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रविचंद्रन अश्विन सर्वकालिक महान गेंदबाज हैं जो समय के साथ बेहतर ही होते जा रहे हैं: रोहित शर्मा

कपिल देव के 434 विकेट को पीछे छोड़कर देश के सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले गेंदबाज बने अश्विन ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट में 96 रन देकर छह विकेट चटकाए जिससे उनके कुल 436 विकेट हो गए हैं.

user-circle cricketcountry.com Written by India.com Staff
Last Published on - March 6, 2022 8:14 PM IST

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) सीनियर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) को ‘सर्वकालिक महान’ गेंदबाज भी करार दिया. रोहित अश्विन समय के साथ बेहतर होने की काबिलियत से काफी हैरान हैं. रोहित का ये बयान अश्विन के पूर्व दिग्गज कपिल देव (Kapil Dev) के भारत के लिए सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वाले रिकॉर्ड को तोड़ने के बाद आया.

कपिल देव के 434 विकेट को पीछे छोड़कर देश के सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले गेंदबाज बने अश्विन ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट में 96 रन देकर छह विकेट चटकाए जिससे उनके कुल 436 विकेट हो गए हैं.

रोहित से जब अश्विन की महज 85 टेस्ट में हासिल की गयी उपलब्धि के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘इस उपलब्धि को हासिल करना उनके क्रिकेट करियर में बड़ी चीज है.’’उन्होंने कहा, ‘‘जब आप टेस्ट क्रिकेट खेलने की चाहत के साथ बड़े होते हो तो आप इन चीजों के बारे में सपना नहीं देखते इसलिये इसे हासिल करना उसके लिये एक बड़ी उपलब्धि है. मैं लंबे समय से अश्विन को खेलते हुए देख रहा हूं और जब भी मैं उसे देखता हूं, वो बेहतर से बेहतर होता ही दिखता है. अश्विन एक ऐसा खिलाड़ी है जिसे हमेशा अपनी काबिलियत पर भरोसा रहता है.’’

अश्विन विश्व क्रिकेट रैंकिंग में शीर्ष 10 में नौंवे नंबर पर काबिज हैं और रोहित की निगाह में वो सर्वकालिक महान गेंदबाज हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मेरी निगाह में वह सर्वकालिक महान खिलाड़ी है. वह इतने वर्षों से खेल रहा है और देश के लिये प्रदर्शन कर रहा है. इतनी बार मैचों में जीत दिलाने वाला प्रदर्शन, इसलिये वह मेरे लिये सर्वकालिक महान खिलाड़ी है. लोगों के अलग अलग विचार हो सकते हैं लेकिन जहां से मैं देखता हूं, वह मेरे लिये एक सर्वकालिक महान खिलाड़ी है.’’

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तो अश्विन को विदेशी दौरों पर प्लेइंग इलेवन में नियमित रूप से क्यों नहीं चुना जाता तो इस पर रोहित ने कहा, ‘‘सचमुच, विदेशी दौरों पर टीम में स्थान के बारे में आपको कुछ नहीं कह सकता कि वह टीम में क्यों नहीं होता और अंतिम एकादश में क्यों नहीं होता. निश्चित रूप से मुझ इस बारे में नहीं पता क्योंकि मैं उस समय चयन का हिस्सा नहीं था और मैं आपको नहीं बता सकता कि क्या हुआ और उसे बाहर क्यों रखा गया और वह क्यों नहीं खेला और इसी तरह की बातें.’’