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डोपिंग नियम तोड़ने के आरोप में यूसुफ पठान सस्पेंड

पठान को डोपिंग विरोधी संस्था वाडा द्वारा निषिद्ध की दवाईयों में से एक का सेवन करने का दोषी पाया गया था।

user-circle cricketcountry.com Written by Gunjan Tripathi
Last Updated on - January 9, 2018 3:05 PM IST

भारतीय क्रिकेटर यूसुफ पठान को डोपिंग संबंधी नियम तोड़ने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था। उन पर लगा पांच महीने का प्रतिबंध इस महीने खत्म हो रहा है। पठान ने अनजाने में एक ऐसे निषिद्ध पदार्थ का सेवन किया था, जो कफ सिरप में पाया जा सकता है। पठान ने पिछले साल 16 मार्च को एक नई दिल्ली में बीसीसीआई के डोपिंग विरोधी अभियान के दौरान अपना यूरिन सैंपल जांच के लिए दिया था। जांच के बाद इस सैंपल में ‘टेरब्यूटालिनट’ नाम की दवा पाई गई है। ये दवा वाडा की निषिद्ध दवाईयों की सूची में आती है। 27 अक्टूबर को पठान पर बीसीसीआई विरोधी डोपिंग नियम के ऑर्टिकल 2.1 के तहत एक विरोधी डोपिंग नियम उल्लंघन के कमीशन का आरोप लगाया गया था।

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पठान ने आरोपों को स्वीकार करते हुए कहा था कि एक निर्धारित दवा की बजाय गलती से दूसरी दवा गलत तरीके से लेने की वजह से हुआ है। पठान के अपने पर लगे आरोपों को मान लेने की वजह से बीसीसीआई ने उन पर 5 महीने का प्रतिबंध लगाया था। पठान को बैकडेट के हिसाब से 15 अगस्त 2017 से 14 जनवरी 2018 तक के लिए निलंबित किया गया है। उन पर लगा ये प्रतिबंध इसी महीने खत्म हो जाएगा और पठान आईपीएल 11 में बिना किसी रोक-टोक के हिस्सा ले सकेंगे।

क्या है बैकडेट का मामला

बीसीआईआई एडीआर ऑर्टिकल 10.10.2 के तहत सस्पेंशन की शुरुआती तारीख को आगे बढ़ाया जा सकता है क्योंकि पठान पर लगे आरोपों के नतीजे आने में मैनेजमेंट की ओर से देर हुई है जिसमें पठान की कोई गलती नहीं है। सभी परिस्थितियों में, 5 महीने की अयोग्यता की अवधि 15 अगस्त 2017 से शुरू हो जाएगी और 14 जनवरी 2018 को मध्यरात्रि समाप्त हो जाएगी।

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बीसीसीआई ने डोपिंग को लेकर खिलाड़ियों को किसी भी तरह की छूट ना देने की पॉलिसी अपनाई है। सभी खिलाड़ी निजी तौर पर अपने खाने-पीने और बाकी चीजों का ध्यान रखें। वाडा की निषिद्ध सूची में आने वाली किसी दवा का सेवन करना पूरी तरह मना है।