजबानी करेगा और उसके बाद नवंबर में आस्ट्रेलिया का दौरा करेगा जहां उसे चार टेस्ट मैच खेलने हैं। आस्ट्रेलियाई टीम अब बदलाव के दौर से उबरती हुई लग रही है और ऐसे में भारत के लिये यह एक और चुनौतीपूर्ण दौरा होगा। वैसे भी भारत अब तक आस्ट्रेलिया में कोई टेस्ट श्रृंखला नहीं जीती है। आस्ट्रेलियाई सरजमीं पर भारत ने 11 श्रृंखलाएं खेली हैं जिनमें से नौ में उसे हार मिली है और दो ड्रा करायी हैं।
भारत ने आस्ट्रेलिया में अब तक 44 टेस्ट मैच खेले हैं और उनमें केवल पांच में उसे जीत मिली है जबकि 28 टेस्ट उसने हारे हैं। कोहली इस रिकार्ड में ही सुधार करना चाहते हैं। रिकार्ड के लिये बता दें कि भारत को इंग्लैंड में जून . जुलाई 2019 में होने वाले आईसीसी विश्व कप से पहले जनवरी में न्यूजीलैंड में पांच वनडे और तीन टी-20, फरवरी । मार्च 2019 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी सरजमीं पर पांच वनडे और दो टी-20 और फिर जिम्बाब्वे से एक टेस्ट और तीन वनडे खेलने हैं।
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