michael vaughanइंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने सलामी बल्लेबाज जैक क्राउली की आलोचना की है। वॉन का कहना है कि क्राउली लगातार एक ही गलती दोहराते जा रहे हैं और गेंदबाजों को अपनी कमजोरी पहचानने का मौका दे रहे हैं। इंग्लैंड का यह सलामी बल्लेबाज भारत के खिलाफ पांचवें टेस्ट में 17 गेंद पर 9 रन बनाकर आउट हुआ। क्राउली को लगातार मौके मिल रहे हैं लेकिन वह इनका फायदा नहीं उठा पा रहे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की छह पारियों में उन्होंने सिर्फ 87 रन बनाए। ऐसे में टीम में उनकी जगह को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
क्राउली करीब तीन साल से इंग्लैंड की टेस्ट टीम का हिस्सा हैं। पाकिस्तान के खिलाफ साउथैम्पटन में 267 रन बनाकर वह सुर्खियों में आए थे। लेकिन साल 2021 की शुरुआत से ही वह संघर्ष करते हुए नजर आ रहे हैं। उनके नाम इस दौरान सिर्फ एक शतक है। इस साल वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उनके शॉट सिलेक्शन पर सवाल उठाए। वॉन का मानना है कि विपक्षी टीमों ने उनकी कमजोरी तलाश ली है। वॉन ने उन्हें सलाह दी है कि वह सचिन तेंदलुकर के साल 2004 के ऑस्ट्रेलिया दौरे वाले तरीके को आजमाएं।
साल 2004 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सचिन कवर ड्राइव पर संघर्ष कर रहे थे। लेकिन सिडनी टेस्ट में उन्होंने खुद को कवर ड्राइव खेलने से रोककर रखा। और इस मैच में उन्होंने 241 रन बनाए। वॉन ने कहा कि क्राउली को भी यही करना चाहिए या फिर अपने शॉट सिलेक्शन पर कुछ नया तरीका आजमाना चाहिए।
ब्रिटिश अखबार टेलिग्राफ के अपने कॉलम में उन्होंने लिखा, ‘सचिन तेंदुलकर साल 2004 में ऑस्ट्रेलिया में एक मुश्किल वक्त से गुजर रहे थे। गेंद मूव हो रही थी और वह ड्राइव खेलते हुए आउट हो रहे थे। तो उन्होंने क्या किया? उन्होंने ड्राइव नहीं खेला और सिडनी में 241 रन बना दिए। क्राउली ने अभी तक वह कोशिश नहीं की। उन्होंने दो घंटे, जब गेंद नई है तो, ड्राइव खेलने से खुद को नहीं रोका। कुल मिलाकर उन्होंने विपक्षी टीम के खिलाफ कोई नया तरीका नहीं अपनाया। अगर आप एक ही चीज करते रहेंगे तो आप लगातार आउट होते रहेंगे। गेंदबाज बेवकूफ नहीं हैं।’
क्राउली ने 44 टेस्ट पारियों में 1174 रन बनाए हैं। उनका बल्लेबाजी औसत 26.68 का है और उनका काउंटी औसत भी 30 के करीब है।