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शशांक सिंह खुद को समझते थे दुनिया का बेस्ट प्लेयर, मुंबई जाने के बाद असलियत का पता चला
नई दिल्ली। पंजाब किंग्स को बीती रात इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में जीत दिलाने वाले शशांक सिंह ने जब मध्य प्रदेश के लिए खेलना शुरू किया तो वह अतिआत्मविश्वास से भरे थे लेकिन मुंबई इंडियंस में पहुंचने के बाद उन्हें सच्चाई पता चली कि उन्हें कड़ी मेहनत करने की जरूरत है. शशांक ने बीती...
Written by Vanson Soral
Last Updated on - April 5, 2024 10:04 PM IST

नई दिल्ली। पंजाब किंग्स को बीती रात इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में जीत दिलाने वाले शशांक सिंह ने जब मध्य प्रदेश के लिए खेलना शुरू किया तो वह अतिआत्मविश्वास से भरे थे लेकिन मुंबई इंडियंस में पहुंचने के बाद उन्हें सच्चाई पता चली कि उन्हें कड़ी मेहनत करने की जरूरत है. शशांक ने बीती रात 29 गेंद में नाबाद 61 रन बनाये जिसमें छह चौके और चार छक्के जड़े थे जिससे पंजाब किंग्स ने लक्ष्य का पीछा करते हुए गुजरात टाइटन्स को हरा दिया.
32 साल के शशांक ने कहा, ‘‘जब मैं मध्य प्रदेश के लिए खेलता था तो मैं सोचता था कि मैं दुनिया का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हूं.’’ लेकिन उनकी जिंदगी का अहम मोड़ तब आया जब वह मुंबई की टीम से जुड़े जिसमें श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, पृथ्वी साव और सरफराज खान जैसे स्टार खिलाड़ी मौजूद थे.
टीम में जगह बनाना मुश्किल था
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं मुंबई से जुड़ा तो मैं सफेद गेंद सर्किट में था, सभी टूर्नामेंट में चार-पांच साल अच्छे रहे लेकिन लाल गेंद के क्रिकेट में मैं टीम में जगह नहीं बना पा रहा था क्योंकि काफी प्रतिस्पर्धा थी. ’’ शशांक ने कहा, ‘‘श्रेयस रन बना रहे थे, सूर्यकुमार रन बना रहा था, शिवम दूबे, अभिषेक नायर, सिद्धेश लाड रन बना रहे थे. मैच में सिर्फ 11 ही लोग खेल सकते हैं. ’’
उन्हें सफेद गेंद सर्किट में जगह मिल गयी लेकिन वह लाल गेंद के क्रिकेट में खेलना चाहते थे. शशांक ने कहा, ‘‘मैं क्लब क्रिकेट में रन बना रहा था लेकिन लाल गेंद की टीम में जगह नहीं बना पा रहा था क्योंकि अन्य खिलाड़ी अच्छा कर रहे थे. टीम में जगह बनाना काफी मुश्किल था. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं मध्य प्रदेश में था तो हमेशा खुद को सर्वश्रेष्ठ समझता था और कोई प्रतिस्पर्धा नहीं थी क्योंकि उस समय मध्य प्रदेश क्रिकेट इतना मजबूत नहीं था. जब मैं मुंबई में आया तो मुझे असलियत पता चली कि मैं क्या हूं. मुझे कड़ी मेहनत करने की जरूरत थी. यह मेरे लिए सच्चाई से रूबरू होने वाला था. ’’
छत्तीसगढ़ से खेलने का फैसला किया
इसके बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ से खेलने के बाद पुडुचेरी से खेलने का फैसला किया. शशांक ने कहा, ‘‘लेकिन एक चीज आत्मविश्वास ही थी. आपको खुद पर भरोसा रखना होता है जो मेरे अंदर था. मैंने अपने घरेलू राज्य छत्तीसगढ़ से खेलने का फैसला किया क्योंकि पहले मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ एक ही थे और मैं लाल गेंद का क्रिकेट खेलना चाहता था. यह मेरे लिये बहुत भावनात्मक था. ’’
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शशांक को 2017 में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) ने चुना और फिर राजस्थान रायल्स (2019-21) और सनराइजर्स हैदराबाद (2022) के बाद पंजाब किंग्स ने उन्हें खरीदा. पंजाब ने 2024 आईपीएल नीलामी में 20 लाख रूपये के आधार मूल्य में उन्हें खरीदा था लेकिन ऐसे भी पल आये जब टीम को संदेह हुआ कि उन्होंने सही खिलाड़ी को चुना है या नहीं. लेकिन उन्होंने अपनी काबिलियत साबित कर दी जब शिखर धवन और जॉनी बेयरस्टो जैसे स्टार खिलाड़ी विफल हो गये.