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श्रीलंका-वेस्टइंडीज 'बॉल टैंपरिंग' विवाद, 2 घंटे मैदान पर नहीं उतरी श्रीलंकाई टीम
अंपायर अलीम डार और इयान गाउल्ड ने खेल शुरू होने से पहले गेंद बदलने के निर्देश दिये क्योंकि वे गेंद की स्थिति से संतुष्ट नहीं थे। जिसका उपयोग दूसरे दिन के खेल के आखिर में किया गया था।
Written by Viplove Kumar
Last Updated on - June 16, 2018 10:48 PM IST

गेंद से छेड़छाड़ से जुड़े विवाद के कारण वेस्टइंडीज और श्रीलंका के बीच दूसरा टेस्ट मैच एक समय अधर में लटक गया था। अंपायरों की गेंद बदलने की मांग से नाराज श्रीलंका ने खेल के तीसरे दिन मैदान पर उतरने से मना कर दिया और निर्धारित समय से दो घंटे बाद खेल शुरू हुआ।
अंपायर अलीम डार और इयान गाउल्ड उस गेंद की स्थिति से संतुष्ट नहीं थे जिसका उपयोग दूसरे दिन के खेल के आखिर में किया गया था। श्रीलंकाई टीम से कहा गया कि वे उसी गेंद से खेल आगे शुरू नहीं कर सकते।
मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ ने सुलझाया विवाद
इसके बाद श्रीलंकाई कप्तान दिनेश चंदीमल की अगुवाई में टीम ने मैदान पर उतरने से इन्कार कर दिया। वेस्टइंडीज को श्रीलंका के 253 रन के जवाब में अपनी पहली पारी दो विकेट पर 118 रन से आगे बढ़ानी थी। मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ , श्रीलंकाई कोच चंडिका हथुरासिंघे और टीम मैनेजर असांका गुरूसिंघा के बीच बातचीत हुई। एक समय दिन के खेल और यहां तक कि पूरे मैच को लेकर आशंका बन गयी थी।
बातचीत के बाद हालांकि श्रीलंकाई गेंद बदलने और आगे खेलने के लिये तैयार हो गये हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि वे गेंद से छेड़छाड़ के किसी आरोप का विरोध करेंगे। यही नहीं वेस्टइंडीज के स्कोर में पांच पेनल्टी रन भी जोड़ लिये गये। बीच में एक समय लग रहा था कि समस्या सुलझा ली गयी है और निश्चित समय से डेढ़ घंटे बाद डेरेन सैमी स्टेडियम में खेल शुरू हो जाएगा क्योंकि श्रीलंकाई टीम मैदान पर उतर गयी थी।
इसके बाद हालांकि अंपायरों के साथ आगे चर्चा हुई और श्रीलंकाई टीम वापस ड्रेसिंग रूम में लौट गयी। इसके बाद फिर से बातचीत शुरू हुई। इस बीच वेस्टइंडीज के टीम मैनेजर रॉल लुईस , कोच स्टुअर्ट लॉ और कप्तान जैसन होल्डर पूरी स्थिति से परेशान दिखे और उन्होंने मैच रेफरी से स्पष्टीकरण भी चाहा।
पाकिस्तान ने 2006 में मैदान पर उतरने से किया था मना
इससे पहले टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में केवल एक बार टीम के मैदान पर उतरने से इन्कार करने के बाद मैच आगे नहीं खेला गया था। पाकिस्तान पर 2006 में ओवल में अंपायर बिली डाक्ट्रोव और डेरेल हेयर ने गेंद से छेड़छाड़ के लिये पांच पेनल्टी रन का जुर्माना लगाया था। इससे नाराज पाकिस्तानी टीम चौथे दिन चाय के विश्राम के बाद मैदान पर नहीं उतरी और अंपायरों ने इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया। पाकिस्तान ने हालांकि बाद में कहा कि वह मैदान पर उतरना चाहता था।
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