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जोफ्रा आर्चर नो-बॉल विवाद पर फिलेंडर ने कहा- अंपायर्स को करना होगा सही फैसला वर्ना...

नो बॉल की समस्या से निपटने के लिए सीमित ओवर फॉर्मेट में अब तीसरे अंपायर की मदद ली जाती है लेकिन टेस्ट में ये तकनीक अभी उपलब्ध नहीं है।

user-circle cricketcountry.com Written by India.com Staff
Last Published on - December 28, 2019 10:41 AM IST

सेंचुरियन टेस्ट में चार विकेट लेने वाले दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज वर्नान फिलेंडर ने जोफ्रा आर्चर नो बॉल मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। फिलेंडर का कहना है कि इस मामले में अंपायर्स को ये फैसला लेना होगा कि वो इसे बर्दाश्त करेंगे या फिर आगे ऐसा ना हो इसके लिए एक उदाहरण बनाएंगे।

दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद मीडिया के सामने आए फिलेंडर ने कहा, “अंपायर्स को इससे निपटना है, उम्मीद है कि वो सही फैसला करेंगे। मेरे लिए बात सीधी है। आप इस खेल से जुड़े बाकी लोगों के लिए उदाहरण बना रहे हैं। आपको सही फैसला लेना होगा। क्या आप किसी दूसरे मैच में भी इसे बर्दाश्त करेंगे? या फिर आप यहीं पर इसे रोक देंगे?”

क्या है पूरा मामला

इंग्लैंड के तेज गेंदबाज आर्चर एक बार फिर विवादों में घिरे हैं। हालांकि इस बार मामला सोशल मीडिया पर हुई बहस का नहीं बल्कि मैदान पर हुई गलती का है। न्यूजीलैंड के खिलाफ सेंचुरियन टेस्ट के दूसरे दिन आर्चर ने की नो बॉल को अनदेखा किए जाने के बाद अंपायर्स की काफी आलोचना हुई।

19वें ओवर में आर्चर ने दक्षिण अफ्रीका के नाइटवॉचमैन एनरिक नॉर्टजे के खिलाफ धीमी गेंद कराने की कोशिश की लेकिन गेंद नॉर्टजे के सिर के ऊपर से निकल गई। जिसे अंपायर क्रिस गैफनी ने नो बॉल करार दिया। अगली गेंद भी ऐसी ही थी और नॉर्टजे खुद को बचाने के लिए नीचे झुके। गैफनी इसे भी नो बॉल करार करने जा रहे थे, जिसके बाद आर्चर अगला ओवर नहीं कर पाते (एक ओवर में लगातार दो नो बॉल कराना आईसीसी नियम के खिलाफ है) लेकिन उन्होंने अपना सिग्नल बदल दिया। आर्चर के बाद बेन स्टोक्स ने अगला ओवर कराया, जिसके बाद दिन का खेल खत्म कर दिया गया।

मामला इतना ज्यादा आगे बढ़ गया कि दक्षिण अफ्रीका टेस्ट टीम के कप्तान फाफ डु प्लेसिस और नए कोच मार्क बाउचर दिन का खेल खत्म होने के बाद मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट से बात करने पहुंच गए।

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क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान के मुताबिक, “मैच रेफरी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के संचार विभाग को इस मामले पर टिप्पणी करने की बात कहकर स्थिति को टाल दिया। हमें मामले को यहीं खत्म करने के लिए कहा गया है।”