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टीम अच्‍छी हो तो कप्‍तान भी अच्‍छा होता है : विराट कोहली

कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछले साल घरेलू सीरीज में रायडू को चौथे नंबर पर उतारने की पैरवी की थी।

user-circle cricketcountry.com Written by Cricket Country Staff
Published: Jan 18, 2019, 09:02 PM (IST)
Edited: Jan 18, 2019, 09:02 PM (IST)

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्‍तान विराट कोहली का कहना है कि यदि आपकी टीम अच्‍छी होती है तो कप्‍तान भी अच्‍छा होता है। भारत ने मेलबर्न वनडे में ऑस्‍ट्रेलिया को 7 विकेट से हराकर पहली बार उसके सरजमीं पर द्विपक्षीय वनडे सीरीज अपने नाम की।

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सीरीज जीत के बाद कप्‍तान कोहली ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस ने कहा, ‘कप्तानी व्यक्तिगत नियंत्रण की बात नहीं है। टीम अच्छी है तो कप्तान भी अच्छा होता है। मैंने टेस्ट सीरीज के बाद भी यह कहा था। श्रेय हर किसी को जाता है क्योंकि सभी ने इसमें योगदान दिया है। हम ऑस्ट्रेलिया से हारे बिना जा रहे हैं और हमारे लिए यह यादगार दौरा रहा।’

‘चौथे क्रम को मजबूत बनाने की जरूरत’

कोहली ने कहा कि बल्लेबाजी क्रम में चौथे नंबर को मजबूत बनाने की जरूरत है। कुछ महीने पहले तक वह इस साल होने वाले विश्व कप के लिए अंबाती रायडू को इस क्रम के लिए उपयुक्त बता रहे थे।

कोहली ने कहा कि चौथे नंबर पर काफी प्रयोग हो चुके हैं। एडिलेड में बल्लेबाजी क्रम आदर्श था जिसमें रायडू चौथे नंबर पर उतरे थे लेकिन वह टीम संयोजन में प्रयोग करते रहेंगे जब तक कोई चौथे नंबर पर जिम्मेदारी नहीं ले लेता।

बकौल कोहली, ‘पिछला मैच देखें तो अंबाती रायडू चौथे नंबर पर उतरे थे, धोनी 5वें और दिनेश कार्तिक छठे नंबर पर क्योंकि हमने विजय शंकर और केदार जाधव को उतारा। हम कार्तिक की जगह बदलना नहीं चाहते क्योंकि वह अच्छा खेल रहे हैं।’

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कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछले साल घरेलू सीरीज में रायडू को चौथे नंबर पर उतारने की पैरवी की थी।

उन्होंने कहा, ‘एडिलेड में बीच के ओवरों में कोई परेशानी नहीं हुई और क्रम काफी संतुलित लगा। लेकिन चौथे नंबर को हमें और मजबूत बनाने की जरूरत है। जो भी इस नंबर पर उतरेगा, उसे विश्व कप तक जिम्मेदारी लेनी होगी।’

जीत के लिए सहयोगी स्‍टाफ को दिया धन्‍यवाद

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कोहली ने जीत के लिए सहयोगी स्टाफ को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘पूरे स्टाफ का इसमें योगदान रहा। रवि शास्त्री ने रणनीति बनाने और खिलाड़ियों का मनोबल बढाने में मदद की। भरत अरूण ने गेंदबाजों और संजय बांगड़ ने बल्लेबाजों पर मेहनत की। यह सामूहिक प्रयास था।’