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क्या केवल उरी हमले के कारण बीसीसीआई ने लिया भारत पाकिस्तान मैच रद्द करने का फैसला?

पाकिस्तान क्रिक्रेट बोर्ड ने कहा हम गंभीरता से नहीं लेते नेताओं के बयान

user-circle cricketcountry.com Written by Gunjan Tripathi
Last Updated on - October 1, 2016 4:51 PM IST

बीसीसीआई अध्यक्ष ने आईसीसी से चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत पाकिस्तान को अलग ग्रुप में रखने का निवेदन किया है। © IANS
बीसीसीआई अध्यक्ष ने आईसीसी से चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत पाकिस्तान को अलग ग्रुप में रखने का निवेदन किया है। © IANS

बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने ये बयान देकर सनसनी फैला दी है कि आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 में भारत पाकिस्तान के साथ नहीं खेलेगा। आईसीसी की जारी सूची के मुताबिक 4 जून को बर्मिंघम में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच खेला जाना है लेकिन ठाकुर का कहना है कि वो आईसीसी से निवेदन करेंगे कि दोनो टीमों को अलग-अलग पूल में रखा जाय। ठाकूर के इस बयान को उरी हमले के बाद भारत सरकार की कड़ी कार्यवाही का नतीजा माना जा रहा है। पर असल में बीसीसीआई के इस फैसले के कई और मायने भी है। पिछले दिनों आईसीसी की वित्त समिति की बैठक का हिस्सा न बनाए जानेको लेकर बीसीसीआई ने चैम्पियंस ट्रॉफी से बाहर होने की धमकी दी थी। इस बयान को इससे जोड़कर भी देखा जा रहा है।

बीसीसीआई अध्यक्ष का कहना है कि ये फैसला लोगों कि भावनाओं को ध्यान में रखकर लिया गया है। “मौजूदा हालात को देखते हुए हम नहीं चाहते हैं कि टी20 विश्वकप के दौरान धर्मशाला में जो हुआ वो फिर से दोहराया जाए। जब हमें आखिरी समय पर मैच का स्थान बदलना पड़ा था। अक्टूबर में साउथ अफ्रीका में होने वाली सभा में मैं आईसीसी ले निवेदन करूंगा कि दोनो टीमों को एक ग्रुप में न रखा जाए।” पर ऐसा माना जा रहा है कि इस फैसले के जरिए बीसीसीआई आईसीसी पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है। भारत Vs न्यूजीलैंड Live Score – 2nd Test match – TEST – Full Scorecard यहां पढ़ें

बीसीसीआई के इस समय ऐसा बयान देने का एक कारण ये भी है कि पिछले टी20 विश्वकप में भारत को 58 मैचों की मेजबानी करने के लिए 45 मिलियन डॉलर मिले थे जबकि इस साल इंग्लैंड क्रिक्रेट बोर्ड को इसकी तीन गुनी रकम केवल 15 मैचों के लिए दी जा रही है। साथ ही लोढा समित की सिफारिशों को लेकर आईसीसी बीसीसीआई के पक्ष में आवाज नहीं उठा रहा है, इससे बीसीसीआई को ऐसा लग रहा है आईसीसी भारतीय क्रिक्रेट के खिलाफ काम कर रहा है। आईसीसी को सबसे ज्यादा राजस्व बीसीसीआई से ही मिलता है, भारत इस समय विश्व क्रिक्रेट का केंद्र है। किसी भी बड़े टूर्नामेंट की सफलता में भारत का योगदान महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में आईसीसी के इस उदासीन रवैये से बीसीसीआई अध्यक्ष का नाराज होना जायज भी है। ये भी पढ़ें आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 में एक पूल में नहीं रहेंगे भारत पाकिस्तान

भारत पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच की संभावनाओं को कम करके बीसीसीआई आईसीसी को सबक सिखाना चाहती है। ये बात किसी से भी छुपी नहीं है कि भारत पाकिस्तान मैच के क्या मायने है। आईसीसी को इन मैचों से काफी फायदा होता है। भारत पाकिस्तान मैच रद्द होने से आईसीसी को भारी नुकसान होगा। अनुराग ठाकुर ने यहां पर गेंद अपने पाले में ही रखी है, अगर आईसीसी बीसीसीआई का निवेदन मानकर भारत और पाकिस्तान को अलग अलग ग्रुप में रखता है तो जाहिर सी बात है पाकिस्तान क्रिक्रेट के लिए ये तगड़ा झटका होगा। और अगर आईसीसी ऐसा नहीं करता तो उसे बड़ा नुकसान झेलना पड़ता है। भारत पाकिस्तान एक ग्रुप में होंगे या नहीं ये तो आईसीसी की बैठक के बाद ही पता चलेगा।

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हालांकि पाकिस्तान क्रिक्रेट बोर्ड ने इस पर आधिकारिक तौर पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार किया है। पीटीआई से बातचीत में एक वरिष्ठ पीसीबी अधिकारी ने कहा “हम इस तरह की बयानबाजी लगातार सुन रहे हैं, लेकिन इस पर टिप्पणी करना हम जरूरी नहीं समझते।” उनके मुताबिक पीसीबी ने ठाकुर के बयान को गंभीरता से नहीं लिया है क्योंकि वो एक राजनेता हैं। उन्होंने आगे कहा “अगर वो सच में पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेलना चाहते हैं तो क्या वे इसके लिए अर्थदंड करने को तैयार हैं। ऐसे बयानों के कारण आईसीसी अपने कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं करेगा।