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स्पिन के खिलाफ विराट कोहली की रणनीति हैरान करने वाली है: दिनेश कार्तिक

नवंबर 2019 में कोलकाता में बांग्लादेश के खिलाफ शतक बनाने के बाद से अब तक खेली 29 पारियां में छह अर्धशतक के साथ विराट कोहली ने 28.55 की औसत पर 828 रन बनाए हैं

user-circle cricketcountry.com Written by India.com Staff
Last Published on - March 14, 2022 2:50 PM IST

साल 2019 के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक भी शतक लगाने में असफल रहे भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) अपनी बल्लेबाजी तकनीक की वजह से लगातार आलोचना के शिकार हो रहे हैं. श्रीलंका के खिलाफ बैंगलोर टेस्ट में बड़ा स्कोर में असफल रहने के बाद पूर्व दिग्गज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कोहली की बल्लेबाजी तकनीक पर टिप्पणी की थी और अब विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) ने स्पिन के खिलाफ कोहली की बल्लेबाजी के तरीके पर सवाल उठाए हैं.

कार्तिक ने क्रिकबज पर बोलते हुए कहा, “मैं हैरान हूं कि वो क्रीज पर कहां खड़ा है. वो लेग स्टंप के थोड़ा बाहर खड़ा है. और ऐसा आप तब करते हैं जब आप एलबीडब्ल्यू आउट होने को लेकर चिंतित होते हैं. लेकिन ये मायनों में आपके लिए ज्यादा परेशानी का कारण बनता है क्योंकि आपको ज्यादातर गेंदों को (खेलने के लिए)) अक्रॉस जाना पड़ता है. वहीं अगर आप मिडिल स्टंप या मिडिल और लेग में खड़े हैं तो आप गेंद को काफी सीधा खेलते हैं.”

उन्होंने कहा, “ऐसे में जो गेंद अंदर आती है उसमें आपको एलबीडब्ल्यू आउट करने की क्षमता होती है. इतने सालों में, कोहली लगातार मिडिल-स्टंप पर खड़े रहे. ये उन्हें हल्के हाथों से खेलने की अनुमति देता है. हाल में ये मानसिकता इसलिए आई है क्योंकि वो एलबीडब्ल्यू आउट नहीं होना चाहता.”

हाल ही में पूर्व भारतीय दिग्गज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कोहली को उनके खराब बल्लेबाजी पैच से बाहर आने के बारे में एक महत्वपूर्ण सलाह भी दी थी.

बैंगलोर टेस्ट के पहले दिन का खेल खत्म होने पर स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए गावस्कर ने कहा कि कोहली ने बैकफुट पर विकेट-डिलीवरी खेलने की वही गलती दोहराई थी जो वो काफी समय से करते आ रहे हैं और उन्हें पता था कि वो गेंद के प्रति अपने दृष्टिकोण के साथ संघर्ष कर रहे थे.

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गावस्कर ने कहा “उन्होंने जो शॉट खेला वो वो शॉट नहीं था जो उन्हें खेलना चाहिए था. फिर से, ये प्रक्षेपवक्र था. जिस तरह से वो पहले टेस्ट में एम्बुलडेनिया के खिलाफ बैकफुट पर गए थे… इस बार उन्होंने फ्रंट पैड पर खेला. जिसका मतलब था कि वो हमेशा संघर्ष करने वाला था … और अगर वो चूक गया तो वो एलबीडब्ल्यू होने जा रहा था. वास्तव में यही है जो हुआ. यहां तक कि उन्होंने (अंपायर का फैसला आने का) इंतजार नहीं किया, वो इसे जानता था. जैसे ही गेंद उसके पैड पर लगी वो ठीक सामने था इसलिए उसने रेफरल का इंतजार नहीं किया. लाइन के पार खेलने की कीमत आज उन्हें चुकानी पड़ी.”