ब्रिजटाउन। वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले भारतीय टीम में आपस में खेले गए अभ्यास मैच में आफ स्टम्प से बाहर जाती गेंदों पर विराट कोहली का संघर्ष जारी रहा जबकि यशस्वी जायसवाल ने अंतिम एकादश में चुने जाने का दावा पुख्ता किया. जायसवाल का टेस्ट पदार्पण तो तय है लेकिन अब देखना यह है कि उसका बल्लेबाजी क्रम क्या होता है. वह पारी की शुरूआत करता है या तीसरे नंबर पर उतरता है. इस क्रम पर चेतेश्वर पुजारा उतरते थे लेकिन पिछले तीन साल से खराब प्रदर्शन के कारण वह टीम से बाहर हैं. भारतीय टीम के 16 खिलाड़ियों के साथ स्थानीय क्लब के क्रिकेटरों ने दो दिवसीय अभ्यास मैच खेला. पहला टेस्ट 12 जुलाई से शुरू हो रहा है.
आफ स्टम्प से बाहर जाती गेंदें कोहली को परेशान करती आई हैं और जयदेव उनादकट ने इसका पूरा फायदा उठाया. उनादकट की ऐसी ही गेंद पर वह पहली स्लिप में कैच दे बैठे. आउट होने के बाद विराट कोहली काफी मायूस दिखे और इसके बाद उन्होंने नेट्स पर जमकर पसीना बहाया. थ्रोइंग स्पेशलिस्ट से कोहली ने उसी तरह की गेंद फेंकने को कहा, जिसे खेलने में उन्हें परेशानी हो रही थी. इसके बाद कोहली ने करीब आधे घंटे तक नेट्स में ऑफ स्टम्प के बाहर जाती गेंदों का सामना किया.
करीब 50 से 75 गेंद खेलकर अधिकांश बल्लेबाज रिटायर हो गए. जायसवाल ने 76 गेंद में 54 रन बनाये. ऐसा माना जा रहा था कि जायसवाल कप्तान रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरूआत करेगा. रोहित ने इस मैच में 67 रन बनाये. नियमित सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल से ऊपर जायसवाल को भेजने के मायने हैं कि टीम प्रबंधन उससे पारी की शुरूआत करा सकता है.
गिल असल में मध्यक्रम का बल्लेबाज है जिसने अंडर 19 और भारत ए के लिये तीसरे या चौथे नंबर पर ही बल्लेबाजी की है. उस समय द्रविड़ ही जूनियर टीमों के कोच हुआ करते थे. गिल ने 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत ए के लिये पांचवें नंबर पर खेलते हुए 204 रन बनाये थे. डोमिनिका की सूखी पिच पर रविचंद्रन अश्विन दूसरे स्पिनर हो सकते हैं जबकि तेज गेंदबाजी में मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर के साथ नवदीप सैनी , उनादकट या मुकेश कुमार में से किसे चुना जाता है, यह देखना होगा.