Manoj Shukla
मनोज शुक्ला क्रिकेटकंट्री हिंदी में बतौर रिपोर्टर कार्यरत हैं
Written by Manoj Shukla
Last Published on - September 28, 2016 4:41 PM IST
भारत के दौरे पर आने से पहले न्यूजीलैंड की टीम शानदार फॉर्म में थी। न्यूजीलैंड ने घरेलू और विदेशी दौरों पर लाजवाब खेल का प्रदर्शन किया था। केन विलियम्सन की कप्तानी में न्यूजीलैंड की टीम ने जो धार पाई है वो उनके खेल पर साफ देखी जा सकती है। ब्रेंडन मैक्कलम ने टीम को जहां से छोड़ा था वहीं से विलिम्सन ने टीम को आगे बढ़या है। भले ही न्यूजीलैंड भारत से पहला टेस्ट हार गया हो, लेकिन उनके खेल ने इस बात का सबूत जरूर दे दिया कि आने वाले मैचों में न्यूजीलैंड की टीम आसानी से हार नहीं मानेगी और अपने खेल के दम पर भारत को कड़ी टक्कर देगी। पहले टेस्ट में भी न्यूजीलैंड की टीम ने भारत के सामने कड़ी चुनौती पेश की थी। पहली पारी में एक समय बड़े स्कोर की तरफ दिख रही टीम इंडिया को न्यूजीलैंड ने 318 रनों पर समेट दिया था।
आइए नजर डालते हैं न्यूजीलैंड के उन खिलाड़ियों पर जो टीम को सीरीज में करा सकते हैं वापसी
5. रॉस टेलर:
मौजूदा न्यूजीलैंड की टीम में सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक रॉस टेलर कभी भी अपने बल्ले के दम पर मैच का रुख मोड़ सकते हैं। भले ही कानपुर टेस्ट की दोनों पारियों में टेलर 0 और 17 रन ही बना सके हों लेकिन टेलर ने अपने दम पर टीम को कई मैच जिताए हैं। टेलर के टेस्ट रिकॉर्ड की बात करें तो टेलर ने 74 टेस्ट में 47 की औसत से 5616 रन बनाए हैं जिनमे उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 290 रन रहा है। टेलर के नाम 15 शतक, 25 अद्धशतक दर्ज हैं। जैसा कि रिकॉर्ड बता रहे हैं कि टेलर किसी भी समय मैच को विपक्षी टीम की मुट्ठी से खींच सकते हैं। ऐसे में कोलकाता में भारत को एक बार फिर से ऐसी रणनीति बनानी होगी जिससे टेलर ज्यादा देरल तक मैदान पर न टिक सकें वरना अगर टेलर का बल्ला चल निकला तो भारत के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है। ये भी पढ़ें: ओपनिंग के लिए शिखर धवन-गौतम गंभीर में जबर्दस्त टक्कर
4. मिचेल सेंटेनर:
टीम के युवा स्पिनर से न्यूजीलैंड को ढेरों उम्मीदें हैं। डेनियल वेटोरी के संन्यास के बाद टीम को एक स्पिनर की कमी खल रही थी जिसके बाद सेंटेनर ने टीम में अपने प्रदर्शन से दिखाया था कि वो अच्छा कर सकते हैं। भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में सेंटेनर ने बेमिसाल गेंदबाजी का नजारा पेश करते हुए भारतीय टीम को बैकफुट पर ढकेल दिया था। स्पिन गेंदबाजों को खेलने में भारतीय बल्लेबाजों को महारत हासिल है लेकिन सेंटेनर के आगे भारतीय बल्लेबाग घुटने टेकते नजर आए। सेंटेनर ने मैच की दोनों पारियों में 5 विकेट हासिल किए थे। सेंटेनर ने पहली पारी में केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा और रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों को आउट किया तो दूसरी पारी में उन्होंने मुरली विजय और अजिंक्य रहाणे को अपना शिकार बनाया। सेंटेनर की बॉलिंग भारत के खिलाड़ियों के लिए एक पहेली सी साबित हो रही है और अगर न्यूजीलैंड को कोलकाता टेस्ट जीतना है तो सेंटेनर को अपनी गेंदबाजी में और धार लानी होगी।
3. ल्यूक रॉन्की:
न्यूजीलैंड के 35 वर्षीय बल्लेबाज ल्यूक रॉन्की ने अब तक सिर्फ दो ही टेस्ट खेले हैं लेकिन उन दो टेस्ट मैचों में रॉन्की ने 59 के शानदार औसत से 237 रन बनाए हैं। जिनमे 2 अर्धशतक भी शामिल हैं। रॉन्की ने भारतद के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट की दोनों पारियों में अच्छा खेल दिखाया था और और अपनी प्रतिभा का लोहा भी मनवाया था। रॉन्की ने कानपुर टेस्ट की पहली पारी में 38 और दूसरी पारी में 80 रन बनाए थे। एक समय जब सेंटेनर के साथ वो मैदान पर मौजूद थे तो लग रहा था कि वो मैच बचा ले जाएंगे। उन्होंने हर भारतीय गेंदबाज का डट कर सामना किया था। रॉन्की दुर्भाग्यवश रहे थे और शतक से 20 रन दूर रह गए थे। लेकिन वो इस कमी को कोलकाता में जरूर पूरा करना चाहेंगे और अपने दोहरे अंक को तिहरे में बदलना चाहेंगे। अगर कोलकाता में रॉन्की चल निकलते हैं तो वो भारत के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं। ये भी पढ़ें: कोलकाता टेस्ट में ये पांच खिलाड़ी लिखेंगे टीम इंडिया के लिए जीत की इबारत
2. ट्रेंट बोल्ट:
न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज और मौजूदा समय में सबसे अच्छे और धारदार गेंदबाजों में शामिल ट्रेंट बोल्ट विपक्षी टीमों के लिए हमेशा खतरा रहते हैं और अपनी स्विंग और तेजी से बल्लेबाजों को परेशान करते रहते हैं। बोल्ट ने अब तक 44 टेस्ट में 161 विकेट लिए हैं। इस दौरान बोल्ट ने एक पारी में पांच बार पांच या उससे ज्यादा विकेट लिए हैं। बोल्ट के आंकड़े ये बताने के लिए काफी हैं कि वो किस कदर बल्लेबाजों में अपना खौफ पैदा करते हैं। कानपुर टेस्ट की बात करें तो जिस पिच पर भारतीय तेज गेंदबाज विकेटों को तरसते रहे उसी पिच पर बोल्ट ने अपनी दमदार गेंदबाजी की बदौलत भारत की पहली पारी में 3 विकेट चटकाने में कामयाब रहे। कोलकाता टेस्ट में भी बोल्ट भारत के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं। उनकी स्विंग और रिवर स्विंग से भारतीय बल्लेबाजों को बच के रहना होगा।
1. केन विलियम्सन:
आईसीसी की मौजूदा टेस्ट रैंकिंग में नंबर 2 की कुर्सी पर काबिज केन विलियम्सन भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं। टेस्ट में केन विलियम्सन की तकनीक और क्लास की तारीफ दुनियाभर में होती है। वर्तमान समय में विलियम्सन की गिनती कोहली, रूट सरीखे बल्लेबाजों की लिस्ट में की जाती है। विलियम्सन भी कोहली की ही तरह युवा और आक्रामक खिलाड़ी हैं और उन्हें ये आक्रामकता ब्रेंडन मैकलम से विरासत में मिली है। विलियम्सन ने अब तक 53 टेस्ट मैचों में 51 की बेहद शानदार औसत से 4493 रन बनाए हैं जिनमे उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 242 रन रहा। इस दौरान विलियम्सन ने 14 शतक, 23 अर्धशतक भी जड़े। कानपुर टेस्ट की बात करें तो केन विलियम्सन ने पहली पारी में 75 और दूसरी पारी में 25 रन बनाए थे। स्कोर देख कर कह सकते हैं कि विलियम्सन फॉर्म में हैं और कोलकाता में भी अगर इसी तरह रन बनाते रहे तो भारत के लिए वो एक गंभीर परेशानी खड़ी कर सकते हैं।
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