Jay Jaiswal
जय जायसवाल क्रिकेटकंट्री हिंदी में बतौर सीनियर राइटर कार्यरत हैं
Written by Jay Jaiswal
Last Published on - February 22, 2016 3:09 PM IST
भारतीय टीम एशिया कप में अपनी दावेदारी प्रस्तुत करने के लिए बांग्लादेश पहुंच चुकी है। भारतीय टीम के शानदार फॉर्म को देखते हुए भारत एशिया कप की सबसे प्रबल दावेदार हैं। भारतीय टीम के सभी खिलाड़ी शानदार फॉर्म में हैं। टी20 विश्व कप से ठीक पहले भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ी चिंता है विकल्पों की कमी। अगर कोई खिलाड़ी चोटिल हो जाता है तो उसकी जगह पर टीम के पास सही विकल्प मौजूद नहीं है। श्रीलंका के साथ सीरीज में विराट कोहली को आराम देने पर ये स्थिति सामने आई। विराट की जगह अंजिक्य रहाणे को मौका दिया गया लेकिन वो विराट की परछाई भी नजर नहीं आए। हालांकि भारत की ये कमी सीरीज में जीत के सामने छुप गई।
बल्लेबाजी में तो भारत के पास फिर भी कुछ विकल्प हैं। मुख्य बल्लेबाजों के चोटिल होने की स्थिति में अजिंक्य रहाणे, मनीष पांडे, रॉबिन उथप्पा जैसे टी20 स्पेशलिस्ट बल्लेबाज विकल्प के तौर पर आजमाए जा सकते हैं। लेकिन दो तेज गेंदबाजों में किसी के भी चोटिल होने की स्थिति में भारतीय पेस अटैक की धार कुंद हो सकती है। आशीष नेहरा और जसप्रीत बुमराह ने पिछली दो सीरीज में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय पेस अटैक को मजबूती प्रदान की है। लेकिन इनमें से कोई एक भी चोटिल हो गया तो विश्व कप में भारत की दावेदारी को तगड़ा झटका लग सकता है।
भारत को अगले एक महीने लगातार क्रिकेट खेलना है तो खिलाड़ियों को चोटिल होने के आसार भी ज्यादा हैं। नेहरा उम्र के ऐसे पड़ाव पर हैं जहां उनके चोटिल होने के और ज्यादा आसार हैं। जसप्रीत बुमराह भी अपने अजीब एक्शन के कारण चोटिल खिलाड़ियों में शामिल हो सकते है। ऐसे में भारतीय टीम इनके विकल्प के रूप में किन खिलाड़ियों को आजमाएगी। ALSO READ: जानें कैसा रहा है बांग्लादेश सरजमी पर भारत का प्रदर्शन
पहले विकल्प के रूप में मोहम्मद शमी पहले से ही चोटिल हैं। शमी के बाद पहला नाम जो सबसे पहले आता है वो भुवनेश्वर कुमार का आता है। लेकिन भुवनेश्वर का प्रदर्शन किसी स्कूल क्रिकेटर से भी बदतर है। भुवनेश्वर ने पिछले 2 साल में 10 टी20 मुकाबले खेले हैं जिनमें उनके नाम सिर्फ 6 विकेट हैं। पिछले पांच मैचों में उनके प्रदर्शन करें तो उनके हिस्से में सिर्फ 2 विकेट आए हैं जिनमें उनका औसत लगभग 60 का और इकानमी 7 के आस पास है। ऐसे में वो भारतीय पेस अटैक का नेतृत्व करने के काबिल नहीं दिखते हैं। ALSO READ: एशिया कप में इन भारतीय खिलाड़ियों से सावधान रहे विपक्षी टीमें
दूसरे विकल्प के रूप में ईशांत शर्मा का नाम आता है। टी20 में ईशांत का प्रदर्शन और भी बदतर है। ईशांत ने अपने पूरे करियर में कुल 14 टी20 मुकाबले खेले हैं जिनमें उनके हाथ सिर्फ 8 सफलताए हैं। ईशांत ने भारत के लिए आखिरी टी20 मुकाबला 10 अक्टूबर 2013 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था जिसमें उन्होने 4 ओवर में 52 रन लुटाए थे। तो विकल्प के रूप में ईशांत शर्मा भी निराश करते हैं। ALSO READ: एशिया कप में हिस्सा ले रही टीमों के प्रदर्शन का विश्लेषण
अन्य विकल्पों की बात करें तो वरून एरन, बरिंदर स्रान, धवल कुलकर्णी जैसे तेज गेंदबाज है जिनके पास अंतराष्ट्रीय टी20 मैच खेलने का कोई अनुभव नहीं है। तो अगर गौर करें तो भारतीय टीम के पास तेज गेंदबाजी का कोई सही विकल्प नहीं है। फिलहाल भारत के लिए अच्छी बात ये है कि ये स्थिति भारत के सामने नहीं आई है और नेहरा और बुमराह शानदार गेंदबाजी कर रहे है। लेकिन अगर इनमें से कोई चोटिल हो गया तो भारतीय टीम क्या करेगी?
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