Bharat Malhotra
Bharat Malhotra अभी cricketcountry.com/hi की टीम की अगुआई कर रहे हैं. भारत के पास डिजिटल मीडिया का 16 साल का अनुभव है. करियर की विधिवत श ...Read More
Written by Bharat Malhotra
Last Published on - June 16, 2023 10:33 AM IST
पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने अंबाती रायुडू के आरोपों पर चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा है कि 2019 के विश्व कप के लिए टीम का चयन सिलेक्शन कमिटी में मौजूद सभी लोगों की सहमति से हुआ था. इसमें निजी भेदभाव की कोई गुंजाइश नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि सिलेक्शन की बैठक में चार अन्य सदस्यों के साथ ही कप्तान भी शामिल होते हैं. उस समय भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली थे और अंबाती रायुडू को टीम में शामिल नहीं करने के फैसले में सभी शामिल थे.
प्रसाद ने एक अंग्रेजी वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘हम सब जानते हैं कि सिलेक्शन कमिटी में पांच सदस्य होते हैं और कप्तान भी सिलेक्शन कमिटी की बैठक में बैठते हैं. अब आप ही बताइए कि क्या किसी एक आदमी का फैसला चलेगा या किसी एक आदमी की समझ चलेगी या फिर सभी की सहमति से फैसला लिया जाएगा? अगर सिर्फ कोई एक आदमी फैसला ले सकता है तो आपको पांच सिलेक्टर्स की जरूरत नहीं है. तो यह मिलजुल कर लिया गया फैसला था. किसी एक आदमी का नहीं.’
टाइम्सनाऊन्यूज.कॉम को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ‘मैं किसी चीज को प्रस्तावित कर सकता हूं और इसे मानन या न मानना बाकियों पर निर्भर कता है. कमिटी में कोई एक आदमी हावी नहीं हो सकता.’
रायुडू ने हाल ही में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का ऐलान किया है. आईपीएल 2023 में जीत हासिल करने के बाद रायुडू ने संन्यास का ऐलान किया. इसके बाद उन्होंने प्रसाद के साथ अपने रिश्तों पर भी बात की थी. इस पर प्रसाद ने कहा कि रायुडू के साथ उनके कभी निजी मतभेद नहीं रहे. हां, चूंकि वह एक सख्त कप्तान थे शायद इसी वजह से रायुडू ने यह राय बनाई होगी. मैं आपको सच बताता हूं. 2005 में कुछ नहीं हुआ. हमारे बीच कोई मतभेज नहीं हैं. देखिए, वह कहते हैं कि उन्हें शायद मेरा कप्तानी करने का तरीका पसंद नहीं आया होगा. ऐसा हो सकता है ना. बेशक, आपकी राय अलग हो सकती है. मैं आपको बताऊं कि मैं सभी बातों को लेकर बहुत सख्त हूं. नियम कायदों और फिटनेस को लेकर भी बहुत सख्त हूं. शायद उन्हें मेरा रूटीन पसंद न आया हो या कुछ भी. लेकिन यह ठीक है.
उन्होंने आगे कहा, ‘लंबे क्रिकेटिंग सीजन के दौरान टीम में अलग राय हो सकती है. भाइयों में भी अलग राय हो सकती है. लेकिन इतने छोटे मतभेद को यहां लाने और भारतीय क्रिकेट टीम के सिलेक्शन में लेकर आने का कोई कारण नहीं है. रायुडू वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम के सभी दौरों पर चुने गए. तब क्या वे मतभेद नहीं थे तो फिर वर्ल्ड कप सिलेक्शन में वे मतभेद कैसे आ गए? मैं यहां साफ कर देना चाहता हूं कि सिलेक्शन प्रक्रिया में सभी शामिल होते हैं और यह किसी एक की राय या फैसला नहीं होता.’
रायुडू का 2019 में इंग्लैंड में हुए वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय टीम में चुना जाना तय माना जा रहा था. लेकिन सिलेक्टर्स ने उनके स्थान पर विजय शंकर को चुना था. जब धवन और शंकर चोट के चलते बाहर हो गए तो उनके स्थान पर ऋषभ पंत और मयंक अग्रवाल को भेजा गया और तब भी रायुडू का सिलेक्शन नहीं हुआ.
रायुडू ने टीवी9 तेलुगू को दिए एक इंटरव्यू में कहा था, ‘एमएसके प्रसाद ने थ्रीडी प्लेयर की बात कही थी. इसने मुझे और असंयमित कर दिया. गुस्से में मैंने ट्वीट कर दिया कि मैं मैच थ्रीडी चश्मे पहनकर देखूंगा. हर किसी ने विजय शंकर को ट्रोल कर दिया. लेकिन मेरा ट्वीट एमएसके या विजय शंकर के खिलाफ नहीं था. मैंने जिस तरीके से टीम इंडिया का चयन होता है उस पर व्यंग्य किया था. लोगों ने इसे नहीं समझा और विजय शंकर को ट्रोल कर दिया. उनसे कोई नाराजगी नहीं है. वह भी एक खिलाड़ी हैं जो अपने मौके का इंतजार कर रहे थे.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने वर्ल्ड कप से पहले न्यूजीलैंड दौरे पर नंबर चार पर बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था. मुझे लगा था कि मैं इंग्लैंड में भी अच्छा करूंगा जहां मुझे इसी तरह की परिस्थितियां मिलेंगी. लेकिन मुझे हैरानी हुई कि सिलेक्टर्स ने नंबर चार पर मेरे स्थान पर एक ऑलराउंडर चुना. इसकी वजह सिर्फ एमएसके प्रसाद ही बता सकते हैं.’
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