Devbrat Bajpai
देवब्रत वाजपेयी क्रिकेटकंट्री हिंदी के साथ senior correspondent के पद पर कार्यरत हैं
Written by Devbrat Bajpai
Last Updated on - April 2, 2016 1:16 PM IST
फटाफट क्रिकेट का महाकुंभ टी20 विश्व कप अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है और विश्व की दो सबसे सशक्त टीमें इंग्लैंड और वेस्टइंडीज अपने भाग्य का फैसला करने के लिए 3 मार्च को कोलकाता के ईडेन गार्डन में एक दूसरे से दो- दो हाथ करती नजर आएंगी। वेस्टइंडीज इसके पहले इग्लैंड को ग्रुप मैच में हरा चुकी है और इसलिए उसके हौंसले कुछ ज्यादा ही बुलंद हैं। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि इंग्लैंड ने इस टूर्नामेंट में जबरदस्त बल्लेबाजी का मुजाहिरा पेश किया है और अगर उन्हें इस बार थोड़ा सा भी मौका मिल गया तो वेस्टइंडीज के लिए वे मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। चूंकि यह मैच इस टूर्नामेंट का सबसे बड़ा मैच है ऐसे में इंग्लैंड किन 11 खिलाड़ियों के साथ मैच में उतरना चाहेगी। आइए जानते हैं। ये भी पढ़ें: टी20 विश्व कप 2016, फाइनल(प्रिव्यु): इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच होगी खिताबी टक्कर
शीर्ष क्रम: इंग्लैंड का शीर्ष क्रम उनके लिए इस टूर्नामेंट में अब तक ट्रंप कार्ड साबित हुआ है। खासकर उनके सलामी बल्लेबाज जैसन रॉय कुछ ज्यादा ही आतिशी बल्लेबाजी कर रहे हैं। रॉय ने इस टूर्नामेंट में कई मर्तबा बेहतरीन बल्लेबाजी की है जिसमें उनके दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 21 गेंदों में 43, न्यूजीलैंड के खिलाफ 44 गेंदों में 78 व श्रीलंका के खिलाफ 39 गेंदों में 43 रन शामिल हैं। कहने का मतलब है कि जब भी रॉय का बल्ला चला है इंग्लैंड को जीत मिली है। ऐसे में अगर फाइनल में उनका बल्ला एक बार फिर से चलता है तो वेस्टइंडीज टीम के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। रॉय के जोड़ीदार हेल्स भले ही इस टूर्नामेंट में कुछ खास ना कर पाए हों, लेकिन उन्होंने इस दौरान रॉय का साथ अच्छा निभाया है। जाहिर है कि वह आखिरी मैच में एक अच्छी पारी खेलना चाहेंगे। वहीं तीसरे नंबर पर एक ऐसा बल्लेबाज उनके पास है जिसने पिछले कुछ ही दिनों में पूरी दुनिया को अपनी बल्लेबाजी का मुरीद बना लिया है। ये हैं जो रूट जो पिछले थोड़े समय में ही एक सशक्त बल्लेबाज के रूप में उभरे हैं। रूट मे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 44 गेंदों में 83 रन बनाते हुए जीत को इंग्लैंड के कदमों पर पटक दिया था। ऐसे में उनकी भूमिका एक बार फिर से फाइनल मैच में दमदार होने वाली है।
मध्यक्रम: इंग्लैंड के मध्यक्रम में जोस बटलर जैसे बेहतरीन हिटिंग क्षमता वाले बल्लेबाज हैं। बटलर ने श्रीलंका के खिलाफ 37 गेंदों में 66 रनों की पारी खेली थी। वहीं सेमीफाइनल मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने 17 गेंदों में 32 रन ठोंक दिए थे। बटलर एक पिंच हिटर हैं जो किसी भी बल्लेबाजी पोजीशन पर आकर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर सकते हैं। यही नहीं पांचवें क्रम पर बेन स्टोक्स भी अपनी तेजतर्रार बल्लेबाजी से मैच को मोड़ने का माद्दा रखते हैं। भले ही इस टूर्नामेंट में स्टोक्स का बल्ला अभी तक ना चला हो, लेकिन फाइनल में वह अपने बल्ले से कमाल दिखाने को लेकर उतावले हो रहे होंगे। आपको बता दें कि स्टोक्स वही बल्लेबाज हैं जिन्होंने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट में दूसरा सबसे तेज दोहरा शतक बनाया था। ऐसे में इंग्लैंड के निचले मध्यक्रम की जिम्मेदारी एक बार फिर से उनपर होगी। वहीं निचले क्रम की बल्लेबाजी की जिम्मेदार एक बार फिर से मोईन अली पर होगी। अली जितना गेंदों से सफल रहे हैं उन्हें जब भी मौका मिला है बल्लेबाजी से भी बेहतरीन प्रदर्शन करते नजर आए हैं। अफगानिस्तान के खिलाफ जब सारी इंग्लैंड टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई थी तब अली ने ही संकटमोचक किरदार निभाते हुए इंग्लैंड को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया था और अंततः इंग्लैंड ने मैच में जीत दर्ज करते हुए सेमीफाइनल के लिए अपना रास्ता साफ किया था।
गेंदबाजी: इस टूर्नामेंट में अगर इंग्लैंड की गेंदबाजी की बात करें तो वह उनके तेज गेंदबाजों पर टिकी हुई है। डेविड विली ने इस टूर्नामेंट में काफी बढ़िया गेंदबाजी की है और 5 मैचों में 7 विकेट लिए हैं और वह इस दौरान ज्यादातर मौकों पर शुरुआती विकेट लेने में कामयाब हुए हैं। साथ ही पिछले मैच में उनके साथ गेंदबाजी की शुरुआत करने वाले जॉर्डन ने भी अच्छी गेंदबाजी की है। श्रीलंका के खिलाफ 4 विकेट लेने वाले जॉर्डन ने रन खर्च करने में भी कंजूसी दिखाई है और यही कारण रहा कि ज्यादातर टीमें नॉकआउट मैचों में इंग्लैंड के खिलाफ बड़ा स्कोर नहीं खड़ा कर सकीं। वहीं स्पिन विभाग की जिम्मेदारी एक बार फिर से मोईन अली के कंधों पर होगी। बहरहाल अली इस टूर्नामेंट में रन देने के मामले में खासे खर्चीले साबित हुए हैं लेकिन उन्होंने इस दौरान 5 विकेट निकाले हैं। बहरहाल इसमें उनको ज्यादा दोष नहीं दिया जा सकता क्योंकि जितनी भी पिचों पर इंग्लैंड ने अब तक मैच खेले हैं वह बल्लेबाजी के लिए ज्यादा मददगार थे और गेंदबाजों के लिए कुछ खास नहीं था। चूंकि फाइनल मैच कोलकाता में खेला जाएगा जहां स्पिन को अच्छी मदद मिलने की संभावनाएं हैं। ऐसे में इस मैच में मोईन अली का रोल अहम हो सकता है। वहीं आदिल रशीद और बेन स्टोक्स तीसरे और चौथे गेंदबाज का रोल निभाते नजर आएंगे। न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में कप्तान ईयॉन मॉर्गन ने तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में लियाम प्लंकेट को खिलाया था, लेकिन वह अच्छे खासे महंगे साबित हुए थे और चार ओवरों में 38 रन दे डाले थे। तो हो सकता है कि मॉर्गन उनकी जगह फिर से टॉपले को टीम में वापस लाएं। इसके अतिरिक्त इंग्लैंड टीम में कोई भी परिवर्तन के आसार नहीं नजर आ रहे।
इंग्लैंड (संभावित अंतिम एकादश): जेसन रॉय, एलेक्स हेल्स, जो रूट, इयोन मोर्गन(कप्तान), बेन स्टोक्स, जोस बटलर(विकेटकीपर), मोइन अली, क्रिस जॉर्डन, आदिल रशीद, डेविड विले, रीसे टॉपले।
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