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Ranji Trophy 2023-24: घरेलू क्रिकेट के पांच दिग्गज खिलाड़ियों ने लिया संन्यास

Domestic Players retires after ranji Trophy: घरेलू क्रिकेट में अपनी विशेष छाप छोड़ने वाले पांच दिग्गज खिलाड़ियों ने रणजी ट्रॉफी के इस सत्र के समापन के साथ ही खेल को अलविदा कहा.

टीम इंडिया में हो रही अनदेखी और आईपीएल में भाव नहीं मिलने के बाद घरेलू क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ने वाले पांच दिग्गज खिलाड़ियों ने रणजी ट्रॉफी के इस सत्र के समापन के साथ ही खेल को अलविदा कहने का फैसला किया है. इसमें कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो टीम इंडिया के लिए भी अपना योगदान दिया है, मगर उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले. टीम इंडिया का साथ छोड़ने वाले पांच खिलाड़ी…

बंगाल के मनोज तिवारी ने बिहार के खिलाफ अपनी टीम को जीत दिलाकर अलविदा कहा. 38 साल के इस खिलाड़ी ने 19 वर्ष तक अपने राज्य की तरफ से खेलता रहा और उन्होंने पिछले सत्र में बंगाल को रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी. इस आक्रामक बल्लेबाज के नाम पर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 10000 से अधिक रन दर्ज हैं.

झारखंड के आक्रामक बल्लेबाज सौरभ तिवारी ने भी रिटायरमेंट का ऐलान किया. सौरभ 17 साल तक झारखंड की टीम की तरफ से खेले. उन्होंने 115 प्रथम श्रेणी मैच में 8030 रन बनाए, जिसमें 22 शतक और 34 अर्धशतक शामिल हैं.

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झारखंड के तेज गेंदबाज वरुण आरोन ने भी खेल को भी अलविदा कहा. वरुण आरोन लगातार चोटिल होने के कारण अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए. उनके नाम पर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 66 मैच में 173 विकेट है.

फैज फजल 21 साल तक विदर्भ की तरफ से खेले. इस सलामी बल्लेबाज की अगुवाई में विदर्भ ने 2018 में रणजी ट्रॉफी जीती थी. उस सत्र में उन्होंने अपनी टीम की तरफ से सर्वाधिक रन बनाए थे. उनके नाम पर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 9183 रन दर्ज हैं. फजल ने भारत की तरफ से 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ एक वनडे मैच खेला था जिसमें उन्होंने नाबाद 55 रन बनाए थे.

मुंबई के धवल कुलकर्णी को अपनी स्विंग, मूवमेंट और सटीक गेंदबाजी के लिए जाना जाता है. वह घरेलू क्रिकेट के सबसे विश्वसनीय तेज गेंदबाजों में शामिल रहे हैं. कुलकर्णी ने 17 साल तक चले अपने घरेलू करियर में कई यादगार प्रदर्शन किये. इस 35 वर्षीय तेज गेंदबाज ने 95 प्रथम श्रेणी मैच खेले जिनमें 27.31 की औसत से 281 विकेट लिए.

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