×

Hardik Pandya on WI vs IND: कई बार हारना अच्छा होता है, बस सीखना जारी रहना चाहिए

हार्दिक पंड्या ने कहा कि कई बार हारना अच्छा होता है. इससे आपको काफी कुछ सीखने को मिलता है. भारत को टी20 सीरीज में 3-2 से हार का सामना करना पड़ता है.

user-circle cricketcountry.com Written by Bharat Malhotra
Last Updated on - August 14, 2023 8:41 AM IST

वेस्टइंडीज ने भारत को पांच मैचों की सीरीज में 3-2 से हरा दिया. रविवार को लॉडरहिल में खेले गए सीरीज के आखिरी मैच में भारत को 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. मैच के बाद कप्तान हार्दिक पंड्या ने माना कि उनकी टीम ने शुरुआत में ही मैच पर पकड़ छोड़ दी थी. हार्दिक ने यह भी कहा कि कई बार हारना अच्छा होता है.

हार्दिक ने बताया कहां हुई गलती

मैच के बाद प्रजेंटेशन के दौरान हार्दिक ने कहा, ‘अगर आप देखें तो 10 ओवरों के बाद हम मैच गंवा बैठे. इसके बाद जब मैं आया तो मैं उसका फायदा नहीं उठा पाया. मैंने वक्त लिया लेकिन अच्छी तरह फिनिश नहीं कर पाया.’

इसमें काफी समय बाकी है. अभी वनडे इंटरनैशनल वर्ल्ड कप आ रहा है. और कई बार हारना अच्छा होता है

हार्दिक पंड्या, भारतीय कप्तान

भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. इस पर भी कुछ लोगों ने हैरानी जताई लेकिन भारतीय कप्तान ने अपने फैसले का समर्थन किया. हार्दिक ने कहा, ‘मुझे लगता है कि एक टीम के तौर पर हमें खुद को चुनौती देने की जरूरत है. इन सब मैचों में हमें सीखने की जरूरत है. एक टीम के तौर पर हमने बात की है कि जब भी हम मुश्किल रास्ता ले सकते हैं हम लेंगे. एक सीरीज के प्रदर्शन से बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता लेकिन अपने लक्ष्य के लिए हमारी प्रतिबद्धता बहुत मायने रखती है.’

सीखने का सिलसिला रहे जारी

अगले साल का टी20 वर्ल्ड कप भी वेस्टइंडीज में खेला जाना है. और इस सीरीज को क्या इसकी तैयारियों के तौर पर देखा जाना चाहिए. इस पर हार्दिक ने कहा, ‘इसमें काफी समय बाकी है. अभी वनडे इंटरनैशनल वर्ल्ड कप आ रहा है. और कई बार हारना अच्छा होता है. आप उससे काफी कुछ सीखते हैं. मैं अपने खिलाड़ियों की खास तारीफ करना चाहूंगा. उन्होंने अच्छा जज्बा दिखाया. हार-जीत प्रक्रिया का हिस्सा है और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इससे सीखने का क्रम जारी रहे.’

‘ज्यादा सोचता नहीं, जो दिल में आता है करता हूं’

हार्दिक ने बॉलिंग चेंज के सवाल पर कहा कि उन्हें उस लम्हे में जैसा लगता है कि वह वैसा करते हैं. उन्होंने कहा, ‘उस समय मुझे जो ठीक लगता है मैं वह करता हूं. मैं बहुत ज्यादा प्लान नहीं बनाता. जो भी मुझे लगता है मैं वह करता हूं.’

युवा खिलाड़ियों ने जीता दिल

इस सीरीज में भारत ने कई युवा खिलाड़ियों को आजमाया. तिलक वर्मा, यशस्वी जायसवाल और मुकेश कुमार ने इस सीरीज मे डेब्यू किया. हार्दिक ने कहा, ‘इन युवा खिलाड़ियों के पास जिगरा है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यह बहुत जरूरी है. हर युवा खिलाड़ी जो आगे आ रहा है उसमें आत्मविश्वास की कोई कमी नहीं. अब के खिलाड़ियों में यह काफी सामान्य नजर आता है. इसमें उनकी तारीफ है. वे आगे बढ़कर जिम्मेदारी लेते हैं. एक कप्तान के तौर पर इससे खुशी की बात नहीं हो सकती.’

हार्दिक ने इसके साथ ही बड़ी संख्या में आए दर्शकों का भी धन्यवाद किया. और गुजराती में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वर्ल्ड कप में इससे ज्यादा संख्या में लोग मौजूद होंगे.

कैसा रहा मैच का हाल

मैच की बात करें तो भारत को बल्लेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन से रविवार को यहां खराब मौसम से प्रभावित पांचवें और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय में वेस्टइंडीज से आठ विकेट से हारकर सीरीज 2-3 से गंवानी पड़ी.

वेस्टइंडीज ने इस तरह 2017 के बाद भारत के खिलाफ पहली टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज जीती. अंतिम मैच की जीत में ब्रैंडन किंग स्टार रहे जिनकी नाबाद 85 रन की पारी में पांच चौके और छह छक्के जड़े थे. यह उनका टी20 अंतरराष्ट्रीय में सवश्रेष्ठ स्कोर भी है.

कप्तान हार्दिक पंड्या की टीम ने 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए सीरीज 2-2 से बराबर की लेकिन खिलाड़ी निर्णायक मुकाबले में लड़खड़ा गए.

सूर्यकुमार यादव (61 रन) के सीरीज में दूसरी हाफ सेंचुरी की मदद से टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन के बाद नौ विकेट गंवाकर 165 रन बनाए.

पिच पर स्ट्रोक्स लगाना आसान नहीं था, फिर भी सूर्यकुमार ने 45 गेंद की पारी के दौरान चार चौके और तीन छक्के जड़े.

इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज ने तेज शुरुआत की और किंग (55 गेंद) तथा विकेटकीपर बल्लेबाज निकोलस पूरन (47 रन,35 गेंद, एक चौका, चार छक्के) के साथ दूसरे विकेट के लिए 72 गेंद में 107 रन की भागीदारी से दो ओवर शेष रहते दो विकेट पर 171 रन बनाकर जीत हासिल की.

TRENDING NOW

भाषा से इनपुट