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महिला क्रिकेट: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्लीनस्वीप से बचने उतरेगी टीम इंडिया, 26 मैचों से अजेय हैं कंगारू
महिला ऑस्ट्रेलियाई टीम बीते 26 वनडे से कोई मैच नहीं हारी है, जबकि टीम इंडिया मौजूदा सीरीज 0-2 से गंवा चुकी है.
Written by India.com Staff
Last Published on - September 25, 2021 4:09 PM IST

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई भारतीय महिला टीम रविवार को मेजबान टीम के खिलाफ वनडे सीरीज में अपने क्लीन स्वीप से बचने के इरादे से उतरगी. हालांकि उसकी यह चुनौती बिल्कुल आसान नहीं होगी. ऑस्ट्रेलियाई टीम बीते 26 वनडे से अजेय है. शुक्रवार को भारत जीत के करीब पहुंच गया था लेकिन अंतिम गेंद को नोबॉल करार दिया, जिसके चलते उसे हार मिली. 3 वनडे मैचों की सीरीज में टीम इंडिया 0-2 से पिछड़ी हुई है.
दूसरे वनडे में भारत लगभग ऑस्ट्रेलिया के विजय अभियान को तोड़ चुका था लेकिन झूलन गोस्वामी (Jhulan Goswami) की मैच की अंतिम गेंद को विवादास्पद हालात में नोबॉल दिया गया और भारत को हार का सामना करना पड़ा. मैच काफी करीबी रहा लेकिन मिताली राज की टीम का 274 रन के बड़े स्कोर का बचाव नहीं कर पाना निराशाजनक रहा.
राशेल हेन्स की गैरमौजूदगी में ताहलिया मैकग्रा और निकोला कैरी के साथ पारी का आगाज करने वाली बेथ मूनी ने शानदार प्रदर्शन किया है. इस साल झूलन गोस्वामी के अलावा भारत की अन्य सभी गेंदबाजों ने निराश किया है. अमिता शर्मा के एक दशक पहले जाने के बाद भी झूलन के लिए नई गेंद का कोई विश्वसनीय साझेदार नहीं मिल पाया है.
शिखा पांडे ने प्रभावित किया लेकिन वह कभी झूलन की नियमित साझेदार नहीं बन पाईं. मानसी जोशी, पूजा वस्त्रकार, मोनिका पटेल भी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरीं. निरंजना नागराजन की अनदेखी की गई, जबकि मेघना सिंह को अभी और समय की जरूरत है.
स्पिन विभाग भारत का मजबूत पक्ष है लेकिन मजबूत टीमों ने पूनम यादव (Poonam Yadav) की लेग स्पिन का तोड़ निकाल लिया है. दीप्ति शर्मा के प्रदर्शन में निरंतरता है लेकिन वह विकेट चटकाने से अधिक रन रोकने वाली गेंदबाज हैं.
पूनम और दीप्ति के प्रदर्शन में आत्ममुग्धता झलकती है क्योंकि उन्हें पता है कि फिलहाल उनकी जगह लेने के लिए अच्छी गेंदबाज मौजूद नहीं हैं. खराब स्ट्राइक रेट के लिए आलोचना का सामना कर रहीं मिताली (Mithali Raj) क्या टीम के मनोबल में इजाफा कर पाएंगी यह भी बड़ा सवाल है. इंग्लैंड के खिलाफ महज औपचारिकता के मुकाबले के जीत के अलावा मिताली की अधिकतर पारियों से उनके 20 हजार अंतरराष्ट्रीय रनों में ही इजाफा हुआ है और टीम का अधिक फायदा नहीं हुआ.
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भारत अगर 0-3 से हार जाता है तो यह 50 ओवर के पिछले 11 मुकाबलों में टीम की 9वीं हार होगी, जो अगले साल की शुरुआत में न्यूजीलैंड में होने वाले महिला एक वनडे वर्ल्ड कप की अच्छी तैयारी नहीं है.