×

केपटाउन टेस्ट में विराट कोहली के गुस्सा दिखाने पर शेन वार्न, एडम गिलक्रिस्ट ने दिया बड़ा बयान

भारतीय टीम केपटाउन टेस्ट में 7 विकेट से हारकर तीन मैचों की सीरीज भी 1-2 से गंवा बैठी।

user-circle cricketcountry.com Written by India.com Staff
Last Published on - January 15, 2022 9:22 AM IST

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए केपटाउन टेस्ट के दौरान हुए डीआरएस विवाद के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) के स्टंप माइक कैमरा टीम की आलोचना करने की हरकत को पूर्व दिग्गज पसंद नहीं कर रहे हैं।

पूर्व इंग्लिश कप्तान माइकल वॉन (Michael Vaughan) ने कहा कि कोहली को उनकी इस हरकत के लिए जुर्माना या निलंबित करने की जरूरत है। वहीं दक्षिण अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज डेरिल कलिनन को लगता है कि भारत के कप्तान को ‘कड़ी सजा’ दी जाए।

अब पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शेन वार्न (Shane Warne) और एडम गिलक्रिस्ट (Adam Gilchrist) ने भी मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज गिलक्रिस्ट ने कहा कि भारतीय कप्तान की निराशा लगातार बढ़ रही थी और फिर वो उस एक क्षण तक पहुंची।

गिलक्रिस्ट ने कहा, “मैं जिस आरोप में दिलचस्पी हूं वो ये कि ये सब पहले से प्लान किया लगता है। ये काफी समय से हो रहा था और फिर उस दिन ये एक ब्रेकिंग प्वाइंट पर पहुंच गया है। गेंद को चमकाने वाली टीमों को कैमरा पर दिखाने के आरोप को मैं मान रहा हूं, ये सभी उस मामले की तरफ वापस जाता है जब ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी कैमरे पर पकड़े गए थे।”

याद दिला दें कि साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया के दक्षिण अफ्रीका दौरे पर न्यूलैंड्स में खेले जा रहे मैच के दौरान ही सलामी बल्लेबाज कैमरून बैनक्रॉफ्ट सैंडपैपर छुपाते हुए कैमरे पर पकड़े गए थे। जिसके बाद उन पर 9 महीने के लिए, जबकि तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ और उप कप्तान डेविड वार्नर पर एक-एक साल का बैन लगाया गया था।

डीन एल्गर के विकेट, जिसकी वजह से मामला शुरू हुआ था उस पर बात करते हुए वार्न ने माना कि गेंद स्टंप्स से टकराने जैसी लग रही थी, ‘गेद मिडिल स्टंप पर जा कर सकती, हालांकि ऐसा कोई रास्ता नहीं था कि ये विकेट के ऊपर से जाए’

TRENDING NOW

पूर्व लेग स्पिनर ने इस तरह के फैसले से होने वाली निराशा की ओर इशारा किया जो समय के साथ और बढ़ गई। वार्न ने कहा, “देखो ये एक दिलचस्प मामला है, मुझे यकीन नहीं है कि एक अंतरराष्ट्रीय टीम के कप्तान को ऐसा करना चाहिए। लेकिन कभी-कभी निराशा बढ़ जाती है, आप बस इतना निराश हो जाते हैं और इसलिए मैंने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि क्या इस सीरीज में ऐसा तीन या चार बार हुआ है और फिर उन्हें लगा कि बहुत हो गया, अब ऐसा और नहीं हो सकता।”