Akhilesh Tripathi
पत्रकारिता में करियर की शुरुआत आर्यन टीवी (पटना) से हुई, फिर ईनाडु डिजीटल (ईटीवी हैदराबाद) में लगभग एक साल का ...Read More
Written by Akhilesh Tripathi
Last Updated on - May 21, 2025 12:26 AM IST
CSK VS RR: वैभव सूर्यवंशी के 33 गेंद में 57 रन की मदद से राजस्थान रॉयल्स ने अपने आखिरी मैच में मंगलवार को महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स को विकेट से हराकर आईपीएल से विदा ली. जीत के लिये 188 रन का लक्ष्य रॉयल्स ने 17.1 ओवर में चार विकेट खोकर हासिल कर लिया.
इस जीत के साथ रॉयल्स अब 13 मैचों में आठ अंक लेकर दस टीमों में नौवें स्थान पर है जबकि चेन्नई 12 मैचों में आठ अंक के साथ आखिरी स्थान पर है और उसे एक पायदान ऊपर आने के लिये अब अपने आखिरी मैच में गुजरात टाइटंस पर बड़े अंतर से जीत दर्ज करनी होगी.
कोच राहुल द्रविड़ की खोज चौदह वर्ष और 54 दिन के सूर्यवंशी उस समय पांच दिन के थे जब धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने 2011 में वनडे विश्व कप जीता था. धोनी के प्रशंसकों से भरे अरूण जेटली स्टेडियम पर ऐसी साहसिक पारी खेलकर उन्होंने साबित कर दिया कि बदलाव के दौर से गुजर रहे भारतीय क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित हाथों में है . यही बात चेन्नई के आयुष म्हात्रे के लिये भी कही जा सकती है जिन्होंने खराब शुरूआत से चेन्नई को निकालकर आठ विकेट पर 187 रन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई.
रॉयल्स को यशस्वी जायसवाल से आक्रामक शुरूआत मिली लेकिन वह चौथे ओवर में अंशुल कम्बोज की गेंद पर बोल्ड हो गए. उन्होंने 19 गेंद में पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से 36 रन बनाए. इसके बाद सूर्यवंशी और कप्तान संजू सैमसन ने 59 गेंद में 98 रन की साझेदारी की. इस सत्र में शतक बना चुके सूर्यवंशी ने मैदान के चारों ओर दर्शनीय स्ट्रोक्स लगाकर अपनी प्रतिभा की झलक एक बार फिर पेश की. दूसरे छोर पर सैमसन ने भी रनगति को तेज बनाये रखा, इन दोनों के क्रीज पर रहते रॉयल्स आसान जीत की ओर बढती दिख रही थी.
अश्विन ने एक ही ओवर में दोनों को पवेलियन भेजकर पासा पलटने की कोशिश की. चौदहवें ओवर में सैमसन (31 गेंद में तीन चौकों , दो छक्कों के साथ 41 रन) को ब्रेविस के हाथों लपकवाने के बाद सूर्यवंशी को रविंद्र जडेजा के हाथों कैप आउट कराके पवेलियन भेजा. इसके बाद हालांकि ध्रुव जुरेल (12 गेंद में 31 रन ) और शिमरोन हेटमायेर (पांच गेंद में 12 रन ) ने टीम को जीत तक पहुंचाया.
पहले बल्लेबाजी के लिये भेजी गई चेन्नई की शुरूआत एक बार फिर खराब रही और दूसरे ओवर के बाद उसके दो बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे जब स्कोर बोर्ड पर 12 रन ही टंगे थे. इसके बाद म्हात्रे (20 गेंद में 43 रन), ब्रेविस (25 गेंद में 42 रन) और शिवम दुबे ( 32 गेंद में 39 रन ) ने उपयोगी पारियां खेली. धोनी 14वें ओवर में बल्लेबाजी के लिये आये लेकिन 17 गेंद में 16 रन बनाकर आखिरी ओवर में मधवाल का शिकार हुए.रॉयल्स के लिये युधवीर सिंह ने चार ओवर में 47 रन देकर और मधवाल ने 29 रन देकर तीन तीन विकेट लिए.
चेन्नई की पारी के दूसरे ओवर में युधवीर की गेंद पर डीप थर्डमैन पर चौका लगाने के बाद डेवोन कोंवे (10) मिडआफ पर रियान पराग को कैच देकर लौटे. इसी ओवर की आखिरी गेंद पर नये बल्लेबाज उर्विल पटेल ने मिडआन पर ऊंचा शॉट खेला और क्वेना मफाका ने पीछे की ओर जंप लगाकर एक हाथ से शानदार कैच लपका. दो विकेट 12 रन पर गिरने के बाद चेन्नई ने अनुभवी अश्विन को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजा जिन्होंने म्हात्रे के साथ पारी को संभाला.
म्हात्रे ने तीसरे ओवर में तुषार देशपांडे को दो चौके लगाकर दबाव हटाने का प्रयास किया, वहीं दो विकेट लेने वाले युधवीर का आत्मविश्वास तोड़ते हुए दोनों बल्लेबाजों ने चौथे ओवर में 24 रन निकाले, पहले अश्विन ने शॉर्ट गेंद पर फाइन लेग में चौका जड़ा और अगली गेंद को स्क्वेयर लेग सीमा के पार निकाला, आखिरी दो गेंदों पर म्हात्रे ने छक्का और चौका लगाया. चेन्नई के 50 रन 29 गेंद में पूरे हुए और तीसरे विकेट की अर्धशतकीय साझेदारी में सिर्फ 22 गेंदें लगी.
दोनों गेंदबाजों को पिटता देख रॉयल्स के कप्तान सैमसन ने पांचवें ओवर में मफाका को गेंद सौंपी जिनका स्वागत म्हात्रे ने दो चौकों के साथ किया, अगले ओवर में देशपांडे को नसीहत देते हुए म्हात्रे ने लगातार तीन चौके लगाये लेकिन पांचवीं गेंद पर छक्का लगाने के प्रयास में डीप में लपके गए, मफाका ने आगे की ओर झुककर नीचे जाती गेंद को कुशलता से लपका.
पावरप्ले के बाद चेन्नई का स्कोर दो विकेट पर 68 रन था, इस सत्र के बेहतरीन युवा बल्लेबाजों में शुमार म्हात्रे ने अश्विन के साथ 56 रन की साझेदारी की जिसमें अश्विन का योगदान 13 रन का था. इसी स्कोर पर अश्विन ने हसरंगा की गेंद पर शिमरोन हेटमायेर को कैच देकर अपना विकेट गंवाया. रविंद्र जडेजा (एक) भी टिक नहीं सके और युधवीर ने अपने तीसरे ओवर में तीसरा विकेट लिया, जडेजा ने मिडविकेट पर ध्रुव जुरेल को कैच थमाया. ब्रेविस ने दसवें ओवर में गेंदबाजी के लिये आये रियान पराग को छक्का लगाकर चेन्नई के सौ रन पूरे किये । ब्रेविस 14वें ओवर में आकाश मधवाल की गेंद पर बोल्ड हो गए जिसके बाद धोनी मैदान पर उतरे. ब्रेविस ने 25 गेंद में दो चौकों और तीन छक्कों की मदद से 42 रन बनाए.
धोनी ने 16वें ओवर में पराग को स्ट्रेट छक्का लगाकर दर्शकों में उत्साह का संचार कर दिया,. यह टी20 क्रिकेट में धोनी का 350वां छक्का था. दुबे (32 गेंद में 39 रन) आखिरी ओवर की पहली गेंद पर मधवाल का शिकार बने जिनका कैच यशस्वी जायसवाल ने लपका. मधवाल ने इसी ओवर में धोनी को भी रवाना करके चेन्नई की 200 रन तक पहुंचने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. आखिरी तीन ओवर में राजस्थान के गेंदबाजों ने सिर्फ 17 रन दिए.
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