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'जब धोनी के इगो के साथ गंभीर ने किया खिलवाड़', इरफान पठान का बड़ा खुलासा

इरफान पठान ने 2016 में केकेआर और आरपीएस के बीच खेले गए एक मैच का जिक्र किया जिसमें धोनी उस वक्त बैटिंग करन आए जब उनकी टीम ने 74 रन पर 4 विकेट खो दिये थे

user-circle cricketcountry.com Written by Cricket Country Staff
Last Published on - May 4, 2023 6:51 PM IST

IPL 2023 में इस समय सबसे ज्यादा विराट कोहली और गौतम गंभीर के बीच हुए विवाद की चर्चा हो रही है. फैंस ही नहीं बल्कि कई क्रिकेटर भी इस मुद्दे पर अपनी राय दे रहे हैं. इस दौरान कोई विराट कोहली का पक्ष ले रहा है तो कोई गंभीर के साथ खड़ा है. इस बीच भारत के पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने गौतम गंभीर को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है. इरफान पठान ने ये खुलासा लखनऊ और चेन्नई के बीच बुधवार को खेले गए मैच से पहले किया जो बारिश के कारण रदद् हो गया. इरफान पठान ने बताया कि जब गंभीर केकेआर के कप्तान थे तो धोनी को रोकने के लिए उन्होंने खास रणनीति बनाई थी जो काफी कारगर साबित हुई.

बता दें, गौतम गंभीर 2011 से 2017 तक KKR के कप्तान रहे और उनकी कप्तानी में कोलकाता 2012 और 2014 में चैंपियन बनने में सफल रही.पठान ने बताया, “जब भी धोनी मैदान पर आते तो गंभीर एक टेस्ट मैच जैसी फील्डिंग सेट कर देते यानी फील्डरों को बल्लेबाज के आसपास लगा देते. इस दौरान वह गेंद अपने शीर्ष स्पिनरों- सुनील नरेन या पीयूष चावला को थमा देते. गंभीर की इस चाल ने लगभग हर बार काम किया और धोनी सस्ते में आउट होकर पवेलियन लौट जाते.”

पठान ने हिंदी कॉमेंट्री के दौरान बताया, “जब गंभीर कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के कप्तान थे तो उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी के ईगो के साथ खिलवाड़ किया था. गंभीर इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जो धोनी को सालों तक परेशान करने में सफल रहे.” बता दें, इरफान पठान IPL में धोनी के साथ राइजिंग पुणे सुपर जायन्ट्स (RPS) टीम में एक साथ खेल चुके हैं.

इरफान पठान ने 2016 में केकेआर और आरपीएस के बीच खेले गए एक मैच का जिक्र किया जिसमें धोनी उस वक्त बैटिंग करन आए जब उनकी टीम ने 74 रन पर 4 विकेट खो दिये थे. इन 4 विकटों में पीयूष चावला 2 विकेट अपने नाम कर चुके थे.

 

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पठान ने कहा, “धोनी के मैदान पर आते ही गंभीर ने कसी हुई फील्डिंग लगा दी. ये देख धोनी के लिए बल्लेबाजी करना मुश्किल हो गया. नतीजा ये हुआ कि धोनी 22 गेंदों पर सिर्फ 8 रन बना सके. ये मैच कोलकाता की टीम डकवर्थ लुईस नियम से जीतने में सफल रही थी. जैसे-जैसे साल बीतते गए, धोनी स्पिन के खिलाफ थोड़े संवेदनशील होते गए और गंभीर ये जानते थे. धोनी डिफेंस या ब्लॉक करने की कोशिश में बेहद कमजोर नजर आये.”