This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
'इंग्लैंड ने डेढ़ घंटे में दस विकेट गंवाए, आप ऐसे मैच नहीं जीत सकते': एशेज हार के बाद भड़के एलेस्टर कुक
होबार्ट टेस्ट की दूसरी पारी में 271 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 124 रन पर ऑलआउट होकर इंग्लैंड 146 रन से मैच हार गई।
Written by India.com Staff
Last Published on - January 17, 2022 10:01 AM IST

एशेज सीरीज में 0-4 से मिली शर्मनाक हार के बाद इंग्लैंड के पूर्व कप्तान सर एलेस्टर कुक (Alastair Cook) ने होबार्ट टेस्ट में जो रूट की टीम के प्रदर्शन को इंग्लैंड का अब तक का सबसे खराब बल्लेबाजी प्रदर्शन बताया है।
होबार्ट में खेले गए आखिरी टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 146 रनों से हार का सामना करना पड़ा। मैच के तीसरे दिन इंग्लैंड सिर्फ मात्र डेढ़ घंटे में 124 रन पर ऑल आउट हो गई।
कुक ने बीटी स्पोर्ट को बताया, “ये देखना बहुत कठिन था, ये हमारी सबसे बुरी हार है। एक-डेढ़ घंटे में ऑलआउट होने से बदतर कुछ और नहीं हो सकता है। आपने इस खेल में गेंद से प्रतिस्पर्धा की, लेकिन मैं वास्तव में एक घंटे भी नहीं टिक सके, ये एक बल्लेबाज और क्रिकेट खेलने वाले पेशेवर के रूप में सबसे बड़ा झटका है।”
कुक ने आगे कहा, “टीम ने बेहद खराब क्रिकेट खेली, क्योंकि हमने एक-डेढ़ घंटे में 10 विकेट गंवाए हैं। हां परिस्थितियां कठिन हैं और कुछ अच्छी गेंदबाजी हुई, लेकिन वहां कोई परेशानी नहीं थी। मैंने खेल की शुरुआत में कहा था कि वास्तव में, ये उनके लिए मानसिक रूप से एक कठिन हफ्ता होने जा रहा है क्योंकि वो हारने वाले हैं और घर जाने वाले हैं और आपके पास इसके बारे में सभी विचार हैं, और जैसे ही वो दबाव में आएंगे, आप देखेंगे कि उनमें कितना संकल्प है। उन्होंने सिडनी में बहुत कुछ दिखाया, और उन्होंने वहां इसका इस्तेमाल किया।”
TRENDING NOW
कुक ने महसूस किया कि 17वें ओवर में रोरी बर्न्स के आउट होने के बाद टीम जल्द ही ऑलआउट हो गई। उन्होंने कहा, “ये टीम, एक दो विकेट के बाद आप कहते हैं, ‘यहां पर कुछ तो गलत है’। आप देख सकते हैं कि इस बल्लेबाजी लाइन अप में कोई आत्मविश्वास नहीं है, एक बार जब आप एक या दो विकेट खो देते हैं, तो कोई भी उस विकेटों के प्रभाव को रोकने के लिए कदम नहीं उठाता है। आप ड्रेसिंग रूम में इसके बारे में जो चाहें बात कर सकते हैं, जब तक कि कुछ लोग इस टीम को गले से नहीं पकड़ते और कुछ नहीं करते, मैं कोई बदलाव होता नहीं देख रहा।”